डॉ रामलाल मीणा की कार्यशैली से नाराज गौशाला संचालकों ने जुलूस निकालकर पुतला फूंका तथा बर्खास्त करने की मांग को लेकर मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपा
बूंदी.KrishnakantRathore/ @www.rubarunews.com-बूंदी जिले की विभिन्न गौशालाओं के पदाधिकारियों व गौसेवकों ने मिलकर पशुपालन विभाग बूंदी संयुक्त निदेशक डा. रामलाल मीणा की कार्यशैली से नाराज होकर डा. रामलाल मीणा के पुतले का इद्रा बाजार में जुलुस निकाल कर नारेबाजी की और पशु चिकित्सालय बूंदी के सामने डा. रामलाल मीणा के पुतले को चप्पलों से पीटकर पुतला दहन किया व मुख्यमंत्री के नाम जिला कलेक्टर को ज्ञापन देकर डा. रामलाल मीणा को बर्खास्त करने की मांग की है। गौशाला के पदाधिकारी प्रेमशंकर मीणा ने बताया कि आज हमने संयुक्त निदेशक डा. रामलाल मीणा
के स्वयम् सेवी गौसेवकों से द्वैषतापुर्ण रवैया दुर्घटनाग्रस्त घायल, बीमार गौवंशो को उपचार हेतु पशु चिकित्सालय लाने पर गौसेवकों से दुर्व्यवहार के चलते तथा पशु क्रुरता समिति का सचिव होकर आयेदिन घटित हो रही गौमाता की अकाले मौत, गौतस्करी, गौशालाओं में क्षमता नहीं होने के बावजूद अनुदान बंद करने की धमकियाँ देकर जबरन शहर बूंदी के गौवंश रखने का दबाव बनाना, खेडला गाँव में नंदीगौवंश को लाठीयों से पीटकर गौहत्या के मामले में कोई संज्ञान नही लेना आदि मुद्दो पर जिला कलेक्टर को मुख्यमंत्री महोदय के नाम ज्ञापन सौंपकर डा. रामलाल को बर्खास्त करने की मांग की है।
– गोपाल गौसेवा संस्थान के अध्यक्ष प्रहलाद मीणा ने बताया कि हमारे गौसेवक निस्वार्थभाव से सड़क दुर्घटनाओं में असहाय, निराश्रित गोवंशों, अमुक जीवों के साथ आयेदिन घटित हो रही क्रुरतापुर्ण घटनाओं से आहत है हमारे गौसेवक अपने निजी खर्च पर घायल, पीड़ित गौवंशो को पशुचिकित्सालय में लाकर उनकी देखभाल करते है परंतु डा. रामलाल मीणा द्वारा गौसेवकों के साथ अभद्रता पुर्वक बर्ताव किया जाता है तथा गौसेवकों द्वारा लाय जाने वाले गंभीर घायल बीमार गौवंशो को भी ईलाज के बाद भर्ती नहीं कर, अस्पताल से बाहर कर दिया जाता है ऐसे में कई बार उनकी मौके पर ही अकाले मौत हो जाती है।
– गौसेवक रामबाबू श्रृंगी ने बताया कि दिनांक 21.04.2025 को बूंदी जिले के गाँव खेडला तह. तालेडा में गाँव के लोगो द्वारा एक नन्दी बैल को रस्सीयों से मुह बांधकर एकराय एक ईरादे से लाठीयों से हमलाकर जान से मार दिया जिसके संबंध में थाना तालेडा में मुकदमा 127/2025 दिनांक 21.04.25 दर्ज करवाई परंतु पुलिस ने अभी तक कोई गिरफ्तारी, कोई कार्यवाही नहीं है यह घटना समाचार पत्रो में भी प्रमुखता से प्रकाशित हुई परंतु जिला पशुक्रुरता समिति ने उक्त घटना पर कोई संज्ञान नही लिया ऐसे में पशु क्रुरता की बेठक महज खानापूर्ति बनकर रह गई । उक्त घटना से पूर्व भी दिनांक 27.04.2023 को जिले के ग्राम रामगंज में मृत गौवंश को ट्रेक्टर से बाधकर अमानवीयता पूर्ण