ये काटा वो काटा से गुंजायमान रहा आसमान….. हर कोई पतंगबाजी में हाथ आजमाता हुआ दिखाई दिया छतों पर
बून्दी.KrishnakantRathore/ @www.rubarunews.com>>मंगलवार को को जिले में मकर सक्रांति का पर्व बड़े हर्षोल्लास के साथ सूनी सड़कों व जोश में गीतों से गूंजती छतों पर पतंगों के साथ मनाया। सर्द हवाओं के बावजूद अलसुबह से ही युवा पतंगबाज अपनी पतंग व डोर के साथ छतों पर पहुंच पतंगबाजी का लुफ्त उठाने लगे।
दिन भर ’वो काटा…य, ’वो..अलग हैं’, ’काटा अरेरेरेरे….’ से आसमान गुंजायमान हो गया। पूरा आसमान रंग बिरंगी पतंगों से अटा हुआ दिखाई दिया। बच्चों से लेकर युवक युवतियां, महिलाएं पुरूष पतंगबाजी करती हुई नजर आई। जयपुर के बाद राजस्थान में बूंदी शहर का नाम पतंगबाजी सुर्खियों में आता है, यहां पतंगबाजी हाड़ाओं के समय से ही चली आ रही है, जहां हर घर परिवार अपने बड़े बुजुर्गों के संग छतों पर पहुंचकर पतंगबाजी करता है। पर्व पर दूरदराज के रिश्तेदार भी अपने अपने बून्दी के रिश्तेदारों के यहां पहुंचकर और पतंगबाजी करते नजर आएं। यहां आए विदेशी पर्यटक भी अपने आप को पतंगबाजी से नहीं रोक पाएं।
हाडोती का एकमात्र शहर बूंदी, जहां जबरदस्त पतंगबाजी देखने को मिलती है। इस दिन सारा शहर छतों पर नजर आया। दिनभर पतंगबाजी के बाद आतिशबाजी का जमकर लुत्फ उठाया। शाम ढलने के बाद दिये वाले पतंग आसमान में छोड़े गए, जिनसें आसमान आतिशबाजी ओर पैराशूट से सितारों सा चमकने लगा, मानो की सितारे चमक रहे हो।
वहीं कई लोग मकर संक्रांति पर लोग नदियों में स्नान करने, गायों को हरा चारा डालने, दान पुण्य करने में व्यस्त रहे। हालांकि शास्त्रों के अनुसार इस बार मकर संक्रांति पर्व 15 जनवरी को मनाई जा रहा है। शास्त्रों के अनुसार मकर संक्रांति का दान पुण्य को लेकर बढ़ा महत्व है। मकर संक्रांति पर मलमास समाप्त होने के साथ ही मांगलिक कार्यों की भी शुरुआत हो जाती है। इसके साथी दान पुण्य का कार्य भी इस दिन जारी रहा, शहर वासियों ने गोवंश को चारा डाला जरूरतमंद लोगों को कपड़े दिए। महिलाओं ने भी सुहाग की चीजें भी एक दूसरी महिलाओं को भेंट की।
पतंग व मांझे से किया चारभुजा नाथ का विशेष श्रृंगार
मकर संक्रांति के मौके पर भक्तों के साथ भगवान भी पतंगबाजी में शामिल रहे। इस मौके पर श्री चारभुजानाथ मंदिर में पतंग व मांझे से विशेष श्रृंगार किया गया। पुजारी पंडित पूर्ण चतुर्वेदी ने श्री चारभुजा की प्रतिमा को पंचामृत से स्नान करवा कर, नए वस्त्र धारण करवा कर पतंग ,डोर, गिड़गड़ी से श्रृंगार किया। इस मौके पर श्रद्धालु एवं भक्त जनों ने आरती उतार कर आरतियां गाकर भगवान को रिझाया एवं प्रसाद वितरित किया। पारीक एवं गर्ग ने बताया 15 जनवरी बुधवार को मंगला आरती में विशेष आरती उतारी जाएंगी तथा केसर युक्त दूध एवं पंचमेवा का प्रसाद वितरित किया जाएगा ।