सरगम 2024“ में नृत्य शैली के माध्यम से हमारी समृद्ध सांस्कृतिक धरोहर को किया प्रस्तुत
बून्दी.KrishnakantRathore/ @www.rubarunews.com-ढोली तारो ढोल बाजे, ओ म्हारी घूमर छे नखराली जैसे राजस्थानी, हिंदी, पंजाबी गीतों पर छात्राओं ने विभिन्न रंग बिरंगी परिधानों में अद्भुत नृत्य शैली के माध्यम से राजकीय कन्या महाविद्यालय में “सरगम 2024“ समारोह के समापन समारोह के दौरान हमारी समृद्ध सांस्कृतिक धरोहर को प्रस्तुत किया।
गुरुवार को हुए “सरगम 2024“ समापन समारोह का शुभारंभ महाविद्यालय प्राचार्य डॉ संदीप यादव ने सरस्वती माता के आगे दीप प्रज्वलन के साथ किया। डॉ संदीप यादव ने बताया कि इस प्रकार के सांस्कृतिक कार्यक्रमों का उद्देश्य विद्यार्थियों की प्रतिभा को प्रदर्शित करने और उन्हें प्रोत्साहित करने के लिए किया जाता है। निर्णायक मंडल के रूप में डॉ सीमा चौधरी, डॉ प्रतिभा किरण और हेमलता टाक शामिल रहे।
एकल प्रतियोगिता में पहला स्थान माधुरी वर्मा व हेमलता कुमावत दूसरा स्थान विनीता क़वंर और तीसरा स्थान योगिता भाट ने प्राप्त किया। युगल प्रतियोगिता में पहला स्थान महिमा कुमावत व हिमानी रॉयल दूसरा स्थान विनीता क़वंर व अंजलि पाठक और तीसरा स्थान संयुक्त रूप से दीप्ति वैष्णव व अराधना माथुर और प्रियंका व पायल ने प्राप्त किया। समूह प्रतियोगिता में पहला स्थान विनीता कवर समूह, दूसरा स्थान क़िस्मत समूह, तीसरा स्थान मेघा समूह ने प्राप्त किया।
कार्यक्रम प्रभारी डॉ मनीलता पचानौत व चंपा अग्रवाल ने बताया कि एकल, युगल और सामूहिक नृत्य से सरोबार सांस्कृतिक कार्यक्रम छात्राओं, शिक्षकों और अतिथियों के बीच भारी उत्साह और उमंग के साथ शुरू हुआ। इसमें महाविद्यालय की छात्राओं ने अधिक संख्या में भाग लेकर विभिन्न फिल्मी गीतों पर नृत्य प्रस्तुत कर कार्यक्रम में समा बांध दिया। मंच संचालन डॉ बीरम देव व डॉ चंपा अग्रवाल के द्वारा किया गया। इस दौरान सभी संकाय सदस्य भी उपस्थित रहे।
कार्यशाला में दिया जाएगा व्यक्तित्व विकास में सहायक विषयों पर प्रशिक्षण
राजकीय कन्या महाविद्यालय में शुक्रवार को नंदी फाउंडेशन के अंतर्गत “महिंद्रा प्राइड क्लासरूम“ नामक छः दिवसीय प्रशिक्षण कार्यशाला का आयोजन किया जाएगा । कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे प्राचार्य डॉ संदीप यादव ने बताया कि इस कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य छात्राओं को अंग्रेजी में बोलने के डर पर काबू पाने में मदद करना है। छात्राओं को सामाजिक रूप से जागरूक और जिम्मेदार नागरिक बनाने के साथ ही रोजगार योग्यता को भी बढ़ावा देना है। उन्होंने बताया कि 6 दिन चलने वाली इस कार्यशाला में विविध सत्रों में अंग्रेजी भाषा, शारीरिक भाषा, अच्छा स्वास्थ्य, लक्ष्य धारण, रोजगार अवसर, आदि व्यक्तित्व विकास में सहायक विविध विषयों पर छात्राओं को प्रशिक्षण प्रदान किया जाएगा।