अहिंसात्मक संघर्ष के बिना न्याय संभव नहीं-पाराशर
श्योपुर.Desk/ @www.rubarunews.com- कभी जंगल का स्वामी रहा सहरिया विकास की दौड़ में काफी पिछड़ गया है यद्यपि शासन द्वारा उसके हित संवर्धन हेतु कई योजनाएं चलाई जा रही है परन्तु उसका लाभ उन्हें पूरी तरह नहीं मिल पा रहा है इसका एक कारण शिक्षा के प्रति जागरूकता की कमी है उसकी जमीन पर दबंगों के द्वारा कब्जा कर लिया गया है और भी कई समस्याएं हैं जिनसे सहरिया समाज निरन्तर त्रस्त हो रहा है इन समस्याओं का शांति के साथ निराकरण व न्याय प्राप्ति हेतु यह पदयात्रा निकाली जा रही है
उक्त विचार समाज सेवी कैलाश पाराशर द्वारा पदयात्रा के ककरदा में हुए स्वागत के अवसर पर आयोजित बैठक में व्यक्त किये
पदयात्रि अध्यक्ष एकता परिषद गंगाराम ने कहा कि पदयात्रा के दौरान सभी गांवों की समस्याओं का संकलन किया जा रहा है जिसे एक अक्टूबर को कलेक्ट्रेट में पहुंच कर ज्ञापन के रूप में प्रस्तुत किया जायेगा आप वहां अधिक से अधिक संख्या में पहुंच कर अपनी बात रखें
पदयात्रा के ककरदा तिराहे पर पहुंचने पर पदयात्रियों का बैंड बाजे व फूल मालाओं के साथ गांव के मुखिया कैलाश व हरजीत द्वारा आत्मिक स्वागत किया गया
तथा उन्हें जुलूस के रुप में आगे तक जाकर विदाई दी गई तथा यात्रा की सफलता हेतु शुभ कामनाएं दी आगे महिलाएं नृत्य करती चल रही थी