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आरजीएचएस लाइसेंस विक्रेता फर्मो की एक कार्यशाला आयोजित

बून्दी.KrishnakantRathore/ @www.rubarunews.com- राजकीय चिकित्सालय बूंदी के सभाकक्ष में औषधि नियंत्रक राजस्थान के निर्देशों की पालना में आरजीएचएस लाइसेंस विक्रेता फर्मो की एक कार्यशाला आयोजित की गई जिसमे आरजीएचएस में हो रही धांधली और मिल रही शिकायतों से अवगत कराया गया।
बैठक के दौरान सभी विक्रेता फर्मो को ब्रांडेड दवाइयों को जेनेरिक दवाइयों से बदल कर देना, औषधि की सेल मात्रा का खरीदी गई मात्रा से ज्यादा पाया जाना या बिना औषधि खरीदे ही औषधियों को विक्रय कर पोर्टल पर अपलोड करना, डॉक्टर द्वारा लिखी गयी औषधि मात्रा को ज्यादा या काम देना, डॉक्टर की पर्ची में मात्रा का मेनुपुलेशन करना, आरजीएचएस पेशेंट्स को दवा देने से इंकार करना इत्यादि को नियमो के विरुद्ध बताया गया एवं किस तरह से राज कोष में होने वाले गबन से अवगत कराया गया।
साथ में ही औषधि नियंत्रण विभाग द्वारा की जाने वाली कार्यवाही से अवगत करते हुए औषधि विभाग के अधिकारियो ने बताया की अगर कोई भी औषधि विक्रेता फर्म राज कोष में गबन में लिप्त पाई गई तो उसका लाइसेंस अगले रिन्यूअल तक सस्पेंडेड करना, लाइसेंस कैंसिल करना, फार्मासिस्ट का रजिस्ट्रेशन फार्मेसी कौंसिल से निरस्त करवाना जैसी कार्यवाही की जाएगी।
साथ में ही बैठक के दौरान बताया कि एआई ने भी अपना काम पोर्टल पर शुरू कर दिया है, जो कि डॉक्टर की पर्ची से लेकर औषधि की मात्रा तक को स्कैन कर रहा है। औषधि विभाग से निर्देश दिए की जब भी कोई विक्रेता फर्म आरजीएचएस पेशेंट को दवा दे तो अपने मेडिकल स्टोर की मोहर अवश्य लगे ताकि दूसरी बार डॉक्टर की पर्ची पोर्टल पर अपलोड न हो सके। बैठक के दौरान 30 विक्रेता फर्म के मालिक / फार्मासिस्ट उपस्थित हुए।
बैठक सहायक औषिधि नियंत्रक कोटा देवेंद्र गर्ग, औषधि नियंत्रण अधिकारी कोटा डॉक्टर संदीप कुमार केले, औषधि नियंत्रण अधिकारी बूंदी रोहिताश्व नागर व निशांत बघेरवाल जिला केमिस्ट एसोसिएशन के अध्यक्ष अशोक जैन व जिले के कई नामी केमिस्ट भी उपस्थित हुए। मीटिंग में उपस्थित केमिस्ट द्वारा भी अपनी समस्याओं से विभाग को अवगत कराया गया।