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बेटियों को समझाइए संस्कार और परम्परा की गूढ़ता का महत्व – गौवत्स पं विष्णु श्री कृष्ण तनय

बून्दी.KrishnakantRathore/ @www.rubarunews.com- बूंदी .अंतर्राष्ट्रीय माहेश्वरी कपल क्लब बूंदी द्वारा आयोजित तीन दिवसीय रुक्मिणी मंगल कथा के द्वितीय दिवस शनिवार को कथा व्यास गौवत्स पं विष्णु श्री कृष्ण तनय महाराज ने बताया कि कन्या का जन्म ईश्वरीय कृपा के साथ साथ परम महासौभाग्य से होता है आजकल के समय में जहां हमारी मानसिकता बच्चों को स्वतंत्रता के नाम पर खुले आम तौर पर अभद्रता का प्रदर्शन करने की छूट देने की जो बनी है यह हमारे आने वाले भविष्य की कंटकता बनेगी। इन्होंने कहा कि प्रायः बच्चों को छूट दीजिए लेकिन संस्कारों और परम्पराओं में कोई कमी मत रखिए। आजकल बच्चे मनमर्जी शिक्षा विवाह अपनी विचारधारा के अनुसार करने लगे जो कि बहुत नुकसानदायक है।
इन्होंने कहा कि रुक्मिणी जी ने अपने पिता की आज्ञा को शिरोधार्य करते हुए जब भाई ओर परिवार के कुछ लोग विपरीत हो गए तो धैर्यता का परिचय देते हुए श्रीकृष्ण की शरणागति ग्रहण की यह बात समझने वाली है कि इस जगत में अगर कोई हमारा है या हमारा सच्चा साथी और साथ निभा सकता है तो वह मात्र और मात्र श्रीकृष्ण ही हैं उनके अलावा और किसी पर भी भरोसा प्रकट न कीजिए। कथा के दौरान चंदेरी के राजा शिशुपाल की बारात का सुंदर वर्णन किया गया। अध्यक्ष भगवान बाहेती , राजेश बहेड़िया,रेणु बाहेती , गरिमा बहेड़िया ने आरती की। कथा श्रवण करने आये विधायक हरिमोहन शर्मा का दुपट्टा ओढ़ाकर स्वागत किया गया। कथावाचक विष्णुश्री कृष्णतनय के गाये भजन मोहन से दिल क्यो लगाया है ये में जानू या वो जाने मिलता भी है वो मिलता भी नही ये कैसा जादू चलाया है ये में जानू या वो जाने पर राहुल लखोटिया , डॉ बद्रीविशाल मुंदड़ा , पल्लव नुवाल , आशीष जाजू, बालकृष्ण जाजू,गोपाल गुप्ता ,विनोद तोतला , अंकित नुवाल, शुभम जागेटिया, रंजना जाजू, भावना कासट, किरण लखोटिया, अंशु तोतला आदि ने भजनों पर नृत्य किये। रविवार को कथा का समापन प्रसादी वितरण के साथ होगा।