कुछ सावधानियां बरतकर गर्मी से होने वाली बीमारियों और नुकसान से बचा जा सकता है- अनुराग पचौरी, जिला सलाहकार
बढ़ते तापमान और लू से बचाव हेतु जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकरण दतिया ने जारी की एडवायजरी
दतिया @Rubarunews.com / Peeyush Rai>>>>>>>>>>>>>>> मध्यप्रदेश राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के निर्देशन में जिले में निरंतर तापमान में वृद्धि और बढ़ रही गर्मी से बचाव हेतु जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकरण दतिया ने जारी की एडवायजरी। दोपहर की चिलचिलाती धूप में बाहर जाने से करें परहेज, हर आधे घंटे बाद पानी पीएं।
दतिया में गर्मी के मौसम में दिन पर दिन तापमान बढ़ता जा रहा है, मौसम विभाग के अनुसार आने वाले दिनों में इसमें और बढ़ोत्तरी होने की संभावना है। इसलिये जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकरण की ओर से आमजन को गर्मी से बचाने के लिए एडवायजरी जारी की गई है।
नागरिक लू बचाव हेतु दोपहर में यदि आवश्यक न हो तो घर से बाहर न निकलें
प्राधिकरण द्वारा जारी एडवायजरी में बताया गया है कि वर्तमान समय में अधिक मात्रा में लू चलने की संभावना है। अतः नागरिक लू बचाव हेतु दोपहर में यदि आवश्यक न हो तो घर से बाहर न निकले।
इस संबंध में अनुराग पचौरी जिला सलाहकार आपदा प्रबंधन (मध्यप्रदेश राज्य आपदा प्राधिकरण, गृह विभाग) ने कहा कि कुछ सावधानियां बरतकर गर्मी से होने वाली बीमारियों और नुकसान से बचा जा सकता है।
श्री पचौरी ने बताया कि अधिक तापमान शरीर की तापमान नियमन प्रणाली को खराब कर देता है और शिशुओं, छोटे बच्चों, गर्भवती महिलाओं, 65 या उससे अधिक उम्र के लोगों, मजदूरों, मोटापे से पीड़ित लोगों, मानसिक रूप से बीमार लोगों, हृदय रोग से पीड़ित रोगियों को उच्च तापमान से बचना चाहिए।
प्यास न होने पर भी हर आधे घंटे बाद पानी पीना चाहिए
गर्मी से बचने के लिए हमें दोपहर में धूप में बाहर नहीं निकलना चाहिए। संभव हो तो हमें सुबह और शाम को बाहर का काम करना चाहिए, प्यास न होने पर भी हर आधे घंटे बाद पानी पीना चाहिए। किन्तु मिर्गी या हृदय रोग, गुर्दे या यकृत रोग से पीड़ित लोगों सीमित तरल पदार्थ का सेवन कर रहे है, उन्हें पानी का सवेन बढ़ाने से पहले चिकित्सक से परामर्श करना चाहिए।
नंगे पैर धूप में न निकलें, सर व शरीर को ढककर रखें
श्री पचौरी ने कहा कि बहार काम करते समय पूरे शरीर को ढ़कने वाले हल्के रंग के सूती कपड़े पहनने चाहिए, सीधी धूप से बचने के लिए सिर को ढ़कने के लिए छाता, टोपी, गमछा, पगड़ी या दुपट्टे का उपयोग करना चाहिए, नंगे पैर धूप मंे न जाएं जो लोग धूप में काम करते है उन्हें शरीर का तापमान 37 डिग्री पर रखने के लिए थोड़ी-थोड़ी देर बाद छाया मे आराम करना चाहिए या सिर पर गीला तौलिया या कपड़ा रखना चाहिए।
मौसमी फलों व सब्जियों का अधिकाधिक प्रयोग करें
उन्होंने बताया कि तरबूज, संतरा, अंगूर, ककड़ी, टमाटर, लौकी और तोरी जैसे मौसमी फल व सब्जियों का अधिक उपयोग करना चाहिए। क्योंकि इनमें पानी की मात्रा अधिक होती है। ऐसे मौसम में हमें ओआरएम, नीबू पानी, लस्सी, छाछ, नारियल पानी तथा अन्य तरल पदार्थ का सेवन अधिक से अधिक करना चाहिए।
जिले में तापघात व गर्मी प्रकोप से बचने जारी परामर्शी संदेशों को स्वयंसेवी संस्थाओं द्वारा आमजन को जागरूक किया जारहा
स्वयंसेवी संगठनों, नवांकुर संस्थाओं द्वारा समुदाय को राज्य व जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकरण, नेहरू युवा केन्द्र एवं मप्र जन अभियान परिषद के निर्देशन में स्वदेश ग्रामोत्थान समिति, विवेकानंद युवा मंडल, आदिशक्ति युवा मंडल सरसई व राजघाट संस्कृत संस्कृति प्रसार समिति, मेन्टर यूथ क्लब सीतापुर, ग्राम विकास प्रस्फुटन समितियों के तत्वावधान में जागरूकता गतिविधियों, कार्यक्रमों का संचालन किया जा रहा है।
सामाजिक संगठनों के तत्वावधान में सोशल मीडिया पर एडवाइजरी के अनुसार संदेश प्रसारित किए जा रहे हैं
जिले में सामाजिक संगठनों के माध्यम से सोशल मीडिया पर सामुदायिक चेतना, जन जागृति हेतु गर्मी व लू तापघात से बचाव हेतु पोस्टर, जिंगल, एमपी 3 आदि संदेश स्वदेश ग्रामोत्थान समिति दतिया, विवेकानंद युवा मंडल दतिया, आदिशक्ति युवा मंडल सरसई व राजघाट संस्कृत संस्कृति प्रसार समिति दतिया, मेन्टर यूथ क्लब सीतापुर, एसआरबी फॉउंडेशन दतिया, ग्राम विकास प्रस्फुटन समितियों के तत्वावधान में प्रसारित किए जा रहे हैं। ताकि आमजन तापघात, लू व गर्मी के प्रकोप से सुरक्षित रह सके।