पर्यटन विकास की दृष्टि से विकसित होंगी जिले की झीले- कलेक्टर
बूंदी.KrishnakantRathore/ @www.rubarunews.com- राजस्थान झील अधिनियम 2015 के अंतर्गत जिला स्तरीय संरक्षण एवं विकास समिति की बैठक बुधवार को जिला कलक्ट्रेट सभागार में जिला कलेक्टर डॉ. रविन्द्र गोस्वामी की अध्यक्षता में आयोजित हुई। इसमें जैतसागर झील की सफाई तथा झील को पर्यटन की दृष्टि से विकसित करने को लेकर विचार विमर्श किया गया।
बैठक में जिला कलेक्टर ने निर्देश दिए कि जैतसागर झील की सफाई आवश्यक संसाधन उपलब्ध करवाए जाएंगे। उन्होंने कहा कि चरणबद्ध तरीके से जैतसागर झील की सफाई करवाई जाए, ताकि इसमें नौकायान सहित अन्य पर्यटन की गतिविधियां शुरू करवाई जा सके।
जिला कलेक्टर ने निर्देश दिए कि जैतसागर झील से जलकुंभी हटाई जाए ताकि नौकायन और बर्ड वाचिंग गतिविधियों संचालित हो सके। जैतसागर से निकलने वाले कचरे को ऑर्गेनिक खाद के रूप में उपयोग में ले। झील की दीवारों की मरम्मत की जाए। साथ ही जैतसागर एवं नवल सागर झील के चारों ओर इवनिंग लाइटिंग करवाई जाए। उन्होंने निर्देश दिए कि झील के किनारे बैठने की सुविधा के साथ ही पार्किंग की भी व्यवस्था करवाई जावे। उन्होंने निर्देश दिए कि जैतसागर में फव्वारे लगवाए जाए। साथ ही जिले में अन्य स्थानों पर स्थित झीलों को चिन्हित किया जावे, ताकि उनको पर्यटन की दृष्टि से विकसित किया जा सके।
बैठक में मुख्य कार्यकारी अधिकारी मुरलीधर प्रतिहार, नगर परिषद आयुक्त महावीर सिंह सिसोदिया, जल संसाधन विभाग के अधिशाषी अभियंता राजेन्द्र पाटनी, एसीएफ संजय शर्मा, डीसीएफ आरवीटीआर संजीव शर्मा, सहायक पर्यटन अधिकारी प्रेम शंकर सैनी मौजूद रहे।