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बाढ़ के कारण क्षतिग्रस्त सडकों के मरम्मत कार्य की समीक्षा बैठक आयोजित

श्योपुर.Desk/ @www.rubarunews.com-कलेक्टर  शिवम वर्मा द्वारा कलेक्ट्रेट सभाकक्ष में बैठक आयोजित कर पिछले दिनों बाढ़ एवं अतिवृष्टि से क्षतिग्रस्त हुई सडकों के मरम्मत कार्य की समीक्षा की गई तथा अधिकारियों को कार्य पूर्ण कराने एवं पुर्ननिर्माण हेतु शासन को भेजे गये प्रस्तावों के संबंध में जानकारी ली गई। उन्होने कहा कि श्योपुर जिले में जिन विभागों की सडके है वे अपने-अपने स्तर पर उन सडकों की मरम्मत का कार्य करावे। उन्होने जल संसाधन विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिये कि चंबल नहर के दुरूस्तीकरण का कार्य 15 अक्टूबर तक पूर्ण कर लिया जावे।
कलेक्टर  शिवम वर्मा ने कूनो नदी के पास क्षतिग्रस्त हुए सडक के मरम्मत कार्य की समीक्षा के निर्देश देते हुए कहा कि डामरीकरण का कार्य शीघ्र शुरू कराया जावे। उन्होने निर्देश दिये कि बावन्दा के पास सडक कटी हुई है, इस पर रिटर्निंग वाल का कार्य कराया जावे। श्री पुआरे ने अवगत कराया कि वर्तमान में गिट्टी रोड जीएसबी का कार्य पूर्ण कर लिया गया है तथा आवागमन सुलभ कर दिया गया है। इसी प्रकार उन्होने बताया कि गोरस-आवदा सडक पर डैम के पास पुल का निर्माण किया जाना है। जिसका प्रस्ताव बनाकर शासन को भेजा गया है। ग्रामीण यात्रिंकी सेवा विभाग के कार्यपालन यंत्री ने अवगत कराया कि विजयपुर एवं श्योपुर में एनआरएलएम के आजीविका भवन का निर्माण लंबित है। इस हेतु भूमि उपलब्ध नही हो पा रही है। इस पर एडीएम श्री सिंह को निर्देश दिये कि भूमि आवंटन करने की कार्यवाही की जावे।
बैठक के दौरान लोक निर्माण विभाग के कार्यपालन यंत्री ने बताया कि बाढ़ के कारण 28 रोड क्षतिग्रस्त हुए है। जिनकी मरम्मत के लिए शासन स्तर पर प्रस्ताव तैयार कर भेजे गये है तथा स्थानीय स्तर पर भी मामूली मरम्मत के कार्य कराये जा रहे है। पीआईयू के  विपिन सोनकर ने जानकारी दी कि 100 सीटर बालिका छात्रावास श्योपुर एवं हजारेश्वर हायर सैकेण्डरी स्कूल श्योपुर के शुद्ध्रीकरण का कार्य पूर्ण कर लिया गया है। इसी प्रकार नवीन आदर्श महाविद्यालय श्योपुर का कार्य भी पूर्ण हो चुका है। कलेक्टर श्री वर्मा ने निर्देश दिये कि पोस्ट मैट्रिक कन्या छात्रावास श्योपुर, जिला विकलांग पुर्नवास केन्द्र श्योपुर और आदर्श एकलव्य आवासीय विद्यालय कराहल तथा बालक क्रीडा परिसर श्योपुर के कार्यो को शीघ्र पूर्ण करावे। साथ ही भवनो के निर्माण के दौरान खाली स्थानों पर पौध रोपण किया जावे एवं मैदान तैयार किये जावे।
पीएचई के कार्यपालन यंत्री  बीएस आचले ने बताया कि जल जीवन मिशन कार्यक्रम अंतर्गत पूर्व से संचालित 118 योजनाओं में से 42 में कार्य पूर्ण कर लिया गया है तथा 50 योजनाएं प्रगति पर है। 27 योजनाओं में टेंडर की कार्यवाही चल रही है तथा 69 योजनाएं स्वीकृति हेतु अपेक्षित है। इसी प्रकार नवीन ग्रामों के लिए 28 योजनाएं स्वीकृत की गई है। जिनमें से एक योजना पूर्ण कर ली गई है और 27 में कार्य प्रगति पर है। इस योजना के तहत ग्राम के प्रत्येक घर में नल से पानी पहुंचाने की व्यवस्था सुनिश्चित की जा रही है। इसी योजना के तहत 57 नई योजनाओं की डीपीआर बनाकर शासन को भेजी गई है। इसके अलावा 967 चिन्हित स्कूलों में से 499 में पेयजल व्यवस्था का कार्य पूर्ण हो चुका है तथा 468 का कार्य प्रगति पर है। इसी प्रकार 508 आगनबाडी केन्द्रो में से 427 में कार्य पूर्ण हो गया है और 81 में कार्य प्रगति पर है। योजना के तहत स्कूलों एवं आगनबाडियो में सिंगल फेस मोटर पम्प हैण्डपम्प में स्थापित कर टंकी से कनेक्शन किया जावेगा तथा टंकी से लैट-बाथ, किचिनशेड आदि में अधिकतम 06 कनेक्शन दिये जावेगें।
चंबल नहर का कार्य शुरू
कलेक्टर  शिवम वर्मा को बैठक में नहर मरम्मत कार्य की समीक्षा के दौरान कार्यपालन यंत्री जल संसाधन  सुभाष गुप्ता द्वारा अवगत कराया गया कि चंबल दाहिनी मुख्य नहर जीरो से 83 किलोमीटर तक बाढ़ एवं अतिवृष्टि के कारण कई स्थानों पर क्षतिग्रस्त हुई, नहर के मरम्मत कार्य हेतु 5160.67 लाख रूपये की निविदा 14 अगस्त को लगाई गई थी। 18 सितंबर को ठेकेदार मैसर्स सारथी कन्ट्रक्शन ग्वालियर के नाम यह निविदा मंजूर की गई। इस निविदा में दो वर्ष तक नहर पूर्ण क्षमता के साथ चलाना एवं मरम्मत कार्य शामिल रहेगा। ठेकेदार द्वारा 20 सितंबर को कार्य का अनुबंध कर 22 सिंतबर से नहर मरम्मत का कार्य प्रारंभ कर दिया गया है। नहर कार्य की शुरूआत जल संसाधन उपसंभाग बडौदा में किलोमीटर 17.70 पर हुई है। नहर के अन्य स्थानो पर भी कार्य प्रारंभ हो गया है। चंबल दाहिनी मुख्य नहर की शाखा एवं उपशाखा तथा आवदा नहर की निविदाएं दिनांक 27 सिंतबर 2021 को खोली जावेगी तथा इनका कार्य 01 अक्टूबर से प्रारंभ कराने की तैयारी की जा रही है।

बैठक में डीएफओ सामान्य वन मंडल  एसडी चौहान, कूनो  पीके वर्मा, अपर कलेक्टर  टीएन सिंह, कार्यपालन यंत्री पीएचई  बीएस आचलें, जल संसाधन विभाग  सुभाष गुप्ता, एमपी आरडीसी  सुनील पुआरें, पीआईयू  विपिन सोनकर, आरईएस  पीआर इटोरिया, पीडब्ल्यूडी  संकल्प गोलिया आदि उपस्थित थे।