राजस्थान

लाईन विभाग जनहित के कार्यो को तत्काल करवाये स्वीकृत-सीईओ

बूंदी.KrishnaKantRathore/ @www.rubarunews.com-  ग्रामीण विकास एवं पंचायतीराज विभाग के तहत संचालित राजीव गांधी जल संचय योजना में प्रगति की समीक्षा बैठक  जिला परिषद स्थित कक्ष में मुख्य कार्यकारी अधिकारी मुरलीधर प्रतिहार की अध्यक्षता में आयोजित हुई।

इस दौरान सीईओ प्रतिहार ने योजना की कार्यवार समीक्षा करते हुए निर्देश दिए कि राज्य सरकार की जल संरक्षण को लेकर चलाई जा रही योजना को लाईन विभागों द्वारा गंभीरता से लिया जावे। साथ ही जनहित के कार्यो की तत्काल स्वीकृतियां जारी करवाये तथा उन्हें 5 नवम्बर तक प्रारंभ करवाने के लिए सभी आवश्यक कार्यवाही सुनिश्चित कर ली जावे। उन्होेंने यह भी निर्देश दिए कि पूर्ण हो चुके कार्यो की अद्यतन प्रगति रिपोर्ट 2 दिवस में वेबपोर्टल पर दर्ज करवाने के साथ ही कार्यो की भौतिक स्थिती को पोर्टल पर नियमित दर्ज करवाया जावे।

उन्होंने निर्देश दिए कि लाईन विभागीय अधिकारियों को योजना से संबंधित किसी भी प्रकार की समस्या आने पर तत्काल योजना के नाॅडल अधिकारी से संपर्क किया जाकर समस्या समाधान का गंभीरता पूर्वक प्रयास किया जावे साथ ही उच्चाधिकारियों को भी अवगत करवाया जावे। वनाधिकार क्षैत्र में करवाये जाने वाले कार्यो के लिए वनाधिकारी पूर्ण गंभीरता बरते तथा आगामी 7 दिवस में कार्य स्वीकृत करवाते हुए उन्हें प्रारंभ करवाये जाने की कार्यवाही सुनिश्चित करें।

उन्होंने निर्देश दिए कि जिन कार्यो को नियमानुसार महात्मा गांधी नरेगा योजना से स्वीकृत करवाया जा सकता है, उनके प्रस्ताव तैयार कर आगामी 7 दिवस में जिला परिषद, ईजीएस कार्यालय को प्रेषित किये जावे। साथ ही नहीं करवाये जा सकने वाले कार्यो की तथ्यात्मक रिपाॅर्ट जिला कलक्टर को नियमानुसार प्रस्तुत की जावे। जिला नाॅडल अधिकारी योजना में प्रगति की नियमित समीक्षा करे साथ ही जिला कलक्टर महोदय कि अध्यक्षता में नियमित पाक्षिक समीक्षा बैठक आयोजित करवायी जावे।

वाॅटर शेड विभाग के अधीक्षण अभियंता तथा योजना के जिला नाॅडल अधिकारी सी.एल सालवी ने बैठक में बताया कि माननीय मुख्यमंत्री महोदय की बजट घोषणा के तहत संचालित राजीव गांधी जल संचय योजना में जल संरक्षण के कार्यो को करवाये जाने के लिए जिले में वित्तीय वर्ष 2019-20 व 20-21 में 5355.56 लाख रूपये की 3480 कार्यो की डीपीआर तैयार की गई थी। जिनमें से अब तक विभिन्न विभागों द्वारा 384 कार्य ही स्वीकृत करवाये जाकर 132 कार्य पूर्ण करवाये है।

सीईओ प्रतिहार ने योजना के जिला नाॅडल अधिकारी को निर्देश दिए कि योजना में गंभीरता नहीं बरतने वाले अधिकारियों के विरूद्ध नियमानुसार कार्यवाही करवाया जाना सुनिश्चित करवाये। उन्होंने मुख्यमंत्री जल स्वावलंबन योजना की भी समीक्षा करते हुए आवश्यक निर्देश दिए।

इस दौरान सहायक वन संरक्षक बूंदी सी. एम. गुप्ता, नरेगा के अधिशाषी अभियंता प्रियव्रत सिंह, खेत सुधार खंड कोटा के अधिशाषी अभियंता महेन्द्र कुमार मित्तल, जल संसाधन परियोजना खण्ड बूंदी के अधिशाषी अभियंता राजीव विजय, वाॅटर शेड विभाग के अधिशाषी अभियंता एस. के. खण्डेलवाल एवं के0 पाटन के सुधीर तिवारी, विकास अधिकारी हिण्डोली राजकुमार सोनी, पंचायतीराज विभाग के सहायक अभियंता हितेन्द्र कुमार मेहरा आदि मौजूद रहे।