स्वच्छता में तमिलनाडु के युवा सबसे आगे Youth of Tamil Nadu are at the forefront in cleanliness
तमिलनाडु.Desk/ @www.rubarunews.com>> स्वच्छ भारत मिशन की पिछले नौ वर्षों में सफलता के परिणामस्वरूप आज स्वच्छता को एक उत्सव की तरह मनाया जा रहा है। भारत को कचरा मुक्त बनाने के इस उत्सव में समाज के सभी वर्गों से आने वाले नागरिक शामिल हो रहे हैं। स्वच्छता पखवाड़ा-स्वच्छता ही सेवा की शुरूआत ने सफाई को लेकर देश में एक आंदोलन का रुप ले लिया है। इस स्वच्छता आंदोलन में बच्चों के साथ-साथ वयस्क भी बड़ी संख्या में शामिल हो रहे हैं। तमिलनाडु में स्वच्छता ही सेवा अभियान छात्रों द्वारा प्रतिदिन की जाने वाली गतिविधियों के साथ निर्धारित है। इस अभियान में स्कूल और कॉलेज के छात्रों को बड़े पैमाने पर शामिल करके स्वच्छता क्रांति को बढ़ावा दिया जा रहा है। स्वच्छता पखवाड़ा के तहत, ठोस अपशिष्ट प्रबंधन, एकल उपयोग प्लास्टिक के खतरों पर जागरूकता फैलाने के लिए कई प्रमुख गतिविधियां और छोटे अभियान आयोजित किए गए। साथ ही, राज्य भर के सभी शहरी स्थानीय निकाय (यूएलबी) के स्कूल/कॉलेजों में स्वच्छता अभियान चलाया गया। विभिन्न संस्थानों में आयोजित स्वच्छता ही सेवा गतिविधियों में 1 लाख से अधिक छात्रों को भाग लेते देखना एक सुखद अनुभव था। सामान्य जागरूकता और स्वच्छता अभियानों के अलावा, कई यूएलबी ने एमसीसी, एमआरएफ, जैविक सीएनजी संयंत्र और जैविक खनन स्थलों जैसे ठोस अपशिष्ट प्रबंधन संयंत्रों को नजदीक से जानने-समझने के लिए छात्रों के लिए भ्रमण की भी व्यवस्था की गई। इसके अलावा, स्कूलों ने कचरे से अचरज भरी गतिविधियों पर प्रतियोगिताएं आयोजित कीं, जिसमें कई छात्रों ने कचरे से संपत्ति बनाने वाली कलाकृतियां तैयार कीं और प्रदर्शनी में पेश कीं।
स्वच्छता में तमिलनाडु के युवा सबसे आगे Youth of Tamil Nadu are at the forefront in cleanliness
छात्रों को गीले और सूखे कचरे को अलग-अलग करने के बारे में भी बताया गया। सभी स्कूलों में अपने स्वयं के गीले कचरे का प्रबंधन करने के लिए ऑनसाइट कंपोस्टिंग भी शुरू की गई और छात्रों को घरेलू कंपोस्टिंग शुरू करने की सरल तकनीकें सिखाई गईं। अभियान के दौरान रैलियां, मैराथन, साइक्लोथॉन आदि भी आयोजित किए गए। एकल उपयोग प्लास्टिक पर प्रतिबंध और प्लास्टिक के विकल्पों के बारे में जानकारी भी छात्रों को दी गई। कुछ स्कूलों में कपड़े के थैले भी वितरित किए गए और उनके बीच कचरा स्रोत पृथक्करण और घरेलू खाद बनाने की तकनीक पर पर्चे वितरित किए गए। तमिलनाडु के छात्रों ने रास्ता दिखाया है, क्योंकि स्कूल और कॉलेज के बच्चों जैसे युवा परिवर्तनकर्ताओं की सक्रिय भागीदारी निकट भविष्य में स्वच्छ भारत को स्वरुप देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी।