ओलावृष्टि के बाद को नष्ट हुई फसल देखने पहुंचा किसान ने खेत पर ही तोडा दम
भिण्ड। दबोह थाना क्षेत्र स्थित ग्राम जगदीशपुरा में रहने वाले गरीब किसान ओलावृष्टि से फसल को नष्ट हुई देखा। खेत में फसल को नष्ट देख किसान सदमा में आ गया और उसने खेत पर ही दम तोड दिया। बताया जा रहा है ओलावृष्टि के एक दिन पहले किसान की मां की मौत हुई थी। इधरए घर में बेटे की शादी भी होनी थी। जीविका का एक मात्र सहारा खेती को चौपट देखए किसान सदमा सहन नहीं कर सका और उसकी ह्रदय गति रूक गई। जगदीशपुरा गांव में रहने वाले 49 वर्षीय किसान सेवाराम दोहरे पुत्र भोगीराम दोहरे सुबह करीब 7 बजे अपने खेत पर फसल देखने पहुंचा। किसान ने देखा कि उसके ढाई बीघा खेत में सरसों की फसल पूरी तरह से नष्ट हो चुकी थी। फलस की बर्बादी का मंजर देख किसान बेहोश होकर जमीन पर गिर गया। ऐसे में आसपास खेतों पर काम कर रहे लोग बेहोशी की हालत में घर ले गएए बाद में चिकित्सक द्वारा उन्हें मृत घोषित कर दिया गया। बताया जा रहा है कि सेवाराम दोहरे की हृदयगति रुक जाने से मौत हो गई।
8 जनवरी को मां की हुई थी मौत
मृतक कृषक सेवाराम के परिवार वालों का कहना है कि सेवाराम की मां कल्लो देवी का 08 जनवरी की शाम देहांत हो गया था। ओलावृष्टि 09 जनवरी की देर शाम हो गई। ऐसे में अंतिम संस्कारए शोक व्यक्त करने के लिए घर पर नाते-रिश्तेदारों का आना जाना लगा था। इस वजह से किसान ओले से खेतों का नुकसान देखने भी नहीं पहुंच पाया था। किसान सेवाराम वक्त निकालकर अपने ढाई बीघा खेत पर ख?ी सरसों की लहलहाती फसल को देखने पहुंचा तो वो ओलावृष्टि से नष्ट दिखी। किसान उजड़ी हुई फसल देख अचेत हो गया और उसकी हृदयगति रुक गई और वह खेत की मेढ़ पर ही गिर गया।
एक मात्र सहारा था खेती
किसान का एक मात्र सहारा खेती ही था वो नष्ट हो चुकी थी। मां के त्रयोदशी का खर्च भी उसे उठाना था। किसान क्रेडिट कार्ड का लोन चुकाना था। इसके अलावा उसके पुत्र भैयालाल की शादी भी इस बार करनी थी। फसल नष्ट के बाद वो चिंतित हो उठा और सदमे में आ चुका था।