अनियंत्रित होकर मेज नदी में गिरी कार 4 घंटे की मशक्कत के बाद बाहर निकाली कार,व्यवसायी की हुई मौत
बूंदी.KrishnakantRathore/ @www.rubarunews.com- जिले के लाखेरी कस्बे में बुधवार देर रात पापड़ी मेज नदी पुलिया पर भीषण हादसा हो गया जिसने हर किसी को दहला गया। अंधेरे और तेज बहाव के बीच एक कार अनियंत्रित होकर पुलिया से सीधा नदी में जा गिरी। जिसको लेकर रात भर सर्च ऑपरेशन चलाया गया रात डेढ़ बजे नदी की गहराई में एक कर दिखाई दी जिसे क्रेन की सहायता से बाहर निकाल कार में कार सवार व्यक्ति का शव मिला जिसे अस्पताल की मोर्चरी में रखवा दिया।
जैसे ही राहगीरों ने हादसे की सूचना दी नदी किनारे बड़ी संख्या में लोग जमा हो गए। अंधेरे और तेज बहाव के कारण लोग नदी की ओर टकटकी लगाए खड़े रहे। सूचना पर एसडीआरएफ, सिविल डिफेंस और पुलिस की टीम मौके पर पहुंची। रेस्क्यू ऑपरेशन की कमान एएसपी उमा शर्मा ने संभाली। प्रशासन ने क्रेन और रोप्स मंगवाए। बड़ी मशक्कत के बाद डेढ़ बजे रात पुलिया के पास गहराई में डूबी कार दिखाई दी। टीम ने सावधानी से कार को बाहर निकाला। कार को पानी से बाहर निकालते ही मौके पर मौजूद लोगों की रूह कांप गई। कार बुरी तरह क्षतिग्रस्त थी और उसके अंदर से एक शव दिखाई दिया। शव को बाहर निकालते ही वहां मौजूद परिजनों में कोहराम मच गया।
कार से मिला व्यवसायी का शव
थानाप्रभारी सुभाष शर्मा ने बताया कि कार के अंदर से बांरा जिले के सीसवाली निवासी 50 वर्षीय हरीश खंडेलवाल पुत्र केदार खंडेलवाल का शव बरामद हुआ। जैसे ही शव की पहचान हुई, परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल हो गया। इस पूरे रेस्क्यू अभियान के दौरान प्रशासन और पुलिस के बड़े अधिकारी मौके पर मौजूद रहे। बूंदी से एएसपी उमा शर्मा, कार्यवाहक एडीएम रवि वर्मा, डीएसपी नरेंद्र नागर और इंद्रगढ़ तहसीलदार राजेंद्र कुमार मीणा पूरी रात घटनास्थल पर डटे रहे। लगभग ढाई बजे रात को रेस्क्यू अभियान पूरा हुआ। उसके बाद मृतक का शव अल सुबह 4 बजे पोस्टमार्टम रूम में रखवाया गया।गुरुवार सुबह मृतक के भाई लोकेश खंडेलवाल ने पुलिस को रिपोर्ट सौंपी। रिपोर्ट दर्ज होने के बाद पोस्टमार्टम करा शव परिजनों को सौंप दिया गया।
स्थानीय लोगों ने पुलिया पर सुरक्षा इंतजाम की उठाई मांग
हादसे के बाद आसपास के लोगों में दहशत का माहौल है। कई लोग घटना स्थल पर खड़े होकर यह कहते नजर आए कि जब तक पुलिया पर सुरक्षा इंतजाम पुख्ता नहीं होंगे, तब तक हादसे थमने वाले नहीं हैं। लोग प्रशासन से ठोस कदम उठाने की मांग कर रहे हैं। लोगो ने बताया कि करीब दो से तीन वर्ष पूर्व इसी स्थान पर सवारियों से भरी बस भी अनियंत्रित होकर पानी में समा गई थी। उस हादसे में 24 लोगों की दर्दनाक मौत हुई थी।