गौशालाओं की गुणवत्ता की इन्सपेक्शन रिपोर्ट देने के कलेक्टर ने दिए निर्देश
दतिया/ @rubarunews.com गौ शालाओ के निर्माण में गुणवत्ता का पूरा ध्यान रखा जाना चाहिए और किसी भी दशा में गुणवत्ता विहीन कार्य नहीं होना चाहिए। यह बात यहां संपन्न हुई ग्रामीण यांत्रिकी सेवा विभाग के अधिकारियों की बैठक में गौशालाओं के निर्माण की स्थिति की समीक्षा करते हुए कलेक्टर श्री रोहित सिंह ने कही।
बैठक में उपसंचालक पशु चिकित्सा डाॅ. जी.दास. एवं कार्यपालन यंत्री ग्रामीण यात्रिकी सेवा श्री खरे तथा उनके विभाग के सहायक यंत्री एवं उपयंत्री मौजूद थे।
कलेक्टर ने कहा कि गौशालाओं का निर्माण कार्य पूर्ण गुणवत्ता के साथ हो, इसके लिए उपयंत्री स्थल का निरीक्षण कर गुणवत्ता रिपोर्ट देंगे। इनकी रिपोर्ट को सहायक यंत्री प्रमाणित करेंगे।
जब उपयंत्री गौशालाओं के निरीक्षण पर जाएंगे, तो इसकी फोटो भी भेजेंगे।
पूर्ण हो चुकी गौशालाओं की समीक्षा के दौरान कलेक्टर ने सहायक यंत्रियों से पूछा कि जब गौशालाएं पूर्ण हो गई हैं, तो उनका पूर्णतः प्रमाण-पत्र क्यों नहीं दिया? उन्होंने कहा कि गौशालाओं के स्थल निरीक्षण के दौरान यह भी देखा जाए कि जितना व्यय हुआ है, उसके बराबर कार्य हुआ भी है या नहीं, इसकेा प्रमाणित किया जाना चाहिए। उन्होंने सहायक यंत्रियों से कहा कि वे एक उपयंत्री के कार्य क्षेत्र की गौशालाओं की गुणवत्ता को परखने के लिए दूसरे क्षेत्र के उपयंत्री को भेजकर प्रमाणित कराएं।
कलेक्टर ने कार्यपालन यंत्री से पूछा कि अगर कहीं अतिक्रमण है, तो उसको हटाने के क्या प्रयास किए गए? उन्होंने यह भी पूछा कि जिन गौशालाओं का निर्माण पूर्ण हो चुका है, उनमें से कितनों का भुगतान हुआ है और कितनों का भुगतान नहीं हुआ है। कलेक्टर ने नई गौशालाओं के स्थल तय करने और उसकी तैयारी करने के निर्देश दिए। कलेक्टर ने अन्य निर्माण कार्यो की भी समीक्षा की।