नर चीतल रास्ता भटक फिर पहुँचा ग्रामीण क्षेत्र में, कुत्तों ने किया घायल The male chital lost its way and reached the rural area, injured by dogs
बूंदी.KrishnakantRathore/ @www.rubarunews.com>> टाइगर रिजर्व क्षेत्र से एक नर चीतल एकबार फिर रास्ता भटक कर बूंदी जिलें के बांसी क्षेत्र में पांडुला के पास ग्रामीण क्षेत्र में आ पहुँचा, जिसे गांव के आवारा कुत्तों ने दौड़ा-दौड़ा कर घायल कर दिया। सूचना पर सवाई माधोपुर से आई रेस्क्यू टीम ने ग्रामीणों की मदद से चितल को ट्रेंकुलाइज कर रामगढ़ विषधारी टाइगर रिजर्व में छोड़ा। ग्रामीण महेंद्र मीणा के अनुसार बुधवार सुबह जल्दी कुत्तों के भौंकने की आवाज आई तो खेत पर बने घर से बाहर आकर देखा तो एक चितल के पीछे बहुत सारे कुत्ते पड़े हुए थे। कुत्तों को भगाया और चीतल को बचाने के लिए जानवरों के बाड़े में छिपा कर इसकी सूचना वन नाका प्रभारी बांसी दयाराम गुर्जर को दी।
सूचना पर पहुँचे बांसी वन नाका प्रभारी बांसी दयाराम गुर्जर ने सवाई माधोपुर रेस्क्यू टीम को सूचित करेन पर बुधवार सुबह राजवीर सिंह, रेस्क्यू टीम इंचार्ज बालकिशन सैनी, वृक्षपालक जसकरण मीणा, ड्राइवर रमेश मीणा ने मौके पर आकर ग्रामीणों की मदद से नर चीतल को ट्रेंकुलाइज कर रेस्क्यू कर करेन के बादचीतल को बूंदी के रामगढ़ विषधारी टाइगर रिजर्व अभयारण्य में छोड़ा गया।
नर चीतल रास्ता भटक फिर पहुँचा ग्रामीण क्षेत्र में, कुत्तों ने किया घायल The male chital lost its way and reached the rural area, injured by dogs
पिछलें दिनों भी दुगारी गांव में पहुंच था एक चीतल
करीब 20 दिन पहले भी एक नर चीतल रामगढ़ विषधारी टाइगर रिजर्व से निकलकर सादेड़ा, भण्ड़ेड़ा, रामगज, बांसी में भटकता हुआ दुगारी गांव में पहुंच गया था। जहां कुत्तों ने चीतल का शिकार कर लिया था। रामगढ़ विषधारी वाइल्डलाइफ जेतपुर रेंज के रेंजर धर्मराज ने बताया कि बांसी क्षेत्र से रेस्क्यू किए गए नर चीतल को रामगढ़ विषधारी टाइगर रिजर्व में छोड़ दिया है। टाइगर रिजर्व से बार-बार जंगली जानवरों के निकलने का कारण टाइगर रिजर्व के सुरक्षा दीवार नहीं है।