हर बच्चे को मिले समुचित सुविधा और शिक्षा- द्रविंद्र मोरे
श्योपुर.Desk/ @www.rubarunews.com-
मध्यप्रदेश बाल अधिकार संरक्षण आयोग के अध्यक्ष एवं कैबिनेट मंत्री दर्जा प्राप्त द्रविंद्र मोरे दो दिवसीय प्रवास पर श्योपुर पहुंचे। अपने प्रवास के दौरान उन्होंने महिला एवं बाल विकास विभाग, शिक्षा विभाग, बाल कल्याण समिति तथा किशोर न्याय बोर्ड के अधिकारियों के साथ व्यापक समीक्षा बैठक की। बैठक में जिले में संचालित बाल संरक्षण योजनाओं की प्रगति, बाल श्रम उन्मूलन, छात्रावास व्यवस्था तथा बच्चों के अधिकारों की सुरक्षा से जुड़े महत्वपूर्ण मुद्दों पर विस्तार से चर्चा की गई।
बैठक में सहायक संचालक रिशु कुमार सुमन ने बताया कि श्योपुर जिले में वर्तमान में स्पॉन्सरशिप योजना के अंतर्गत 2163 बच्चों, पीएम केयर्स योजना के तहत 4 बच्चों, मुख्यमंत्री बाल आशीर्वाद योजना में 26 बच्चों तथा मुख्यमंत्री कोविड-19 बाल सेवा योजना के अंतर्गत 16 बच्चों को लाभान्वित किया जा रहा है।
श्री मोरे ने बाल श्रम और बाल भिक्षावृत्ति की समस्या को गंभीरता से लेते हुए संबंधित विभागों को निर्देशित किया कि संयुक्त कार्ययोजना बनाकर चिन्हित क्षेत्रों में सक्रियता से कार्य किया जाए। उन्होंने कहा कि ऐसे बच्चों को शिक्षा और शासन की योजनाओं से जोड़ना प्राथमिकता होनी चाहिए। इसके साथ ही श्री मोरे ने सभी विद्यालयों और छात्रावासों में छात्र-छात्राओं के लिए शिकायत पेटी लगाने और उसकी निगरानी हेतु समिति गठित कर हर माह उसमें आई शिकायतों पर नियमानुसार कार्रवाई करने के निर्देश दिए।
छात्रावासों का औचक निरीक्षण
श्री मोरे ने कस्तुरबा गांधी बालिका छात्रावास विद्यालय टाइप-3 श्योपुर, शासकीय उत्कृष्ट बालिका छात्रावास विकासखण्ड श्योपुर, कस्तुरबा गांधी बालिका विद्यालय सैकण्डरी एजुकेशन एवं शासकीय उत्कृष्ट बालक छात्रावास विकासखण्ड श्योपुर का निरीक्षण कर व्यवस्थाओं की समीक्षा की। निरीक्षण के दौरान उन्होंने छात्र-छात्राओं से संवाद कर उनकी समस्याएं जानीं और अधिकारियों को आवश्यक निर्देश भी दिए। उन्होंने कहा कि बच्चों की सुरक्षा और विकास सरकार की सर्वाेच्च प्राथमिकता है। छात्रावासों में बच्चों को बेहतर वातावरण मिले, इसके लिए प्रशासन सतत प्रयास कर रहा है।
इस अवसर पर सहायक संचालक, महिला एवं बाल विकास विभाग रिशु सुमन, सहायक संचालक, शिक्षा विभाग यश जैन, बाल कल्याण समिति की अध्यक्ष श्रीमती अर्चना भूषण, सदस्य गणेश पाराशर, श्रीमती उषा दांतरे, गौरव अचार्य, किशोर न्याय बोर्ड के सदस्य भास्कराचार्य टकसाली व श्रीमती मधुलता सोनी महिला एवं बाल विकास विभाग, शिक्षा विभाग एवं अन्य संबंधित अधिकारियों ने सहभागिता की।