जीवात्मा का परमात्मा से साक्षात्कार कराती हैं श्रीमद भगवत गीता- समदर्शी महाराज
दतिया @rubarunews.com>>>>>>>>>>>>श्री रामानुज धाम आश्रम के अधिष्ठाता अनन्तश्री विभूषित स्वामी देवनायकाचार्य समदर्शी महाराज ने श्रद्धालुओं को श्रीमद्भागवत गीता के ज्ञान अमृत से परिचित कराते हुए कहा कि श्रीमद्भागवत गीता जीवात्मा का परमात्मा से परिचय कराती हैं।
आत्मा अविनाशी है और शरीर नाशवान है, आत्मा किसी काल में न तो जन्म लेती है न मरती है। शरीर के नष्ट हो जाने के बाद भी यह नहीं मारी जाती। व्यक्ति सांसारिक सुखों के वशीभूत होकर परमात्मा से विमुख हो जाता है। श्रीमद भागवतगीता जीवात्मा का परमात्मा से साक्षात्कार कराती है।
दतिया जिला मुख्यालय से 5 किमी दूरी पर ग्वालियर हाइवे पर स्थित श्री रामानुज धाम आश्रम देश भर में श्री मद भगवतगीता के प्रचार प्रसार का प्रमुख केंद्र हैं।
आश्रम की स्थापना के समय से ही यहां श्रीमद्भागवत गीता का अखंड अनवरत पाठ जारी हैं। श्री ऋषि कृष्ण शास्त्री ने दिव्य दरबार लगाकर सुनी अर्जीयां-
बुधवार को श्रीरामानुज धाम आश्रम पर श्री पचघरा धाम वरियन सरकार मंदिर के पीठाधीश्वर श्री श्री 1008 श्री ऋषि कृष्ण शास्त्री जी का आगमन हुआ। उन्होंने स्वामी देवनायकाचार्य जी महाराज के दर्शन कर आशीर्वाद प्राप्त किया तथा आश्रम पर बिराजित देवी देवताओं के दर्शन किए।
इस अवसर पर उन्होंने दिव्य दरबार लगाकर श्रीरामानुज धाम आश्रम पर उपस्थित लोगों की अर्जियां सुनी तथा समस्या निदान के लिए उपाय बताए। प्रमुख रूप से डॉ मयंक ढेंगुला, देवराज खद्दर, पांडेय जी, ध्रुव गुप्ता, आत्माराम दुबे, मुरली शर्मा, उपाध्याय, मैथलीशरण दांगी, मनोज शर्मा, पत्रकार सतीश सिहारे, शैलेंद्र सिंह बुंदेला, पार्षद ब्रजेश दुबे आदि उपस्थित रहे।