निरंकारी मिशन के ‘प्रोजेक्ट अमृत’ : स्वच्छ जल, स्वच्छ मन की ओर एक सार्थक कदम
बूंदी.KrishnakantRathore/ @www.rubarunews.com- संत निरंकारी मिशन की सेवा भावना और मानव कल्याण के संकल्प को साकार करने हेतु ‘प्रोजेक्ट अमृत’ के अंतर्गत ‘स्वच्छ जल, स्वच्छ मन’ परियोजना का तृतीय चरण नवल सागर तालाब पर सफलतापूर्वक संपन्न हुआ।
मीडिया सहायक महेश चांदवानी ने बताया बूंदी ब्रांच में यह कार्यक्रम के तहत बालचंद पाड़ा स्थित नवल सागर तालाब पर श्रमदान किया गया, जिसमें संत निरंकारी मिशन के 200 से अधिक स्वयंसेवकों ने योगदान दिया। कार्यक्रम की शुरुआत सेवादल प्रार्थना गीत से की गई। सेवादल के महिला व पुरुष ने मिलकर तालाब के चारों तरफ व्याप्त गंदगी को डीप क्लीनिंग किया। बूंदी के जाने माने कवि पीयूष पाचक भारतीय सिंधु सभा के अध्यक्ष बलराम वरयानी ने जमकर प्रशंसा की। नगर परिषद आयुक्त संत लाल ने साधन उपलब्ध करा कर सहयोग किया।
हिंडोली के मुखी जसविंदर सिंह ने बताया स्वच्छ जल स्वच्छ मन इस आदर्श वाक्य से प्रेरणा लेते हुए हिंडोली ब्रांच में भी यह आयोजन राम सागर झील में तेजा जी की पाल घाट पर रखा गया। वहां पर भी 100 से अधिक सेवादारों ने जलाशय को चमकाया।
इस दिव्य पहल का उद्देश्य केवल जल स्त्रोतों की स्वच्छता सुनिश्चित करना ही नहीं, बल्कि जल संरक्षण को मानव जीवन का अभिन्न अंग बनाने की सोच को विकसित करना है। नदियों, झीलों, तालाबों, कुओं और झरनों जैसे प्राकृतिक जल स्रोतों की स्वच्छता एवं संरक्षण को समर्पित इस महाअभियान ने अपने पहले दो चरणों में अभूतपूर्व सफलता प्राप्त की। इसी प्रेरणा के साथ, इस वर्ष तृतीय चरण को और अधिक व्यापक, प्रभावी एवं दूरगामी दृष्टि से आगे बढ़ाया गया ताकि यह अभियान निरंतर विस्तार पाकर समाज में जागरूकता, सेवा और समर्पण की एक सशक्त लहर उत्पन्न करे।
संत निरंकारी मंडल के सचिव जोगिंदर सुखीजा जी ने जानकारी देते हुए बताया कि यह वृहद अभियान देशभर में 27 राज्यों एवं केंद्रशासित प्रदेशों के 900 से अधिक शहरों में 1600 से भी अधिक स्थानों पर एक साथ आयोजित किया गया।इस महाअभियान की यह अभूतपूर्व व्यापकता इसे एक ऐतिहासिक स्वरूप प्रदान करेगी, जिससे जल संरक्षण एवं स्वच्छता का संदेश और अधिक प्रभावशाली रूप से जन-जन तक पहुंचेगा। यह अभियान उसी संकल्प का एक साकार स्वरूप है, जो समाज को जागरूकता, सेवा और समर्पण की दिशा में आगे बढ़ाने का कार्य करेगा।