वर्तमान समय में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस विद्यार्थियों सहित शिक्षकों के लिए भी महत्वपूर्ण विषय
बून्दी.KrishnakantRathore/ @www.rubarunews.com-राइजिंग राजस्थान के अंतर्गत राजकीय महाविद्यालय, बूंदी एवं यशस्वी भवः संस्थान, शीरपुर महाराष्ट्र के मध्य हुए एमओयू के अंतर्गत सोमवार को आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस विषय पर एक कार्यशाला का आयोजन किया गया। “एंबर्रेसिंग ए आईः टूल्स टू बूस्ट योर एकेडमिक सक्सेस“ विषयक कार्यशाला के मुख्य वक्ता यशस्वी भवः संस्था के कमलेश कुरणकर रहे तथा अध्यक्षता प्राचार्य डॉ अनीता यादव ने की।
अध्यक्षीय उद्बोधन देते हुए प्राचार्य डॉ अनीता यादव ने कहा कि वर्तमान समय में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस की जानकारी विद्यार्थियों को होना आवश्यक है। विद्यार्थियों के साथ-साथ की शिक्षकों के लिए भी वर्तमान समय में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस एक महत्वपूर्ण विषय बन गया है।
मुख्य वक्ता कमलेश कुरणकर ने पावर पॉइंट प्रस्तुतीकरण के माध्यम से विद्यार्थियों को आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस की बारीकियों के बारे में समझाते हुए वर्तमान प्रचलित एआई टूल्स जैसे जैमिनी, चेट जिपीटी, ड्रिलबोट इत्यादि के बारे में विस्तृत जानकारी एवं लाइव प्रदर्शित करके विद्यार्थियों को सिखाया। कुरणकर ने एआईं टूल्स के उपयोग के द्वारा शिक्षकों तथा विद्यार्थियों के लिए उपयोगी प्रोजेक्ट, पावर बैंक प्रेजेंटेशन तैयार करना, अनुवाद करना, राइटिंग असिस्टेंट जैसे विविध कार्य के बारे में प्रायोगिक तौर पर जानकारी दी। साथ ही संकाय सदस्यों के अकादमिक, शैक्षणिक एवं शोध संबंधी कौशल क्षमताओं को बढ़ाने से जुड़े विभिन्न एआई टूल्स के बारे में बताया। इस दौरान इन्होंने विद्यार्थियों एवं शिक्षकों की जिज्ञासाओं को भी शांत किया। कार्यशाला ऑनलाइन एवं ऑफलाइन मोड पर आयोजित कर नवाचार प्रकोष्ठ के यूट्यूब चैनल पर लाइव किया गया।
कार्यशाला का संचालन नवाचार प्रकोष्ठ के प्रभारी डॉ दिलीप राठौड़ तथा धन्यवाद समिति सदस्य डॉ भारतेंदु गौतम ने ज्ञापित किया। कार्यक्रम में महाविद्यालय के संकाय सदस्य डॉ बेला माथुर डॉ पूर्ण चंद्र उपाध्याय, डॉ राजेंद्र प्रसाद, डॉ जुबेर खान, हेमलता टांक, मेघा गुप्ता, डॉ सविता चौधरी, दिनेश कुमार शर्मा डॉ संत कुमार मीणा, हेमन्त मनवानी, धर्मवीर मीना, गिरिराज मीना आदि उपस्थित रहे।