घसीटा गया, दिनांक 17.04.2024 को जिले की बडारामद्वारा गौशाला के 4 गौवंश गौशाला के बाहर दुदर्शा में पड़े मिले व अन्य की अस्पताल में ईलाज के दौरान मौत हो गई, ऐसे ही जिले के विभिन्न मार्गो से आयेदिन विभिन्न वाहनों में गौवंशो को हत्या के प्रयोजन से ठुसकर भरकर ले जाया जाता है दिनांक 07.05.2025 को पशु चिकित्सालय बूंदी में उपचार करने हेतु लाये गए निराश्रित गौवंश को शाम को सयुंक्त निदेशक द्वारा चिकित्सालय बूंदी से बाहर निकाल दिया गया जिसकी नाली में गिरकर अकाले मृत्यु हो गई। आगे बताया कि गाँवो में नन्दी गौवंशो के सीग व पेर छोटी ररसी बांध कर प्रताडित किए जाने के मामले आते है उक्त सभी घटनाओं से गौवंशो के संरक्षण हेतु सरकार के निर्देशानुसार जिला कलेक्टर महोदय की अध्यक्षता में जिला पशुकुरता निवारण समिति गठित है जिनके उद्देश्यो के अनुरूप जमीनी स्तर पर कोई कार्य नहीं हो पा रहा है।
– गौसेवक मधुसूदन यादव ने बताया कि संयुक्त निदेशक पशुपालन विभाग के अधीन जिले मे जो भी गौशालाएं संचालित है संयुक्त निदेशक के दबाव में उनकी क्षमता नही होने के बाद भी अत्यधिक संख्या में गौवंश रखने पर मजबूर है जिले की अधिकांश गौशालाओं में मृत गौवंशों को दफनाने की कोई व्यवस्था नहीं है तथा उनके मृत शवों को खुल्ले में फेंका जाता है जो कि उनके मृत शरीरो का घौर अपमान है मृत गौवंशो को गौशालाओं द्वारा अपने स्तर पर दफनाया जाना पशु पालन विभाग का आवश्यक नियम है।
दिनांक 16.04.2024 को डा. रामलाल मीणा द्वारा गौशालाओं की क्षमता नही होने बावजूद गौशालाओ में गौवंश रखने से अव्यवस्था होकर भारी संख्या में गौवंशो की अकाले मृत्यु हुई जो कि पशु क्रुरता की श्रेणी में आता है ऐसे में हम मांग करते हैं संयुक्त निदेशक बर्खास्त हो और योग्य अधिकारी की नियुक्ति हो।
गौवंशो के संरक्षण करने वाले अधिनियमों पशुक्रुरता निवारण अधिनियम 1960 , गौवंश वध प्रतिषेध अधिनियम 1995 सहित पशुपालन विभाग जयपुर व पशु कल्याण बोर्ड चैनई के निर्देशों की सख्ती से पालना सुनिश्चित हो।
इस दोरान गौसेवकों ने आगामी 10 दिनों में इस ज्ञापन पर संज्ञान नहीं लेने की स्थिति में मुख्यमंत्री का पुतला धनकर उग्र आंदोलन किया जाएगा ।
इस ज्ञापन देने वालों में मोहन गिरी महाराज, कन्हैया दास महाराज, मोहन महाराज, भागचंद जी रायका श्री श्याम गौसेवा दल हिंडोली के अध्यक्ष संदीप वर्मा, सनातनी गौ सेवा समिति के अध्यक्ष पवन सिंह, श्री आजाद हिंद पंचमुखी हनुमान गौशाला बामनगांव के हरिओम शर्मा श्री राधा कृष्ण गौ सेवा समिति रघुनाथपुरा के प्रेमशंकर मीणा, श्री नंदी गौ सेवा संस्थान बूंदी का गोठडा के सचिव राम सिंह पासवान, बजरंग दल के पदाधिकारी राजन पालीवाल महेंद्र वैष्णव कुलदीप गुर्जर प्रेम शंकर गुर्जर मोहित लाखन यादव दिनेश शर्मा कमलेश सैनी मोनू सैनी महावीर पांचाल हंसराज यादव शिवराज यादव महावीर मोनू सूरज गुर्जर अनिल वर्मा लेखराज सैनी आदी मौजुद थे।