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ग्रीन जोन में बने रहने का बूंदी मॉडल सराहा, आगे की कार्य योजना बनाने के निर्देश

बूंदी.KrishnaKantRathore/ @www.rubarunews.com>> जिला प्रभारी मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास ने बूंदी जिले को अब तक कोरोना मुक्त रहते हुए ग्रीन जोन में बने रहने के लिए शाबाशी दी है और बूंदी मॉडल की सराहना की है। उन्होंने शनिवार को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से जिले में कोविड-19 की स्थितियों की विस्तार से समीक्षा कर दिशा निर्देश प्रदान किए। उन्होंने कहा कि बूंदी वालों की वर्किंग बहुत अच्छी है। आमजन की भूमिका भी सराहनीय है ।
जिला प्रभारी मंत्री ने कहा कि जिस तरह से जिले में अब तक कोरोना को एंट्री नहीं मिली है। आगे भी इसी तरह डटकर मुकाबला करते हुए हमें कोरोना को हराना है। थकना नहीं है। इस लड़ाई को सब मिलकर जीतेंगे ऐसा पूरा विश्वास है ।
उन्होंने स्पष्ट शब्दों में कहा कि आमजन की स्वास्थ्य सुरक्षा को सर्वोपरि रखते हुए लॉक डाउन एवं अन्य आवश्यक कदम उठाए गए हैं, जिनकी पूर्ण पालना करना आमजन का कर्तव्य है, क्योंकि यह उन सब के लिए ही किया जा रहा है। ऐसे में कोई व्यक्ति या संगठन सोशल मीडिया या अन्य माध्यम से लोगों को भ्रमित करने या गलत माहौल बनाने की कोशिश करें तो यह उचित नहीं है। ऐसी प्रवृत्तियों को हतोत्साहित करना होगा। ऐसे में हम सब को एक ही लक्ष्य के लिए सहयोग करने की जरूरत है।
प्रभारी मंत्री ने कहा कि इस दौर में भी कोई भूखा नहीं रहे यह ध्यान रखना है। कहीं से भी कोई भी जरूरतमंद भोजन के लिए आए तो उसको आवश्यक राशन सामग्री और भोजन व्यवस्था अवश्य मिले। उन्होंने यह भी कहा कि श्रमिकों को समझाइश करते हुए अपने घरजाने की जल्दबाजी नहीं करने की सलाह दी जानी चाहिए, क्योंकि धीरे-धीरे स्थितियां सामान्य होने की ओर है और ग्राीन जोन जिले में उद्योग व्यवसाय भी आरंभ हो चुके हैं। ऐसे में श्रमिकों का पलायन सही नहीं होगा।
जिला प्रभारी मंत्री ने कहा की जिला प्रशासन लॉक डाउन खुलने के बाद की स्थितियों को लेकर अभी से कार्ययोजना बनाए। छोटे स्तर के काम धंधे, लघु उद्योग आदि आरंभ हो ताकि श्रमिको को रोजगार मिले। साथ ही सरकारी कार्य भी शुरू हो जाए और धीरे-धीरे स्थितियों को सामान्य लाने की कोशिश की जाए। जिला प्रभारी मंत्री ने आगामी दिनों में पेयजल संकट से निपटने की कार्य योजना की भी जानकारी ली।
जिला कलेक्टर अंतर सिंह नेहरा ने बताया कि गर्मियों के मध्य नजर कंटीन्जेसी प्लान के तहत जल परिवहन के लिए आवश्यक कार्यवाही कर ली गई है। जिला पुलिस अधीक्षक से उन्होंने कानून व्यवस्था के संबंध में जानकारी ली। जिस पर पुलिस अधीक्षक शिवराज मीणा ने पुलिस तंत्र की व्यवस्था और की गई कार्यवाही से अवगत कराया। राशन वितरण की जानकारी लेने पर जिला कलेक्टर ने बताया कि राजस्थान में सर्वाधिक राशन वितरण 90.93 प्रतिशत बूंदी में हुआ है। इसके अलावा जरूरतमंद लोगों के लिए पहले ही सभी जरूरी सामान युक्त किट दिए जा चुके हैं। फिर भी आवश्यकता पड़ने पर सूखे राशन किट की व्यवस्था की जा रही है। जिले में किसी को भी भूखा रहने जैसी स्थिति का सामना नहीं करना पड़ रहा है।
सीईओ मुरलीधर प्रतिहार ने बताया कि नरेगा में जिले में बहुत अच्छी प्रगति है और राज्य में पहला परिवार बूंदी जिले से है, जिसने 100 दिन का रोजगार पूर्ण कर आवास निर्माण किया है। पुलिस अधीक्षक ने बताया कि लाॅक डाउन के दौरान 8000 वाहन जप्त किए गए। जिन्हें अब धीरे-धीरे छोड़ा जा रहा है। उन्होंने बताया कि 10 लाख रुपए का जुर्माना भी किया गया। सीएमएचओ व पीएमओ मौजूद रहे, जिन्होंने कोरोना के संबंध में जिले की अब तक की आवश्यक जानकारियां दी।
कोविड-19ः जांच में 531 सैंपल नेगिटिव
मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डाॅ. जी.एल. मीणा ने बताया कि अब तक 568 सेंपल लिए गए हैं, इनमें 9 सैंपल रिजेक्ट होने के बाद 531 सैंपल नेगेटिव आ चुके हैं। उन्होंने बताया कि 28 सेंपल की रिपोर्ट अभी पेंडिंग है। उन्होंने बताया शनिवार 12 सैंपल लिए गए हैं।