श्रद्धा और उल्लास के साथ मनाया गया गुरु पूर्णिमा महोत्सव, जिले भर में हुए विविध आयोजन
बूंदी.KrishnakantRathore/ @www.rubarunews.com>>जिले भर में गुरु पूर्णिमा महोत्सव श्रद्धा और उल्लास के साथ मनाया गया। सभी लोगों ने अपने गुरुओं के आश्रम में पहुंच कर गुरुजनों का आर्शीवाद लिया। इस अवसर पर जगह जगह विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन कर गुरुओं का सम्मान भी किया गया।
बूंदी के प्राचीन और आधुनिक जिम के साथ स्वर्ग आश्रम व्यायाम शाला( भाव भट्ट अखाड़े) पर अखाड़े के गुरु व संरक्षक बसंत शर्मा पहलवान, राम नारायण राठौर पहलवान का उनके शिष्यों ने माल्यार्पण, दुपट्टा, श्रीफल व दक्षिण देकर गुरु पूर्णिमा पर्व मनाया। स्वर्ग आश्रम व्यायाम शाला भाव भट्ट अखाड़ा समिति अध्यक्ष महेश गौतम ने सर्वप्रथम विधिपूर्वक दोनों गुरुओं को रोली, मौली, माला, प्रसाद, दुपट्टा, श्रीफल व दक्षिण प्रदान करके पूजन किया और चरण स्पर्श करके आशीर्वाद लिया। इसके पश्चात अखाड़े के पहलवान गिर्राज खंगार, गोवर्धन यादव, अजय त्यागी, तरुण राठौर, अशोक जैन पीए, महावीर बिरला, सुनील जोशी, भगवान जांगिड़, सुनील सोनी, हनुमान बिरला, शैलेश मूंदड़ा, सुनील बंटी, अनुराग शर्मा संदीप व्यास, शिवराज राठौर, मूलचंद महावर, महेश गौड़, दीपक यादव, सत्यनारायण चित्तौड़ा तथा जिम में आने वाले युवा पहलवानों ने आशीर्वाद लिया। इसके पश्चात युवा पहलवानों ने अध्यक्ष महेश गौतम का भी माल्यार्पण करके गुरू पूजन कर आशीर्वाद लिया।
मीरा गेट स्थित जंगम की बगीची में गुरु पूर्णिमा का पर्व बड़े हर्षोल्लास के साथ मनाया गया। शिष्यों ने गुरु के शीश नवाया, बगीची में बाबा देवेंद्र गिरी के सानिध्य में आयोजित कार्यक्रमों की शुरुआत गुरुपद पूजन से हुई। आयोजन समिति के राज कुमार दाधीच, मनमोहन अजमेरा ने बताया कि इस अवसर पर सवेरे से ही समंदर गिरी जीवंत समाधि की विधिवत पूजा अर्चना जारी है। बाद में कांशी गिरी बिहारी गिरी, चमन गिरी, बिहारी गिरी की समाधि की पूजा अर्चना की गई। दिन भर श्रद्धालुओं द्वारा गुरु वंदना के कार्यक्रम हुए, महिलाओं द्वारा गुरु भक्ति के भजन गाए गए, भक्तों ने गुरु पूजन कर नारियल सिरोपाव सहित भेट किए व भक्तों को प्रसादी करवाई गई।
मुख्यमंत्री द्वारा भेजे सम्मान से महामंडलेश्वर सीताराम दास का किया सम्मान
सनातन धर्म संस्कृति से चली आ रही परंपरा गुरु पूर्णिमा महोत्सव पर मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा द्वारा भेजा गया राजकीय सम्मान संत समाज राजस्थान प्रदेश उपाध्यक्ष महामंडलेश्वर सीताराम दास बाबा आश्रम ’अस्थल’ दुगारी पहुंच कर देवस्थान विभाग जिलाधिकारी आशुतोष गुप्ता एवं पंचायत समिति बून्दी के अतिरिक्त विकास अधिकारी राजेश गौतम ने राजस्थान सरकार का प्रशस्ति पत्र, भेंट राशि, श्रीफल, फल की टोकरी एवं शॉल भेंट कर सीताराम दास बाबा को राजकीय सम्मान प्रदान किया गया।
