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गायत्री परिवार के मुख्य ट्रस्टी सुरेश विजयवर्गीय का हुआ नेत्रदान व देहदान

बूंदी.KrishnakantRathore/ @www.rubarunews.com- कई वर्षों से बूंदी गायत्री परिवार के मुख्य ट्रस्टी की जिम्मेदारी निभा रहे सुरेश कुमार विजयवर्गीय की पार्थिव देह उनकी इच्छानुसार मेडिकल कॉलेज बूंदी को समर्पित की गई। रजत गृह कॉलोनी निवासी सुरेश कुमार विजयवर्गीय ने रेडक्रॉस सोसाइटी बूंदी की प्रेरणा से मेडिकल के छात्रों के अध्ययन के लिए 6 वर्ष पूर्व मृत्यु उपरांत अपनी देह दान करने की घोषणा की थी। बूंदी शहर से बूंदी मेडिकल कॉलेज के लिए यह प्रथम देहदान है।
सहकारी समिति से अस्सिटेंट रजिस्ट्रार के पद से सेवानिवृत सुरेश कुमार विजयवर्गीय का सोमवार शाम आकस्मिक निधन हो गया, विजयवर्गीय  अपने पीछे पत्नी, 3 पुत्र और 2 पुत्रियों का भरा पूरा परिवार छोड़ गए हैं। इनकी मृत्यु उपरांत तीनों पुत्र योगेंद्र, चंद्रप्रकाश और दिनेश ने अपने पिता की इच्छानुसार नेत्रदान और देहदान का पुनीत कार्य संस्था शाइन इंडिया फाउंडेशन, रेड क्रॉस सोसायटी और मेडिकल कॉलेज द्वारा संपन करवाया।
रेड क्रॉस सोसायटी के सचिव अशोक विजय ने बताया कि वर्ष 2000 से बूंदी के गायत्री परिवार के मुख्य प्रबंधक ट्रस्टी रहे सुरेश कुमार विजयवर्गीय काफी सेवाभावी, धर्म कर्म, पाठ-पूजा में आस्था रखने वाले कर्तव्य परायण व्यक्ति थे। जरूरतमंद की सेवा करना, नित्य पाठ पूजा और असहाय लोगों की मदद करना उनका स्वभाव था। अशोक विजय ने नेत्रदान के लिए तुरंत शाइन इंडिया फाउंडेशन के ज्योति मित्र इदरीस बोहरा को संपर्क कर नेत्रदान करवाने और देहदान हेतु बूंदी मेडिकल कॉलेज के शरीर रचना विभाग के प्रभारी डॉ विजय नायक से संपर्क कर सूचित किया।
सूचना मिलने पर सोमवार की देर रात 12 बजे कोटा से डॉ कुलवंत गौड़ ने अपने सहयोगी उमेश कर्मी के साथ बूंदी पहुंच कर सुरेश विजय की पत्नी स्नेहलता की सहमति से नेत्रदान प्राप्त किया। वहीं मंगलवार सुबह सुरेश विजय की अंतिम यात्रा घर से बैंड बाजा के साथ, गायत्री मंदिर होते हुए, मेडिकल कॉलेज बूंदी ले जायी गयी। जहां परिवार की सभी सदस्यों की मौजूदगी में डॉ विजय नायक ने सुरेश विजय की देह को स्वीकार किया। मौके पर ही मेडिकल कॉलेज की ओर से परिवार के सदस्यों को नेत्रदान और देहदान के लिए प्रशस्ति पत्र भेंट किया।
मेडिकल कॉलेज बूंदी में बूंदी शहर से पहला देहदान
शरीर रचना विभाग के प्रभारी डॉ विजय नायक ने कहा कि स्वर्गीय सुरेश विजय श्रद्धांजलि देते हुए कहा कि बूंदी जिले में मेडिकल कॉलेज के लिए तीसरा और बूंदी शहर से पहला देहदान हुआ है। इससे मेडिकल के विद्यार्थियों को शोध में काफी मदद मिलेगी। उन्होंने कहा कि यह दुख की घड़ी में देहदान के उनके फैसले के लिए पूरा बूंदी जिला उनका आभारी है। देहदान की इस मुहिम से आमजन में जागृति आएगी और मेडिकल कॉलेज के छात्रों को व्यावहारिक शिक्षण व शोध कार्य में सहायता भी मिलेगी।