संस्कृत वैज्ञानिक भाषा है एवं हिंदी की जननी है- कमलेश भार्गव अपर कलेक्टर
संस्कृत घर में आएगी तो संस्कार आएंगे – पंकज शुक्ला
हम ज्ञान के उपासक हैं इसलिए भारतीय हैं – श्रीशदेव पुजारी
दतिया। Republicindianews.comRamji S Rai Datia>>>>>>>>>>>>>>>>> संस्कृत बोलने से व्यक्ति के व्यवहार में परिवर्तन होता है। संस्कृत घर में आएगी तो संस्कार आएंगे। विचारों, संस्कारों से देश समृद्ध होगा तभी उन्नत देश होगा। हम ज्ञान के उपासक हैं ज्ञान के पुजारी हैं इसलिए भारतीय हैं। उक्त उद्गार श्रीशदेव पुजारी अखिल भारतीय संपर्क प्रमुख संस्कृत भारती ने मुख मार्गदर्शन के रूप में उपस्थित दतिया के शासकीय कन्या हाईस्कूल होलीपुरा पर आयोजित संस्कृत भारती मध्य भारत प्रांत संपर्क विभाग गोष्ठी में व्यक्त किये।
कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में कमलेश भार्गव मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत दतिया, विशिष्ट अतिथि के रूप में जिला शिक्षा अधिकारी यू एन मिश्रा एवं दतिया पीजी कॉलेज जन भागीदारी समिति के अध्यक्ष एवं पूर्व नगर पालिका अध्यक्ष पंकज शुक्ला, डॉ. आर पी गुप्ता रहे।
कार्यक्रम का शुभारंभ अतिथियों द्वारा मां सरस्वती पूजन दीप प्रज्वलन, मन्त्रोच्चार से हुआ तत्पश्चात अतिथि परिचय एवं कार्यक्रम की रूपरेखा संस्कृत भारती प्रांत संपर्क प्रमुख रामबाबू शर्मा द्वारा दिया गया। अतिथियों का स्वागत प्रांत संपर्क गण सदस्य एवं दतिया संस्कृत भारती कोषाध्यक्ष कुंज बिहारी गोस्वामी द्वारा किया गया संस्कृत भारती का ध्येय मंत्र दतिया जिला संपर्क प्रमुख संस्कृत भारती ऋषिराज मिश्रा द्वारा पढ़ा गया।
संस्कृत एक समृद्ध भाषा है संस्कारों की भाषा है इसे जन जन तक पहुंचाना हम सबका दायित्व है उक्त उद्गार पंकज शुक्ला ने अपने उद्बोधन में व्यक्त किया। जिला शिक्षा अधिकारी श्री मिश्रा ने कहा कि सभी शिक्षक छात्रों को संस्कृत पढ़ाते समय अपने बोलचाल की भाषा संस्कृत रखें जिससे बच्चों में संस्कृत बोलने हेतु एक माहौल का निर्माण होगा।
अपर कलेक्टर/ जिला पंचायत सीईओ कमलेश भार्गव ने कहा एक देश की उन्नति में उसकी भाषा का महत्वपूर्ण योगदान होता है और संस्कृत हमारी देव भाषा है। संस्कृत वैज्ञानिक भाषा है। संस्कृत हिंदी की जननी है हम सब इसका सम्मान करें यह हमारा धेय होना चाहिए।
इस अवसर पर समस्त अतिथियों का संस्कृत भारतीय दतिया द्वारा शाल श्रीफल देकर सम्मानित किया गया संस्कृत भारती के प्रांतीय संगठन मंत्री जागेश्वर पटले जी एवं रविंद्र कुमार ओझा मजिस्ट्रेट बाल न्यायालय ग्वालियर का सम्मान शाल श्रीफल देकर के किया गया। इस अवसर पर विशेष रूप से मनीष खेमरिया प्रोफेसर महारानी लक्ष्मीबाई विधि महाविद्यालय ग्वालियर उपस्थित रहे। कार्यक्रम में डा. उर्मिला गुप्ता प्रभारी प्राचार्य होलीपुरा दतिया, संस्कृत महाविद्यालय पीतांबरा पीठ के प्राचार्य डॉ हरेंद्र भार्गव, गंगाराम शास्त्री संस्कृत उच्चतर माध्यमिक विद्यालय दतिया के प्राचार्य याज्ञबल्क्य द्विवेदी, अशोक श्रीवास्तव,धर्मेंद्र अग्रवाल, के डी त्रिवेदी, उदित वुधोलीया, कौशल पाठक, आकाश, श्रीमती हर्षा अग्रवाल, श्रीमती आरती सक्सेना ,निधि गुप्ता, सुषमा तिवारी आदि विशेष रूप से उपस्थित रहे।
कार्यक्रम का संचालन ऋषिराज मिश्रा एवं आभार प्रदर्शन कुंज बिहारी गोस्वामी ने व्यक्त किया। अन्त मे कल्यान मंत्र के साथ कार्यक्रम का समापन हुआ। उक्त जानकारी रामजीशरण राय ने दी।