सीताराम दास बाबा ने राजस्थान सरकार के पहुंचे हुए अधिकारियों का माला व तिलक लगाकर स्वागत किया गया और उन्हें आशीर्वाद दिया। अस्थल दुगारी आश्रम में भक्तों द्वारा गुरु पूजन का कार्य निरंतर चल रहा है। गुरुजी के शिष्य गुरु पूजन करने के लिए काफी संख्या में आसपास के दूर दराज से क्षेत्रवासी पहुंचे। दुगारी ग्राम वासियों,, शिष्यों तथा माताओं-बहनों ने भजन कीर्तन कर गुरु पूर्णिमा महोत्सव मनाया। इस अवसर पर गुरु पूजन कर सभी शिष्यों ने महाआरती के साथ महाप्रसादी ग्रहण की।
गोपी स्थल में मनाया गुरु पूर्णिमा महोत्सव
गुरु पूर्णिमा महोत्सव पर मां मंडलेश्वर लक्ष्मण दास के परम शिष्य 108 श्री श्रवण दास महाराज का गुरु पूजन करके मनाया आज रामायण की पूर्ण आरती व सुंदर कांड,हनुमान चालीसा का पाठ किया गया उसके पश्चात बाहर से आए हुए संतों को भोजन कराया गया,आमजन के लिए भंडारा 4ः00 बजे से शुरू कर दिया गया गुरु पूर्णिमा के अवसर पर विधायक हरिमोहन शर्मा शहर कांग्रेस अध्यक्ष शैलेश सोनी,वार्ड पार्षद टीकम जैन संजय शर्मा, नितेश शर्मा नीटू,राजकुमार सैनी सोहनलाल मुकेश दुबे, सुरेंद्र शर्मा, रामप्रिय दास महाराज शहर के गणमान्य लोग उपस्थित रहे।
गुरु पूजन कर हवन में राष्ट्र उत्थान की कामना से दी आहुतियां
छत्रपुरा स्थित रघुनाथ धाम आश्रम में राष्ट्रीय संत ज्योति शंकर शर्मा पुराणाचार्य के पावन सानिध्य में गुरु पूर्णिमा उत्सव मनाया गया। गुरु पूर्णिमा महोत्सव के प्रारंभ में वैदिक मंत्रों के साथ भगवान गणेश का पूजन किया गया एवं हवन करके राष्ट्र उत्थान की कामना की गई । तत्पश्चात विष्णुसहस्त्रनाम का पाठ किया गया । गुरु तत्व पर प्रकाश डालते हुए पुराणाचार्य ने बताया कि समुद्र का जल पीने योग्य नहीं रहता लेकिन सूर्य के ताप प्रभाव से वही जल बादल बनकर निर्मल हो जाता है, उसी प्रकार शास्त्र पुराण रूपी ज्ञान को ज्यो अथाह है उसे गुरुदेव शिष्य की योग्यता के अनुसार सुगम बनाकर शरणागत केवन को दिव्य बना देते है।
इस अवसर पर पुराणाचार्य ने अपने शिष्यों से सामाजिक कुरीतियों को समाप्त करने, अंधविश्वास, पाखंड से दूर रहकर धर्म क्षेत्र के साथ राष्ट्र उत्थान में योगदान की बात कही। सत्संग के बाद 101 दीपों से आरती की गई जिसमें पुरुषोत्तम पारीक, कृष्ण मुरारी चतुर्वेदी, प्रदीप कुमावत, कालू कटारा, प्रमाद गर्ग, सत्यनारायण सोमानी, मधु नुवाल, लीला शर्मा, अंजना गौतम, मीना कुमावत, किरण शर्मा आदि ने भाग लिया ।