भारत ने बहुत से महत्वपूर्ण मील के पत्थर पार किए
नईदिल्ली.Desk/ @www.rubarunews.com>> भारत ने कोविड-19 के खिलाफ अपनी जंग में बहुत से महत्वपूर्ण मील के पत्थर पार कर लिए हैं।
करीब तीन महीनों के बाद पहली बार पिछले 24 घंटों में नए पुष्ट मामलों की संख्या 50,000 से कम (46,790) हो गई है। 28 जुलाई को नए मामले 47,703 थे।
प्रतिदिन बड़ी संख्या में कोविड रोगियों के ठीक होने से और मृत्युदर में भी लगातार गिरावट आने से भारत का सक्रिय मामलों में गिरावट दर्ज करने का रूख जारी है।
एक अन्य उपलब्धि, सक्रिय मामलों की संख्या में 10 प्रतिशत से ज्यादा की गिरावट आना है। आज की तिथि पर देश में कुल सक्रिय मामलों की संख्या 7.5 लाख से कम (7,48,538) है जो कुल मामलों का 9.85 प्रतिशत है।
केंद्र की समन्वित और देशभर में तेजी से जांच कराने, तुरंत और प्रभावी निगरानी एवं ट्रेकिंग, तत्काल अस्पताल में भर्ती कराने और केंद्र सरकार द्वारा जारी स्टैण्डर्ड ट्रीटमेंट प्रोटोकॉल की रणनीति और उस पर राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों द्वारा की गई तत्काल एवं प्रभावी कार्रवाई के कारण ही यह संभव हो सका है। यह सफलता देश के सभी हिस्सों के डॉक्टरों, परा चिकित्सकों, अग्रिम पंक्ति के कार्यकर्ताओं तथा अन्य सभी कोविड-19 योद्धाओं द्वारा की गई नि:स्वार्थ सेवा और प्रतिबद्धता के चलते प्राप्त हुई है।
सक्रिय मामलों में गिरावट के अलावा ठीक होने वाले रोगियों की संख्या में जबरदस्त बढ़ोतरी हुई। ठीक होने वाले रोगियों की संख्या 67 लाख को पार कर गई है (67,33,328)। सक्रिय मामलों और ठीक होने वाले मामलों के बीच भी अंतर लगातार बढ़ रहा है और यह बढ़कर आज की तिथि में 59,84,790 हो गया है।
पिछले 24 घंटों में 69,720 रोगियों को ठीक होने (रिकवर होने) के बाद अस्पताल से छुट्टी दी जा चुकी है। राष्ट्रीय रिकवरी दर बढ़कर 88.63 प्रतिशत हो गई है।
ठीक हुए नए रोगियों में से 78 प्रतिशत मामले 10 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के हैं।
महाराष्ट्र इसमें सबसे आगे है जहां प्रतिदिन 15000 से ज्यादा रोगी ठीक हो रहे हैं। इसके बाद कर्नाटक का स्थान है, जहां प्रतिदिन 8000 से ज्यादा रोगी ठीक हो रहे हैं।
75 प्रतिशत नए पुष्ट मामले 10 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों से हैं। महाराष्ट्र, कर्नाटक और केरल में 5000 से ज्यादा नए पुष्ट मामले सामने आए है।
पिछले 24 घंटों में 587 मामलों में रोगियों की मौत हुई हैं। इनमें से करीब 81 प्रतिशत इन 10 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों से हैं। लगातार दूसरे दिन मौत के मामले 600 से नीचे रहें।
महाराष्ट्र में एक दिन में सबसे ज्यादा मौतें (125) हुई हैं।
दुनियाभर में भारत वह अकेला देश है, जहां सबसे ज्यादा रोगी ठीक हुए हैं और जहां सबसे कम मौतें हुई हैं। आज यह आंकड़ा 1.52 प्रतिशत है। इसके नतीजे में, सक्रिय मामलों की संख्या में लगातार गिरावट आ रही है।