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शिक्षा विभाग की गलती से छात्र का भविष्य दांव पर

बूंदी.KrishnakantRathore/ @www.rubarunews.com- माध्यमिक शिक्षा बोर्ड की परीक्षा में इस बार लगातार गड़बड़झाला सामने आ रहा है। बूंदी में सोमवार को बोर्ड परीक्षा में फिर एक अनूठा मामला सामने आया। विद्यालय में कम उपस्थिति के नाम पर परीक्षा से वंचित किये गये छात्र ने सीनियर सेकंडरी 12 वी बोर्ड के छात्र ने जिला शिक्षा अधिकारी कार्यालय पर मुर्गा बनकर भविष्य बचाने की गुहार लगायी।  बूंदी राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय के छात्र विशाल सैनी को सीनियर सेकेंडरी कला वर्ग में अर्द्धवार्षिक परीक्षा देने के बावजूद बोर्ड वार्षिक परीक्षा से वंचित करने का मामला सामने आया है।पीड़ित छात्र विशाल सैनी ने सोमवार को बूंदी जिला शिक्षा अधिकारी कार्यालय पर मुर्गा बनकर प्रदर्शन करते हुये न्याय की मांग की।
’जिला शिक्षा अधिकारी से मिले’

छात्र ने अपने पिता के साथ इस मामले में राजस्थान बीज निगम के पूर्व निदेशक चर्मेश शर्मा से मदद मांगी।जिसके बाद शर्मा जिला शिक्षा अधिकारी कार्यालय पर पहुंचे और   पीड़ित छात्र विशाल सैनी व उसके पिता देवराज सैनी के साथ वजिला शिक्षा अधिकारी माध्यमिक ओमप्रकाश गोस्वामी से मिले।छात्र को अर्द्धवार्षिक परीक्षा देने के बावजूद वार्षिक परीक्षा से वंचित किये जाने पर शर्मा ने जिला शिक्षा अधिकारी के समक्ष कड़ा आक्रोश जताया और शिक्षा विभाग से  छात्र का भविष्य बचाने के लिये  उसे बोर्ड परीक्षा में शामिल करने की मांग रखी। छात्र के पिता देवराज सैनी ने भी जिला शिक्षा अधिकारी के हाथ जोड़कर बच्चे का भविष्य बचाने का आग्रह किया।
’छात्र के तीन पेपर छूटे’
बोर्ड परीक्षा 7 मार्च से प्रारंभ हो गयी थी। ऐसे में 12वीं कला बोर्ड के छात्र विशाल सैनी के सोमवार तक तीन पेपर छूट गये हैं और भविष्य खतरे में आ गया है। छात्र ने बताया कि पहले तो विद्यालय प्रशासन के द्वारा उसे किसी दूसरे विशाल नाम का प्रवेश पत्र दे दिया गया था लेकिन बाद में घर जाकर जब उसने देखा कि उसमें माता-पिता का नाम अलग है तो अगले दिन वापस प्रवेश पत्र विद्यालय में दे दिया। विद्यालय वालों ने कुछ देर प्रवेश पत्र ढूंढा फिर कंप्यूटर पर रिकार्ड देखा और कहा कि तुम्हारा अनुपस्थिति के कारण प्रवेश पत्र नहीं आया है और आगे तुम्हें ओपन से परीक्षा दिलवा देंगे जिसमें तुम्हारा कोई पैसा खर्च भी नहीं होगा सारी फीस हम जमा करवा देंगे।
’छात्रों के भविष्य के साथ खिलवाड़ असहनीय -शर्मा’

राजस्थान बीज निगम के पूर्व निदेशक  चर्मेश शर्मा ने कहा कि माध्यमिक शिक्षा बोर्ड के द्वारा लगातार छात्रों की भविष्य के साथ खिलवाड़ की जा रही है, यह असहनीय है।उन्होंने कहा कि शिक्षा को हमारे संविधान में मौलिक अधिकार घोषित किया गया है और बोर्ड को छात्रों को इस तरह किसी भी कीमत पर परीक्षा से वंचित नहीं किया जाना चाहिये। शर्मा ने कहा कि यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि शिक्षा विभाग की गलती से छात्र की तीन पेपर छूट गए हैं माध्यमिक शिक्षा बोर्ड को छात्र के लिये छूटे हुये प्रश्नपत्रों की विशेष परीक्षा आयोजित  करवानी चाहिये।
’पहले भी घर से बुलवाकर दिलवायी थी परीक्षा’
पहले भी बूंदी में दसवीं बोर्ड के छात्र कुलदीप सोनी को प्रवेश पत्र आने के बाद भी उपस्थिति कम बताकर परीक्षा से वंचित करने पर  न्यायालय के हस्तक्षेप के बाद शिक्षा विभाग के अधिकारियों को छात्र को आखिरी समय पर घर से बुलवा कर परीक्षा दिलवायी गयी थी।