मध्य प्रदेश

ग्रामीण क्षेत्रों के हर गांव को सप्ताह में सेनेटाईजर कराये : कलेक्टर

भिण्ड[email protected]>> कलेक्टर डॉ सतीश कुमार एस एवं पुलिस अधीक्षक मनोज कुमार सिंह द्वारा कोरोना नियंत्रण को लेकर अन्तर विभागीय अधिकारियों की बैठक आज कलेक्टर कार्यालय भिण्ड के सभागार में आयोजित की गई। इस दौरान अपर कलेक्टर प्रवीण फुलपगारे, सीईओ जिला पंचायत जेके जैन, एसडीएम भिण्ड-अटेर उदयसिंह सिकरवार, डिप्टी कलेक्टर विजय राय के अलावा वर्चुअल बीडियों कॉन्फेस के माध्यम से अन्य अधिकारी शामिल हुए।

बैठक में कलेक्टर डॉ सतीश कुमार एस ने मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत से कहा कि ग्रामीण क्षेत्रों में हर गांव सप्ताह में एक बार सेनेटाईजर हो, इस तरह की व्यवस्था करें। प्रत्येक दिन 100 गांव के मान से सेनेटाईजर कराया जाये। उन्होंने कहा कि गांव में ऐसी जगह चिन्हित करें जहां चबूतरे, सार्वजिनक स्थान एवं अन्य ऐसी जगह जहां ज्यादा से ज्यादा लोग बैठते हो वहां सेनेटाईजर कराना सुनिश्चित करें। सेनेटाईजर की व्यवस्था मुख्य नगर पालिका अधिकारी को करने के निर्देश दिए। इसीप्रकार मुख्य नगर पालिका अधिकारी सुरेन्द्र शर्मा से कहा कि शहरी क्षेत्रो में जगह चिन्हित कर पीडीएस की दुकान, प्रमुख दुकान जहां ज्यादा लोग बैठते हो ऐसे स्थानों पर सेनेटाईजर कराऐ।

कलेक्टर डॉ सतीश कुमार एस ने कहा कि शहरी एवं ग्रामीण क्षेत्रों जहां तीन से अधिक केस है वहां कंटेनमेंट ऐरिया बनाई जाए। बैठक में अधिकारियों से कहा कि किल कोरोना सर्वे, सेनेटाईजर, दवा वितरण आदि गतिविधियों के फोटो, वीडियों मोबाईल के द्वारा बनाए जाकर पीआरओ को भिजवाना सुनिश्चित करें, ताकि उक्त फोटो फेसबुक, ट्यूटर एवं वाट्सअप पर भेजे जा सके।

नगर पालिका सीएमओ भिण्ड को निर्देशित किया कि जहां-जहां सेनेटाईजर किया जाना है, वहां-वहां की लिस्टिंग कर लें और उसके बाद उन स्थानों पर सेनेटाईजर कराए। किल कोरोना सर्वे एवं दवा वितरण का कार्य कम दिखाई दे रहा है उसमें सर्वे दल के द्वारा गति लाई जावे। एसडीएमगण यह देखे कि हॉटस्पोर्ट स्थानों पर टीम के द्वारा दवा का वितरण किया जा रहा है कि नहीं। उन्होंने मुख्य नगर पालिका अधिकारी को निर्देशित किया कि कोरोना संक्रमण भर्ती मरीजो को चाय, नाश्ता, भोजन में गुणवत्ता होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि ब्लॉक स्तर पर आइसोलेशन सेंटर तैयार रखने के निर्देश दिए। बैठक में जिला आपूर्ति अधिकारी से राशन वितरण के संबंध में जानकारी प्राप्त की और उन्होंने कहा कि सार्वजनिक वितरण प्रणाली की दुकानों पर शिक्षको की ड्यूटी नोडल अधिकारी के रूप में लगाई जानी थी की भी जानकारी प्राप्त की और उन्होंने आवश्यक दिशा निर्देश दिए। जिला परिवहन अधिकारी से भिण्ड से उत्तर प्रदेश, राजिस्थान, गुजरात इत्यादि स्थानों पर परिवहन के आने-जाने पर रोक लगाई गई है, उस पर नजर रखते हुए कार्यवाही करना सुनिश्चित करें।

बैठक में मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ अजीत मिश्रा ने कहा कि कोविड संक्रमण की पहचान होने तक मरीज को बुखार, जुकाम के लक्षण होने पर स्थानीय/झोलाछाप चिकित्सकों द्वारा टेबलेट कॉम्बीफ्लेम, फ्लेक्सोन, एवं डेकाडॉन आदि दी जाती है, जिससे मरीजों की स्थिति गंभीर हो जाती है। ऐसी स्थिति में यह आवश्यक है कि मरीज सिर्फ पैरासीटामोल टेबलेट का उपयोग करे तथा बुखार के लिए कॉम्बीफ्लेम, फ्लोक्सान या डेकाडॉन का उपयोग न करे।