भागवत कथा के श्रवण मात्र से ही व्यक्ति के विचारों में आता हैं बदलाव – पं. भूपेंद्र शास्त्री A person’s thoughts change just by listening to Bhagwat Katha – Pt. Bhupendra Shastri
बून्दी.KrishnakantRathore/ श्रीराधा कृष्ण मंदिर परिसर में चल रहे श्रीमद् भागवत कथा ज्ञान यज्ञ के अंतिम दिन सुदामा चरित्र, नव योगेश्वर संवाद द्वादश स्कंध प्रसंगों का वर्णन पं. भूपेन्द्र शास्त्री द्वारा किया गया। कृष्ण की अलग-अलग लीलाओं का वर्णन करते हुए शास्त्री ने कहा की भागवत कथा के श्रवण मात्र से व्यक्ति भवसागर से पार हो जाता है। कथा के श्रवण मात्र से ही व्यक्ति के पाप पुण्य में बदल जाते हैं, विचारों में बदलाव होने पर व्यक्ति के आचरण में भी स्वयं बदलाव हो जाता है। कथा के अंत में महाआरती की गई। श्रीमद् भागवत कथा के दौरान बीच-बीच में सुंदर झांकियां प्रस्तुत की गई। कथा में बढ़-चढ़कर भाग लेते हुए श्रद्धालु नृत्य में रत रहे। इस दौरान संयोजक मिथिलेश दाधीच, सहसंयोजक प्रेमलता दाधीच, प्रवक्ता नूतन तिवारी, राजकुमार दाधीच, सुनयना दाधीच, सुप्रिया दाधीच, सावन दाधीच, आराधना दाधीच, रिपुसूदन दाधीच, मीनल दाधीच, पवन दाधीच, कमलेश झा, धनंजय शर्मा, चंद्र प्रकाश चंद्र शेखर, दुर्गाशंकर दाधीच, स्वतंत्र भूषण, महेश दाधीच आदि मौजूद रहे।