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निवसीड बचपन भोपाल व पैरवी नई दिल्ली के संयुक्त तत्वावधान में :

प्रशान्त गुप्ता की रिपोर्ट

भोपाल, मध्यप्रदेश @rubarunews.com  बच्चों के संरक्षण की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम के रूप में समेकित बाल संरक्षण योजना [ICPS] की शुरुआत की गई थी. वर्तमान में इसके महत्वपूर्ण आयामों एवं चुनौतियों पर चर्चा करने के लिए राज्य स्तरीय ऑनलाइन परिचर्चा (एक दिवसीय) निवसीड बचपन भोपाल एवं पैरवी दिल्ली के संयुक्त तत्वाधान में आयोजित की गई जिसमें प्रदेश के विभिन्न जिलों के बाल कल्याण समिति पदाधिकारी, बाल अधिकारों पर कार्यरत स्वैच्छिक संगठनों, विषय विशेषज्ञों व मीडिया साथियों ने सहभागिता की।

आयोजित कार्यक्रम में उपस्थित अतिथियों व प्रतिभागियों के स्वागत दीनबंधु वत्स, पैरवी संस्था, दिल्ली ने किया। परिचर्चा के उद्देश्य के बारे में जानकारी देते हुए सफल व प्रभावी संचालन सत्येन्द्र पाण्डेय निवसीड बचपन भोपाल ने किया साथ ही सभी साथियों को अपनी क्षेत्रीय स्थिति पर  बात रखने और अनुभव व्यक्त करने का अवसर प्रदान किया।

 

परिचर्चा में स्रोतव्यक्ति श्रीमती अर्चना सहाय, डायरेक्टर, चाइल्ड लाइन भोपाल ने संयुक्त राष्ट्र बाल अधिकार समझौते से लेकर वर्तमान तक की बाल अधिकार संरक्षण की यात्रा पर व्यापक जानकारी दी। लंबे अर्से से सामाजिक मुद्दों पर अनुभव रखने वाले विषय विशेषज्ञ व प्रभावी विश्लेषक सचिन कुमार जैन, विकास संवाद ने बच्चों के लिए संचालित योजनाओं व उन पर बजट की वास्तविक स्थिति पर तथ्यात्मक प्रस्तुतिकरण करते हुए साथियों से व्यापक स्तर पर मांग करने का आव्हान किया। रेखा श्रीधर, समन्वयक हिफाजत नेटवर्क ने जिला स्तर, ब्लॉक स्तर व ग्राम स्तरीय बाल संरक्षण समितियों की संरचना व दायित्व को स्पष्ट करते हुए वर्तमान वास्तविक स्थिति बताई।

बाल कल्याण समिति के डॉ. मनीष पाण्डेय अध्यक्ष जबलपुर व डॉ. के.के. दीक्षित अध्यक्ष ग्वालियर ने प्रतिभागियों के प्रश्नों का समाधान किया साथ ही दिक्कतों के बारे में बताया। बाल संरक्षण के मुद्दे पर ऑनलाइन विमर्श में उपस्थित होकर परिचर्चा में सक्रिय सहभागिता करते हुए।

परिचर्चा में सहभाागी बालमित्र व सदस्य जिला बाल संरक्षण समिति दतिया डॉ. रामजीशरण राय, उमेश सक्सेना श्योपुर, मस्तरामसिंह घोष निवाड़ी, ऋतु रूसिया, निहारिका पनसोरिया निवसीड बचपन भोपाल, रेखा राजपूत सागर, बलवीर पाँचाल, पीयूष राय,अशोककुमार शाक्य सहित अन्य प्रतिभागियों ने परसपर संवाद किया।

परिचर्चा में सम्मिलित प्रतिभागियों ने यह भावना व्यक्त की, कि बाल कल्याण समिति व किशोर न्याय बोर्ड की रिक्तियों को यथाशीघ्र भरा जावे, विभिन्न स्तरों पर गठित बाल संरक्षण समितियों को सक्रिय व संवेदनशील बनाया जावे साथ ही बाल अधिकार कार्यक्रम व योजनाओं हेतु बजट में अपेक्षित बढ़ोतरी की जावे। यह भी सहमति व्यक्त की, कि आगामी अभियान की गतिविधियों में परिचर्चा के विन्दुओं को आवश्यक रूप से सम्मिलित किया जावे। कार्यक्रम के अंत में धन्यवाद ज्ञापन रजनीश सहिल द्वारा किया गया। उक्त जानकारी सत्येन्द्र पाण्डेय निवसीड बचपन भोपाल ने दी।