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सामान आयात न होने से दुकानदार उपभोक्ताओंं से वसूल रहे मनमाने दाम

भिण्ड.Desk/ @www.rubarunews.com>> बिजली विभाग की अघोषित कटौती से वैसे ही आमजन त्रस्त हो गया है। इस अघोषित कटौती और बार-बार फ्लक्चुऐशन होने से घर में लगे कूलर, पंखे, एसी, बल्ब, फ्रिज, वांशिगमशीन जैसे कीमती सामान फुंक रहे हैं। इसके परिणाम बाजार में रिपेयरिंग के लिए जो भी बिजली के उपकरण आ रहे हैं। उनकी रिपेयरिंग की फीस दोगुनी ली जा रही है। वहीं उपकरण में डलने वाले पुर्जोंं की कीमतें भी चारगुनी बढ़ा दी गई है। उपभोक्ताओं द्वारा दुकानदारों से जब इसका जबाव मांगा जाता है तो वे कह देते हैं कि बाहर से माल आ नहीं रहा है इसकी वजह से जो सामान पहले 20 रूपये का था आज वो 80 रूपये में बेचा जा रहा है। मंहगाई की ये मार गरीब से लेकर मध्यमवर्गीय परिवार को झेलनी पड़ रही है। यही कारण है कि बाजार में सब्जी और राशन के अलावा अन्य सभी चीजों के दाम आसमान छू रहे हैं। शहर में दुकानदार सुई से लेकर मशीनों के बड़े बड़े पुर्जे भी औने पौने दामों में बेच रहे हैं जिसे खरीदने के लिए उपभोक्ता मजबूर हैं। फुंके हुए पंखे मोटर्र की भराई 400 की जगह 800 रूपये हो गई है। घूमफिर कर साईकिल का चक्र किसान और गरीबों पर जाता है और ये पूरी मंहगाई की मार किसान और गरीब ही झेल रहे हैं। लॉकडाउन के दौरान दुकानदारों की दुकानें बंद रही जिसकी वसूली वो सामान पर हाईरेट बढ़ाकर वसूल रहे हैं। और इन्हें देखने वाला कोई नहीं है। इस प्रकार की हेराफेरी सबसे ज्यादा इलैक्ट्रॉनिक सामान में मिल रही है। भिण्ड जिले के आला अधिकारी स्थानान्तरण की प्रतीक्षा कर रहे हैं इसलिए दुकानदारों का मनमाना रवैये पर कोई कार्यवाही नहीं कर रहा है। जहां तक बिजली अधिकारियों का सवाल है वे अपने ऑफिस में आराम फरमा रहे हैं फ्लक्चुऐशन का प्रभाव आमजन पर भारी पड़ रहा है। वो अपना मेंटेनेंस डेली दो चार घण्टे का रखेंगे और फुल लाइट देने का प्रयास कभी भी नहीं करेंगे।