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शिक्षा मंत्री ने किया माध्यमिक शिक्षा बोर्ड दसवीं कक्षा का परीक्षा परिणाम घोषित, 93.60 प्रतिशत रहा परिणाम

कोटा.KrishnakantRathore/ @www.rubarunews.com- शिक्षा एवं पंचायत राज मंत्री श्री मदन दिलावर ने बुधवार को कोटा से वीसी के माध्यम से माध्यमिक शिक्षा बोर्ड अजमेर राजस्थान की दसवीं कक्षा का परीक्षा परिणाम घोषित किया। बोर्ड की माध्यमिक एवं माध्यमिक व्यावसायिक परीक्षा 2025 के साथ-साथ प्रवेशिका परीक्षा 2025 का परीक्षा परिणाम भी बुधवार को जारी कर दिया गया। परीक्षा परिणाम 93.60 प्रतिशत रहा जो अब तक का सर्वश्रेष्ठ परिणाम है। इस अवसर पर शिक्षा मंत्री ने कहा कि शिक्षा तंत्र के सुदृढ़ीकरण, विद्यालय में अनुशासन और नवाचारों के कारण परीक्षा परिणाम बेहतर रहा है। उन्होंने उच्च अंक प्राप्त करने वाले छात्र-छात्राओं को बधाई एवं शुभकामनाएं दी। वहीं, जो विद्यार्थी अपेक्षानुरूप प्रदर्शन नहीं कर पाए उन्हें संदेश दिया कि वे हताश न हों बल्कि मेहनत के साथ तैयारी करते हुए अगले वर्ष श्रेष्ठ प्रदर्शन करें।
शिक्षा मंत्री ने बताया कि माध्यमिक व माध्यमिक व्यावसायिक परीक्षा में 10 लाख 94 हजार 186 परीक्षार्थी पंजीकृत हैं जिसमें से 10 लाख 71 हजार 460 परीक्षार्थी परीक्षा में प्रविष्ट हुए। माध्यमिक एवं माध्यमिक व्यवसायिक परीक्षा का परिणाम 93.60 प्रतिशत रहा जिसमें से छात्रों का उत्तीर्णता प्रतिशत 93.16 तथा छात्राओं का उत्तीर्णता प्रतिशत 94.08 रहा। माध्यमिक एवं माध्यमिक व्यवसायिक परीक्षा में 5 लाख 75 हजार 554 छात्रों में से 2 लाख 69 हजार 141 छात्र और 5 लाख 18 हजार 632 छात्राओं में से 2 लाख 77 हजार 229 छात्राएं प्रथम श्रेणी में उत्तीर्ण हुई हैं।
प्रवेशिका परीक्षा 2025 में कुल 7 हजार 316 परीक्षार्थी पंजीकृत हैं जिसमें से 7 हजार 99 परीक्षार्थी परीक्षा में प्रविष्ट हुए। परीक्षा का परीक्षा परिणाम 83.67 प्रतिशत रहा जिसमें छात्रों का उत्तीर्णता प्रतिशत 82.01 तथा छात्राओं का उत्तीर्णता प्रतिशत 85.03 रहा। प्रवेशिका परीक्षा में 3 हजार 310 छात्रों में से 643 छात्र और 4 हजार 6 छात्राओं में से 974 छात्राएं प्रथम श्रेणी में उत्तीर्ण हुई हैं।
पहली बार कोटा से माध्यमिक शिक्षा बोर्ड का परीक्षा परिणाम जारी करते हुए शिक्षा मंत्री ने कहा कि शिक्षा तंत्र में व्यापक सुधार और नवाचारों से परीक्षा परिणाम श्रेष्ठ रहा है। उन्होंने कहा कि विद्यालयों में शिक्षण के दौरान व्यवधान न हो, तारतम्य न टूटे इसके दृष्टिगत कक्षा में मोबाइल के उपयोग को पूर्णतया सख्ती से प्रतिबंधित किया गया जिससे विद्यालयों में शिक्षण के लिए पर्याप्त वातावरण एवं समय मिल पाया और परीक्षा परिणाम बेहतर रहे। इसी तरह सत्रांक को लेकर भी तय किया गया कि जितने सत्रांक विद्यालय द्वारा विद्यार्थी को दिए गए हैं उसका आधा प्रतिशत विद्यार्थी आवश्यक रूप से प्राप्त करें अन्यथा शिक्षक को उत्तरदायी माना जाएगा। विभाग द्वारा विभिन्न स्तरों पर निरतंतर समीक्षा से भी निरंतर सुधार हुआ है। इसके अलावा पदोन्नति से भी शिक्षकों का मनोबल बढ़ा है। शिक्षा मंत्री ने बताया कि कई वर्षों से शिक्षक पदोन्नति के इंतजार में थे, मौजूदा राज्य सरकार ने हाल ही 35 हजार शिक्षकों की डीपीसी कर पदोन्नत किया जिससे शिक्षक उत्साहित होकर अपना श्रेष्ठ प्रदर्शन कर रहे हैं। उन्होंने बताया कि निकट भविष्य में 21 हजार पदों पर भी पदोन्नति की प्रक्रिया शुरू की जाएगी। माध्यमिक शिक्षा बोर्ड, शिक्षा विभाग एवं शिक्षकों की टीम को बेहतर परिणाम के लिए शुभकामनाएं दी।
परीक्षा परिणाम घोषणा के दौरान माध्यमिक शिक्षा बोर्ड अध्यक्ष डॉ. महेशचन्द शर्मा एवं अन्य अधिकारी वीसी के माध्यम से जुड़े। वीसी कक्ष में एडीएम सीलिंग कृष्णा शुक्ला, शिक्षा मंत्री के ओएसडी सतीश गुप्ता, सीडीईओ योगेश पारीक, डीईओ सैकण्ड्री के.के. शर्मा सहित शिक्षा विभाग के अन्य अधिकारी उपस्थित रहे।