लोक अदालत में आपसी सुलह व समझौते से 708 प्रकरणों का निराकरण
श्योपुर.Desk/ @www.rubarunews.com>>राष्ट्रीय विधिक सेवा प्राधिकरण, नई दिल्ली एवं म.प्र. राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण, जबलपुर के दिशा-निर्देशानुसार एवं आर.के. गुप्त, प्रधान जिला न्यायाधीश एवं अध्यक्ष, जिला विधिक सेवा प्राधिकरण, श्योपुर के मार्गदर्शन में आज जिला न्यायालय, श्योपुर एवं तहसील न्यायालय विजयपुर में वर्ष की प्रथम नेशनल लोक अदालत का आयोजन किया गया।
जिला न्यायालय मंे नेशनल लोक अदालत का शुभारंभ राकेश कुमार गुप्त, प्रधान जिला न्यायाधीश एवं अध्यक्ष, जिला विधिक सेवा प्राधिकरण, श्योपुर द्वारा द्वीप प्रज्वलित एवं सरस्वती माता की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर किया गया। इस मौके पर जिला अभिभाषक संघ के अधिवक्तागण, जिला न्यायायलय श्योपुर के सभी न्यायिक अधिकारीगण, जिला विधिक सहायता अधिकारी, कर्मचारीगण, सामाजिक कार्यकर्ता एवं विभिन्न विभागों के अधिकारीगण उपस्थित रहें।
जिला न्यायालय श्योपुर में प्रीलिटिगेशन मामलों के लिए विद्युत विभाग, वन विभाग, नगर पालिका, बैंक एवं बी.एस.एन.एल., लैण्डलाईन आदि के प्रकरणों के निराकरण हेतु पृथक-पृथक स्टॉल लगाये गये जिन पर बडी संख्या में लोग अपने निराकरण के लिए स्टॉलों पर मौजूद थे तथा प्रकरणों में राजीनामा करने पर लोक अदालत स्मृति चिन्ह के रूप में फलदार पौधे पक्षकारों को प्रदान किये गये।
नेशनल लोक अदालत में प्रीलिटिगेशन के विभिन्न विभागों के करीब 567 मामलें निपटाए जाकर राशि रूपये 17488881 की वसूली की गई। जिसमें समस्त बैंकों के करीब 79 प्रीलिटिगेशन प्रकरणों का निराकरण किया जाकर 14214500 राशि की वसूली की गई। विद्युत विभाग के लगभग 217 मामले निराकृत कर 2588151 राशि की वसूली की। नगर पालिका के लगभग 256 निपटाए जाकर 628660 राशि की वसूली की। वन विभाग के लगभग 13 मामले निराकृत कर 30260 राशि की वसूली की। बी.एस.एन.एल. के लगभग 02 प्रकरणों का निराकरण कर 27370 राशि की वसूली की गई।
जिला न्यायालय, श्योपुर एवं तहसील न्यायालय, विजयपुर के न्यायिक अधिकारियों की खण्डपीठों ने कुल 141 मामलों का आपसी सुलह और समझौते से पक्षकारों के मामलों का निराकरण किया गया। जिसमें मोटर दुर्घटना के 14 मामलों में 6905000 राशि का मुआवजा दिलाया गया तथा चैक बाउंस 45 मामलों में 16052231 राशि तथा आपराधिक प्रकरण के 21 मामलों में निराकरण किया गया एवं विद्युत विभाग के 32 मामलें निराकृत कर 989879 राशि प्राप्त हुई एवं परिवार न्यायालय के 03 मामलें निराकृत हुए।