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गिर गाय के दूध उत्पादन की पहचान बनेंगा गोरस-केन्द्रीय मंत्री श्री तोमर

श्योपुर.Desk/ @www.rubarunews.com-केन्द्रीय कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री एवं क्षेत्रीय सांसद  नरेन्द्र सिंह तोमर ने गोरस में गौ माता पूजन के साथ एनडीआरआई के पशु नस्ल सुधार कार्यक्रम का शुभारंभ करते हुए कहा कि गोरस क्षेत्र के गिर गाय प्रक्षेत्र के रूप में विकसित किया जायेगा। गोरस की पहचान गिर गाय के दुग्ध उत्पादन के रूप में बनेगी। उन्होने कहा कि आने वाले 5 वर्षो में इस क्षेत्र की एक विशेष पहचान बनेगी, पशुपालन के क्षेत्र में देश के सबसे अग्रणी संस्थान राष्ट्रीय डेयरी अनुसंधान संस्थान करनाल द्वारा गिर नस्ल के संरक्षण, संवर्धन एवं गौ दुग्ध उत्पादन एवं चारागाह विकास के क्षेत्र में कार्य किये जाने की आज से शुरूआत की गई है। इस अवसर पर दुग्ध प्रशीतन केन्द्र सिलपुरी का लोकार्पण भी किया गया। कार्यक्रम के दौरान एनडीआरआई की ओर से पशुपालको को स्वास्थ्य किट का वितरण भी किया गया।

केन्द्रीय कृषि मंत्री श्री तोमर ने कहा कि एनडीआरआई द्वारा गिर नस्ल सुधार का कार्यक्रम शुरू किया गया है। इनके द्वारा गोरस में कार्यालय खोलकर 4 कर्मचारी भी नियुक्त किये गये है। गिर गाय नस्ल सुधार कार्यक्रम से इस क्षेत्र में दूध का उत्पादन बढेगा तथा पशुपालको की आमदनी में वृद्धि होगी। उन्होने कहा कि गिर नस्ल ऐसी नस्ल है, जिसे पूर्व के वर्षो में ब्राजील के लोग ले गये थे, आज गिर नस्ल दुग्ध उत्पादन के चलते इस देश की आजीविका का मुख्य साधन बन गई है। उन्होने कहा कि केन्द्र एवं राज्य की सरकार द्वारा मालव महिला मिल्क प्रोड्यूसर कंपनी बनाई गई है, जिसके द्वारा स्थापित दुग्ध चिलिंग प्लांट का आज लोकार्पण किया जा रहा है। इस कंपनी द्वारा पशुपालको से दूध का क्रय किया जायेगा। उन्होने कंपनी के प्रतिनिधियों से कहा कि गाय का दूध अलग कलेक्शन किया जाये और उसे गाय के दूध के नाम से विक्रय किया जाये। जिससे गोरस क्षेत्र को अलग से पहचान मिलेगी। उन्होने यह भी कहा कि दूध कलेक्शन सेंटर के माध्यम से पशुपालको को समय पर राशि का भुगतान होना चाहिए। इसके अलावा दूध के पर्याप्त दाम पशुपालको को मिलना चाहिए।

