हिण्डोली पीजी कॉलेज के छात्रों ने कॉलेज के मुख्य गेट के जड़ा ताला, Hindoli PG college students lock the main gate of the college
बून्दी.KrishnakantRathore/ @www.rubarunews.com>> शिक्षा संभ्बल योजना में लगे शिक्षकों को परीक्षा से पहले हटाये जाने के विरोध में राजकीय महाविद्यालय हिण्ड़ोली के छात्र छात्राओं ने प्रदर्शन करते हुए महाविद्यालय के गेट पर ताला लगा दिया और तहसील चौराहे पर आकर पुराने एनएच 12 को को जाम कर दिया। छात्र संघ अध्यक्ष सोनू मीणा के नेतृत्व में तहसील चौराहे पर जाम लगा कर उपखंड अधिकारी को मौके पर बुलाने की मांग को लेकर नारेबाजी करते हुए टायर जलाकर विरोध दर्ज करवाया। अचानक लगाए गए जाम से यातायात रूक गया और छोटे बड़े वाहन, रोडवेज बसे सहित अन्य साधनों की लंबी लाईंने लग गई। सुचना पर हिण्डोली पुलिस के एसआई सूरजमल भी पुलिस जाप्ते के साथ मौके पर पहुंचे और विद्यार्थियों को समझाने का प्रयास किया, लेकिन विद्यार्थी उपखंड अधिकारी को मौके पर बुलाने की मांग पर अड़ रहे। बाद में मौके पर पहुँचे तहसीलदार असगर अली द्वारा उच्च अधिकारियो को अवगत करवाने व छात्रहीत में हर सम्भव मदद का आश्वासन मिलने पर कालेज के छात्रों ने जाम हटाया।
हिण्डोली पीजी कॉलेज के छात्रों ने कॉलेज के मुख्य गेट के जड़ा ताला, Hindoli PG college students lock the main gate of the college
शिक्षा संबल के 5 शिक्षक हटने से केवल 1 शिक्षक के भरोसे हुआ महाविद्यालय
छात्र संघ अध्यक्ष सोनू मीणा, पंकज चांवरिया ने बताया की बिना किसी पूर्व सुचना के शिक्षा संबल में लगे सभी शिक्षकों को हटा दिया गया। सरकार की तरफ से केवल एक ही पद है वो भी लेखधिकारी का। जबकि कॉलेज के लिए 7 पद स्वीकृत है। अभी परीक्षा भी शुरू नहीं हुई सभी विषयो के कोर्स अधूरे है, ऐसे में छात्रों को पढ़ाई का नुकसान होगा। अगर तत्काल प्रभाव से शिक्षकों को नहीं लगाया तो छात्र बड़ा आंदोलन करने को मजबूर होंगे। वर्तमान में महाविद्यालय में स्थायी तौर पर गजेंद्र कुमार तसीवाल, लेखाधिकारी नियक्त है। नोडल कॉलेज पीजी कॉलेज बून्दी से रमेश चन्द मीणा कार्यवहक प्राचार्य पद पर तथा रामधन सहायक कर्मचारी प्रतिनियुक्ति लगे हुए है।
इनका कहना है
नोडल कॉलेज पीजी कॉलेज बून्दी से शिक्षकों की व्यवस्था कर छात्रों का कोर्स पूरा करवाया जायेगा। लगभग अस्सी प्रतिशत कोर्स पूरा हो चूका है। हमारा भी सरकार से अनुरोध है की शिक्षकों को तत्काल प्रभाव से लगाया जावे, ताकि छात्रों को नुकसान ना हो। शिक्षकों को हटाना सरकार का मामला है।
गजेंद्र कुमार तसीवाल, लेखाधिकारी, राजकीय महाविद्यालय हिण्डोली