मध्य प्रदेश

निजी स्कूलों में पढ़ा रहे अनट्रेंड शिक्षक, कार्रवाई नहीं

फूप.Desk/@www.rubarunews.com>> कस्बा क्षेत्र में संचालित होने वाले प्रायवेट स्कूलों में मूलभूत सुविधाओं की कटौती की जा रही है साथ ही कई ऐसे स्कूल संचालित हो रहे हैं जिनमें शिक्षक भी हाईस्कल व इंटरछाप पढ़ा रहे हैं जिसके बाद भी ऐसे स्कूलों पर शिक्षा विभाग मेहरबान बना हुआ है कार्रवाई करने की बजह खुली छूट दे रखी है ऐसे स्कूलों में न तो बच्चों के खेलने के लिए जगह है और न हीं किसी तरह की सुविधा बावजूद भी स्कूल चल रहे हैं। शिक्षा को प्राइवेट स्कूल संचालकों ने व्यापार बना दिया गया है। एक तरह से माने तो स्कूलों में बच्चों के भविष्य से खिलवाड़ किया जा रहा है। कस्बे के ज्यादातर प्राइवेट स्कूलों में दसवीं या बारवी पास शिक्षक ही स्कूलों में बच्चों को पढ़ा रहे हैं जिससे कस्बे की शिक्षा का ग्राफ दिन व दिन कम होता जा रहा है।जबकि शिक्षा विभाग के अनुसार शिक्षक स्नातक होना चाहिए।               इसके साथ स्कूलों मे बच्चों को दी जाने वाली मूलभूत सुविधाएं भी दुरुस्त नहीं है जैसे खेलने का मैदान, प्रयोगशाला, पुस्तकालय आदि से बंचित होने के बाद भी धड़ल्ले से संचालित किये जा रहे हैं बावजूद भी ऐसे स्कूलों को मान्यता देकर इन्हें संचालित किया जा रहा है। इतना ही नहीं अभिभावकों से मनमाने तरीक से फीस की बसूली की जा रही है जिस पर किसी तरह की रोक नहीं लगाई जा रही है। कस्बे में ऐसे कई स्कूल है जो तलघर में तक संचालित हो रहे और दूसरी या तीसरी मंजिल पर मकान मालिक व किराएदार रहते हैं। यह सारी खामियां होने के बावजूद भी शिक्षा विभाग द्वारा इन प्राइवेट स्कूलों पर कोई कार्यवाही नहीं की गई है।

Umesh Saxena

I am the chief editor of rubarunews.com