कलेक्टर ने शहर में संचालित विकास कार्यों का किया निरीक्षण, विकास कार्यों की गति बढाने के दिए सख्त निर्देश
बूंदी.KrishnakantRathore/ @www.rubarunews.com-जिला कलेक्टर अक्षय गोदारा ने बुधवार को बूंदी शहर में संचालित विभिन्न विकास कार्यों का औचक निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने कार्यों की धीमी प्रगति पर गहरी नाराजगी जताई और संबंधित अधिकारियों को कार्यों में तेजी लाने के लिए सख्त निर्देश दिए।
जिला कलक्टर गोदारा ने स्पष्ट किया कि विकास कार्यों में धीमी प्रगति पाए जाने पर संबंधित जिम्मेदार अधिकारियों एवं संवेदकों के खिलाफ नियमानुसार कड़ी कार्रवाई अमल में लाई जाएगी। उन्होंने कहा कि कार्यों में लापरवाही किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
जिला कलेक्टर ने सबसे पहले नवल सागर झील में पर्यटन विकास के लिए करवाए जा रहे लाइट एवं साउंड शो के कार्य का निरीक्षण किया। उन्होंने निर्देश दिए कि कार्य स्थल से कार्य पूर्ण होने के बाद निर्माण सामग्री तुरंत हटाई जाएं और परिसर में अच्छी तरह से साफ-सफाई रखी जाएं। उन्होंने आरसीसी कार्य को आगामी एक माह में पूरा करवाने और लाइट एंड साउंड शो का परीक्षण कार्य शीघ्र करवाने के निर्देश दिए।
नालों के निर्माण में तेजी लाने के निर्देश
इसके बाद, कलेक्टर ने मीरागेट क्षेत्र में निर्माणाधीन जैतसागर नाले के निर्माण कार्य की प्रगति देखी। उन्होंने यहां श्रमिकों की संख्या बढ़ाकर काम को गति देने के निर्देश दिए। नाले के ले-आउट का बारीकी से अवलोकन करते हुए उन्होंने अन्य स्थानों पर आ रहे अवरोधकों को दूर कर लंबित कार्यों को तुरंत शुरू करवाने को कहा। उन्होंने निर्देश दिए कि जिन स्थानों पर शटरिंग का कार्य पूरा हो चुका है, वहां सीमेंट-कंक्रीट बिछाने का काम शुरू करवाया जाए और रिटेनिंग वॉल के पीछे मिट्टी शीघ्र डलवाई जाएं। कलक्टर ने लंका गेट क्षेत्र में भी नाले के निर्माण में बाधक बन रहे अतिक्रमण का सीमाज्ञान करवाकर कार्य शुरू करवाने के निर्देश दिए।
अस्पताल और मेडिकल कॉलेज के कार्यों का लिया जायजा
जिला कलेक्टर ने जिला चिकित्सालय परिसर में संचालित निर्माण कार्यों का भी निरीक्षण किया। उन्होंने निर्देश दिए कि अस्पताल परिसर में संचालित निर्माण कार्य को एक कार्य योजना बनाकर आगामी मार्च 2026 तक पूरा करवाना सुनिश्चित करें। निर्माण कार्य में गुणवत्ता का विशेष ध्यान रखा जावें। मेडिकल कॉलेज के निरीक्षण के दौरान उन्होंने निर्देश दिए कि परिसर की सड़कों पर डामरीकरण करवाया जाएं, ताकि आवागमन सुगम हो सके। इसके अलावा कार्य में नियोजित श्रमिकों की संख्या बढ़ाई जावें। उन्होंने शैक्षणिक एवं गैर शैक्षणिक ब्लॉक के निर्माण की धीमी प्रगति पर नाराजगी जताई। उन्होंने पार्किंग व स्पोर्ट काॅम्पलेक्स के कार्यो को गति देने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि सभी कार्य तय समय सीमा में पूर्ण करें और समय पर जो कार्य पूर्ण नहीं हो रहे है, उनके मामले में नियमानुसार राशि की कटौती की जावें।
निरीक्षण के दौरान नगर परिषद आयुक्त धर्मेन्द्र मीणा, आरएसआरडीसी के परियोजना निदेशक राजकुमार राजौरिया, आरयूआईडीपी की अधिशाषी अभियंता सोनम शर्मा, पर्यटन अधिकारी प्रेमशंकर सैनी आदि मौजूद रहें।
