सेवा भाव मे बच्चे भी नही है पीछे, स्वयं आगे है स्कूल को सेनीटाइज करने के लिए
बून्दी.KrishnaKantRathore/ @www.rubarunews.com- हमेशा से ही बच्चे हर कार्य में बड़ों का बढ़-चढ़कर सहयोग करते आए हैं। प्रत्येक सामाजिक सरोकारों में बालकों की भूमिका महत्वपूर्ण होती है। ऐसा ही एक उदाहरण वर्णन सीनियर सेकेंडरी स्कूल में देखने को मिला, जहां एनएसएस के सेवाभावी दो छात्र स्वयं आगे आकर स्कूल को सेनीटाइज करने में सहयोग के लिए आगे आए।
वर्तमान में राजस्थान माध्यमिक शिक्षा बोर्ड द्वारा राजस्थान के विद्यालयों में दसवीं और 12वीं कक्षा के बचे हुए विषयों की परीक्षाएं हो रही हैं। ऐसे में निर्देशानुसार परीक्षा के पूर्व और पश्चात परीक्षा कक्षों और विद्यालय को सेनीटाइज किया जाना है।
विद्यालयों को सेनीटाइज करने की जानकारी मिलने पर स्थानीय सीनियर सेकेंडरी स्कूल में अध्ययनरत 2 छात्र ओमेश प्रजापत एवं दीपक मेहरा स्वप्रेरित होकर स्कूल के प्रधानाचार्य पास पहुंचे और स्कूल को सेनीटाइज करने के कार्य में सहयोग देने का प्रस्ताव रखा। बच्चों की सेवा भावना और उनके द्वारा लॉकडाउन पीरियड में किए गए कार्यों को देखते हुए विद्यालय प्रशासन ने इन छात्रों के प्रस्ताव को स्वीकार किया।
बरूंधन स्कूल के एनएसएस प्रभारी रणजीत मीणा, शिवराज मीणा, हीरा लाल, दिनेश कुमार के सहयोग से दोनों छात्र ओमेश प्रजापत और दीपक मेहरा विद्यालय और सभी कक्षा कक्षों को सेनीटाइज का कार्य किया। अन्य स्टाफ़ सदस्यों ने भी स्कूल को स्वच्छ रखने में बच्चों का सहयोग किया।
प्रधानाचार्य अशफाक गौरी ने बच्चों का उत्साहवर्धन करते हुए सेवा भावना की प्रशंसा की और कहा कि कोरोना को देखते हुए सोशल डिस्टेंस बनाए रखते हुए परीक्षा करवाना, हमारे लिए चुनौतीपूर्ण था ऐसे में इन बच्चों का सहयोग सराहनीय और महत्वपूर्ण है।
छात्र उमेश प्रजापत और दीपक मेहरा ने कहा कि खेतों में लगी फसलों मे भी कीटनाशक के छिड़काव करने में हम माता पिता का सहयोग करते हैं, तो स्कूल सैनिटाइजेशन का कार्य हमारे लिए आसान है।
लॉकडाउन पीरियड में भी हमने अपने घर और आसपास के स्थानों को सनराइज किया है, तो विद्यालय को सेनीटाइज करना भी हमारा कर्तव्य मानते हुए यह कार्य किया।