75वें संविधान दिवस पर सूचना केंद्र में जिला प्रदर्शनी एवं संगोष्ठी, प्रवक्ता बोले, भारत का संविधान महानतम
बूंदी.KrishnakantRathore/ @www.rubarunews.com>> संविधान दिवस एवं संविधान अंगीकरण के स्वर्णिम 75 वर्ष पूर्ण होने के अवसर पर शहर के देवपुरा स्थित जिला सूचना केंद्र परिसर में जिला स्तरीय प्रदर्शनी एवं संगोष्ठी का आयोजन किया गया।
जिला स्तरीय प्रदर्शनी का शुभारंभ नगर परिषद सभापति सरोज अग्रवाल ने फीता काटकर किया। इस दौरान सूचना जनसंपर्क अधिकारी संतोष कुमार मीणा, अतिरिक्त जिला शिक्षा अधिकारी ओम गोस्वामी , सहायक जनसंपर्क अधिकारी हेमंत मीणा, अतिरिक्त प्रशासनिक अधिकारी अर्जुन सिंह हाडा, सेवानिवृत्ति आरएएस रामनिवास मीणा, सेवानिवृत प्राचार्य शंभू दयाल मेहरा, समाजसेवी पुरुषोत्तम पारीक, भी मौजूद रहे। इस दौरान सहायक सूचना जनसंपर्क अधिकारी ने सभापति को पंडित दीनदयाल उपाध्याय जीवन आधारित संबंधी पुस्तक भी भेंट की। इस दौरान सभापति सहित अतिथियों ने प्रदर्शनी का अवलोकन भी किया।
प्रश्नोत्तरी के विजेताओं को किया पुरस्कृत
कार्यक्रम में डॉ भीमराव अम्बेडकर के जीवन और संविधान की विशेषताओं से संबंधित प्रश्नोत्तरी का भी आयोजन किया । साथ ही प्रश्नोत्तरी प्रतियोगिता में विजेताओं को अतिथियों द्वारा पुरस्कृत किया गया। इस दौरान बडी संख्या में विद्यालयी छात्र-छात्राओं ने भी संविधान दिवस पर लगाई गई चित्र प्रदर्शनी का अवलोकन किया। स्कूली बच्चों ने प्रश्नोत्तरी के दौरान पूछे गए प्रश्नों के उत्साह के साथ जवाब दिए और पुरस्कार जीते।
भारत का संविधान महानतम – सीडीइओ
जिला स्तरीय प्रदर्शनी के बाद सूचना केन्द्र के सभागार में विचार गोष्ठी का आयोजन किया गया। इसमें मुख्य अतिथि मुख्य जिला शिक्षा अधिकारी डॉ. महावीर शर्मा तथा जिला जिला शिक्षा अधिकारी राजेंद्र व्यास, अतिरिक्त जिला शिक्षा अधिकारी ओपी गोस्वामी, समाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग के सहायक निदेशक रामराज मीणा विशिष्ट अतिथि के रूप में मौजूद रहे।
संगोष्ठी में विचार व्यक्त करते हुए सीडीईओ ने भारतीय संविधान की महत्ता व उपयोगिता पर प्रकाश डालते हुए भारत के संविधान को सबसे महान संविधान बताया। उन्होंने कहा कि संविधान दिवस की सार्थकता के लिए देश के विकास के लिए कार्य करना चाहिए। हमारा हर कदम देश के कल्याण एवं विकास के प्रति समर्पित होना चाहिए।
उन्होंने कहा भारतीय संविधान विश्व का महानतम संविधान है। भारत को विश्व गुरु बनाने का सपना तभी साकार होगा। इसलिए हम सभी भारतवासी भारतीय संविधान का पालन करें। ज्ञान के रास्ते से ही विश्वगुरु बनने का रास्ता गुजरता है। संविधान का प्रत्येक शब्द समय के साथ प्रतिदिन सुसंगत है। उन्होंने संविधान की महत्ता पर विचार व्यक्त करते हुए उन्होंने कहा कि हमारे प्रतिदिन के जीवन में संविधान की अहम भूमिका है। साथ ही उन्होंने कहा कि डा. भीमराव अम्बेडकर के बताये हुए मार्ग पर चलकर ही भारत को एक समृद्धशाली मजबूत व सम्पन्न राष्ट्र बनाया जा सकता है।
कार्यक्रम के विशिष्ट अतिथि राजेंद्र व्यास ने संविधान की उत्पत्ति से लेकर वर्तमान समय तक संविधान के महत्व पर विस्तृत प्रकाश डाला। उन्होंने भारत के संविधान की विभिन्न देश के संविधानों से तुलना भी किया। भारत के संविधान को विशिष्ठ स्थान प्रदान किया। जो समय एवं परिस्थिति के अनुसार अपना एक अलग महत्व रखता है। उन्होंने संविधान के विभिन्न उपबंधों के संदर्भ में न्यायिक दृष्टिकोण के अवलोकन पर भी विस्तार से चर्चा की।
कार्यक्रम में इंटेक संयोजक राजकुमार दाधीच, सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग के सहायक निदेशक रामराज मीणा, संस्कृत स्कूल के प्रधानाध्यापक अजय सिंह सोलंकी, पत्रकार आदि मौजूद रहे।