केन्द्रीय कृषि मंत्री श्री तोमर ने कहा कि चारागाह अनुसंधान केन्द्र झांसी के माध्यम से गोरस क्षेत्र में चारागाह विकास के लिए योजना तैयार की जायें। उन्होने कहा कि जिला प्रशासन चारा विकास क्षेत्र में अनुसंधान केन्द्र के माध्यम से योजना को क्रियान्वित कराने का कार्य सुनिश्चित करें। इसके अलावा उन्होने कहा कि क्षेत्र के 14 गांव है, जिन्हे आबादी घोषित करने की कार्यवाही जिला प्रशासन द्वारा की जा रही है, इस कार्य को शीघ्रता से किया जाये।
राज्यमंत्री मप्र शासन उद्यानिकी एवं खाद्य प्रसंस्करण स्वतंत्र प्रभार एवं नर्मदा घाटी विकास विभाग तथा श्योपुर जिले के प्रभारी मंत्री  भारत सिंह कुशवाह ने कहा कि पशु नस्ल सुधार कार्यक्रम श्योपुर जिले के पशुपालको के लिए लाभदायक योजना है। इससे न केवल दुग्ध उत्पादन बढेगा, बल्कि गौपालन को बढावा भी मिलेगा जिससे जैविक एवं प्राकृतिक खेती के क्षेत्र में वृद्धि होगी। खेती के साथ-साथ गौपालन, किसान पशुपालको के लिए आजीविका का मुख्य साधन बनेगा। उन्होने कहा कि प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान भी कहते है कि गांव, किसान सुखी रहेगे तो सर्व समाज सुखी रहेगा। इस अवसर पर नेशनल स्तर के अनुसंधान केन्द्र द्वारा गोरस में परियोजना शुरू करने के लिए उन्होने केन्द्रीय कृषि मंत्री श्री तोमर का आभार भी जताया।
क्षेत्रीय विधायक सीताराम आदिवासी ने कहा कि हमारे क्षेत्र के सांसद एवं देश के कृषि मंत्री  नरेन्द्र सिंह तोमर सदैव हमारे सुख और दुख में साथ खडे रहते है, हमारे क्षेत्र के विकास के लिए सतत् रूप से प्रयासरत रहते है, गांव, गरीब की चिंता करने वाले हमारे मंत्री श्री तोमर की पहल पर ही गोरस क्षेत्र में पशुनस्ल सुधार कार्यक्रम शुरू हो रहा है। जिससे इस क्षेत्र में गिर गायों का संरक्षण होगा तथा पशुपालको को दुग्ध उत्पादन के माध्यम से लाभ प्राप्त होगा।
कार्यक्रम के प्रारंभ में एनडीआरआई करनाल के निर्देशक डॉ धीर सिंह द्वारा पशुनस्ल सुधार कार्यक्रम के बारे में जानकारी प्रदान की गई। इसके पूर्व पशुपालको द्वारा अतिथियों का साफा बांधकर स्वागत किया गया। कार्यक्रम का संचालन  गिर्राज पालीवाल ने किया।
10 हजार लीटर के दुग्ध प्रशीतन केन्द्र का शुभारंभ
केन्द्रीय कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री  नरेन्द्र सिंह तोमर तथा प्रभारी मंत्री  भारत सिंह कुशवाह द्वारा इस अवसर पर मालव महिला मिल्क प्रोड्यूसर कंपनी द्वारा संचालित दुग्ध प्रशीतन केन्द्र सिलपुरी का लोकार्पण किया गया। उल्लेखनीय है कि जनवरी माह में गोरस में आयोजित कार्यक्रम के दौरान केन्द्रीय कृषि मंत्री श्री तोमर की अगुयाई में आयोजित कार्यक्रम में पशुपालको से चर्चा के उपरांत गोरस में गिर नस्ल के सरंक्षण एवं संवर्धन हेतु गिर प्रक्षेत्र बनाये जाने की रूपरेखा तैयार की गई थी। केन्द्रीय मंत्री श्री तोमर के प्रयासों से आज इसको मूर्त रूप दिया गया है। गोरस में पशुनस्ल सुधार कार्यक्रम शुरू किया गया है, जो कि देश के अग्रणी संस्थान एनडीआरआई द्वारा संचालित है। इसी क्रम में केन्द्र एवं राज्य सरकार के सहयोग से मालव महिला मिल्क प्रोड्यूसर कंपनी बनाई गई है, जिसके द्वारा दुग्ध प्रशीतन केन्द्र के निर्माण का कार्य पूर्ण कर लिया गया है। एनआरएलएम के सहयोग से यह कंपनी कार्य कर रही है। सिलपुरी में 02 करोड़ की लागत से नवनिर्मित दुग्ध प्रशीतन केन्द्र का भी आज केन्द्रीय मंत्री श्री तोमर द्वारा लोकार्पण किया गया। इस चिलिंग प्लांट की क्षमता 10 हजार लीटर है। प्रोड्यूसर कंपनी के सीईओ  अमित उपाध्याय ने बताया कि अभी 45 गांव के 900 पशुपालक कंपनी से जुडे है। गोरस सहित अन्य 45 स्थानों पर दुग्ध कलेक्शन सेंटर बनाये गये है। जिनके माध्यम से दूध कलेक्शन किया जायेगा तथा पशुपालको को दूध के उचित दाम प्रदाय किये जायेगे।
गोरस में आयोजित कार्यक्रम में प्रभारी मंत्री  भारत सिंह कुशवाह, विधायक  सीताराम आदिवासी, जिला पंचायत अध्यक्ष श्रीमती गुड्डी बाई आदिवासी, भाजपा जिला अध्यक्ष  सुरेन्द्र जाट, पूर्व विधायक  दुर्गालाल विजय, भाजपा प्रदेश कार्य समिति सदस्य  महावीर सिंह सिसौदिया, पूर्व भाजपा जिला अध्यक्ष  अशोक गर्ग, नगर पालिका अध्यक्ष श्रीमती रेणु राठौर, पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष श्रीमती कविता मीणा एवं श्रीमती गुड्डी बाई, भाजपा जिला उपाध्यक्ष  बिहारी सिंह सोलंकी, जिला महामंत्री भाजपा  शंशाक भूषण,  गिरधारी बैरवा, अरविन्द सिंह जादौन, भाजपा नेता  मूलचंद रावत, श्रीमती मिथलेश तोमर सहित कलेक्टर  शिवम वर्मा, पुलिस अधीक्षक  आलोक कुमार सिंह, सीईओ जिला पंचायत श्री राजेश शुक्ल, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक  सतेन्द्र सिंह तोमर, एसडीएम लोकेन्द्र सरल सहित बडी संख्या में गोरस एवं आसपास के क्षेत्र के पशुपालक, पशुपालन से जुडे स्वसहायता समूह की महिलाएं, पीएम आवास योजना के हितग्राही सहित एनडीआरआई के अधिकारी तथा अन्य अधिकारी, कर्मचारी उपस्थित थे।