ईमानदारी व कर्तव्यनिष्ठता की मिशाल आईएएस एम गीता दुनियाँ से अलविदा
दतिया @ rubarunews.com>>>>>>>>>>>>>>>>> अब नहीं रहीं तत्कालीन दतिया, शिवपुरी कलेक्टर व एसडीएम डबरा-भितरवार IAS एम गीता, दिल्ली में चल रहा था इलाज। अफसरों में शोक की लहर। भारतीय प्रशासनिक सेवा में रहते हुए एम गीता ने अपने कार्यक्षेत्र में अपनी सेवाएं निष्ठा, लगनशीलता व ईमानदारी से देते हुए अपनी अलग पहचान बनाई। अपनी सेवाएं देते हुए अनेकों सराहनीय व अनुकरणीय प्रयासों को अंजाम देकर जरूरत मन्दों को शासकीय योजनाओं के माध्यम से लाभ पहुँचाने की मुहिम संचालित करती रहती थीं। उनकी पदस्थापना जहाँ भी रही आज भी समुदाय में उनके प्रति अत्यधिक सम्मान की स्थिति रही वहीं नाकारा, बेईमान और भ्रष्ट अधिकारियों व कर्मचारियों में ख़ौफ़ रहता था।
छत्तीसगढ़ की सीनियर IAS एम गीता ने इस दुनिया को अलविदा कह दिया। अब वे हमारे बीच नहीं रहीं. लंबे समय से वे किडनी की बीमारी से जूझ रहीं थीं। दिल्ली में उनका इलाज चल रहा था। आज शाम IAS एम गीता का निधन हो गया। एम गीता मध्यप्रदेश के एमडी एनएचएम रहते प्रशासनिक स्तर अनेक निर्णय लेकर स्वास्थ्य सेवाओं और सुविधाओं को दुरुस्त करने का प्रयास किया था।
IAS एम गीता पिछले कई दिनों से दिल्ली के अस्पताल में वेंटिलेटर में थीं. एम गीता को 27 मई को गंभीर हालत में दिल्ली के बीएम कपूर अस्पताल में भर्ती कराया गया था, तब से वह कोमा में थीं। आज शाम उनका निधन हो गया।
डॉक्टर्स के मुताबिक सीनियर आईएएस एम गीता को किडनी की समस्या थी. डॉक्टरों का कहना था कि गीता को एक के बाद एक 13 स्ट्रोक आए थे, जिससे उनकी तबीयत बिगड़ी थी।
बता दें कि IAS एम गीता 97 बैच की आईएएस अधिकारी थी छत्तीसगढ़ शासन में वह कृषि विभाग की सचिव थीं. बाद में उन्हें प्रमुख आवासीय आयुक्त पद पर दिल्ली भेजा गया था, जिसका प्रमुख उद्देश्य इलाज कराना था. बाद में उन्हें केंद्र सरकार में प्रतिनियुक्ति मिली और उन्हें कृषि मंत्रालय में ज्वाइंट सेक्रेट्री पद पर पोस्टिंग मिली थी।