कोरोना आपदा का सामना करने के लिए देश को एकजुट होना होगा – मुख्यमंत्री श्री चौहान
भोपाल.Desk/ @www.rubarunews.com>> मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि कोरोना की आपदा का सामना करने के लिए देश को एकजुट होना होगा। यह बड़ी विपदा है। ऑक्सीजन की कमी जैसी समस्याएँ सामने हैं, जिनकी कल्पना नहीं थी। लेकिन हम अपने दायित्व से मुक्त नहीं हो सकते। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में देश भी एकजुट होकर खड़ा है। इस एकजुटता से ही जन-जन में आत्म-विश्वास बनेगा और हम संकट पर विजय पाएंगे। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि केन्द्र ने राज्यों को ऑक्सीजन आवंटित की है। ऑक्सीजन की आपूर्ति के लिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह से लगातार सहयोग मिल रहा है। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने ऑक्सीजन परिवहन को डिजास्टर मैनेजमेंट एक्ट के अंतर्गत सम्मिलित करने के लिए केन्द्रीय गृह मंत्री अमित शाह का आभार माना। उन्होंने कहा कि राज्यों को अपने स्तर पर भी ऑक्सीजन की व्यवस्था के लिए प्रयास करने होंगे। मुख्यमंत्री श्री चौहान प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा आयोजित कोविड-19 पर मुख्यमंत्रियों से वर्चुअल संवाद में भाग ले रहे थे।
मुख्यमंत्री श्री चौहान मंत्रालय से वीडियो कॉन्फ्रेंस में सम्मिलित हुए। चिकित्सा शिक्षा मंत्री श्री विश्वास सारंग और लोक स्वास्थ्य परिवार कल्याण मंत्री डॉ. प्रभुराम चौधरी भी उपस्थित थे। वीडियो कॉन्फ्रेंस में 11 राज्यों के मुख्यमंत्री सम्मिलित हुए। नीति आयोग के सदस्य डॉ. बी.के. पाल ने देश में कोविड की स्थिति पर प्रस्तुतीकरण दिया। मध्यप्रदेश द्वारा ऑक्सीजन के मितव्ययी उपयोग के लिए किए गए प्रयासों की प्रस्तुतिकरण में सराहना हुई।
ऑक्सीजन की व्यवस्था के लिए निरंतर प्रयास जारी
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने बताया कि मध्यप्रदेश में ऑक्सीजन की व्यवस्था के लिए निरंतर प्रयास जारी हैं। इन्दौर से दो टैंकर वायुसेना के विमान द्वारा जामनगर भेजे जा रहे हैं। इससे सड़क परिवहन में लगने वाले समय को बचाया जा सकेगा। प्रदेश में ऑक्सीजन बचाने के उद्देश्य से ऑक्सीजन ऑडिट की व्यवस्था की गई है। सभी अस्पतालों को पोर्टल से जोड़ते हुए, ऑक्सीजन का मितव्ययी उपयोग सुनिश्चित किया जा रहा है। इस व्यवस्था से खण्डवा में अनुकरणीय पहल सामने आयी है। जहाँ 80 सिलेंडर उपयोग में आते थे, जिनकी संख्या घटकर 25 हो गई है। बीना रिफाइनरी में उपलब्ध ऑक्सीजन का उपयोग करने के लिए रिफाइनरी के पड़ोस में ही 1000 बिस्तर का अस्पताल बनाने का निर्णय लिया है।
सर्दी, खाँसी, जुकाम के मरीजों के लिए सहायता केन्द्र
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि हमारा प्रयास यह है कि लोग घर पर ही ठीक हों और उन्हें अस्पताल जाने की आवश्यकता न पड़े। इसके लिए होम आइसोलेशन व्यवस्था में रह रहे मरीजों को डॉक्टर दो बार टेलीफोन से संपर्क करते हैं। मध्यप्रदेश में कोविड सहायता केन्द्र आरंभ किए गए हैं। यहाँ सर्दी, खाँसी, जुकाम के मरीजों की जाँच होगी। उन्हें मेडिकल किट उपलब्ध कराकर आइसोलेट किया जा रहा है। कोविड केयर सेंटरों की व्यवस्था को बेहतर बनाते हुए उन्हें अस्पताल के विकल्प के रूप में स्थापित किया जा रहा है।
रेमडेसिविर इंजेक्शन के उपयोग पर गाईड लाइन आवश्यक
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि रेमडेसिविर इंजेक्शन के उपयोग के संबंध में भारत सरकार की ओर से निश्चित गाईड लाइन जारी होना आवश्यक है।
दवाइयों की कालाबाजारी पर रासुका
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि इंजेक्शन सहित सभी महत्वपूर्ण दवाइयों की कालाबाजारी करने पर रासुका के अंतर्गत कार्यवाही की जा रही है। अफवाह उड़ाने वालों और कृत्रिम कमी का माहौल बनाने वालों के विरुद्ध भी सख्त कार्यवाही के निर्देश दिए गए हैं।
जनता का, जनता द्वारा, जनता के लिए कर्फ्यू का प्रभावी
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने जानकारी दी की मध्यप्रदेश में जनता ने स्वयं तय कर कोरोना कर्फ्यू क्रियान्वित किया है। गाँवों में जनता का, जनता द्वारा, जनता के लिए कर्फ्यू प्रभावी रहा है। प्रदेश में आरंभ हुई आत्मानुशासन की इस मुहिम से पिछले छह-सात दिनों में पॉजिटिविटी की दर 25 प्रतिशत से नीचे आयी है और स्वस्थ होने वाले व्यक्तियों की संख्या भी बढ़ी है।
संविदा पर ली जा रही है सेवानिवृत्त चिकित्सकों की सेवाएँ
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि प्रदेश में संक्रमण से प्रभावित व्यक्तियों की संख्या को देखते हुए अतिरिक्त चिकित्सकों और स्वास्थ्य कर्मियों की जरूरत होगी। राज्य सरकार सेवानिवृत्त हुए चिकित्सकों और स्वास्थ्य कर्मियों की सेवाएँ लेने के लिए उन्हें संविदा नियुक्ति दे रही है। साथ ही पात्र व्यक्तियों को ऑनलाइन प्रशिक्षण की व्यवस्था भी की जा रही है। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि कोरोना संक्रमण का संकट बड़ा है। हम प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में एकजुट होकर प्रयास करते हुए इस संकट पर विजय पाएंगे।