लोगों के सुख-दुख में भागीदारी ही सार्वजनिक जीवन की सार्थकता – बिरला
कोटा.KrishnakantRathore/ @www.rubarunews.com-लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने कहा कि जनता के सुख-दुख में सहभागी बनना ही सार्वजनिक जीवन की सार्थकता है, हमारी असली प्रसन्नता तभी है जब हम अपने प्रयास से लोगों के चेहरों पर वास्तविक मुस्कान ला सकें। उन्होंने यह बात उद्योग नगर क्षेत्र में सामाजिक कार्यकर्ताओं के साथ संवाद के दौरान कही।
बिरला ने कहा कि यदि समाज के वंचित व अभावग्रस्त वर्ग के जीवन में बदलाव लाना है, तो कार्यकर्ताओं को व्यक्तिगत नहीं, सामूहिक प्रयासों से आगे बढ़ना होगा। लोकतंत्र का मूल संदेश है कि जनप्रतिनिधि का पहला दायित्व जनकल्याण हो। उन्होंने सामाजिक कार्यकर्ताओं से आह्वान किया कि वे सेवा और समर्पण की भावना से कार्य करें और अपने क्षेत्र में ऐसे प्राथमिकता के साथ उन लोगों को चिन्हित करें जिन्हें हमारे सहयोग की आवश्यकता है। जनता से जितना अधिक संवाद होगा, भरोसा उतना ही मजबूत होगा और यही लोकतंत्र की असली ताकत है।
इस दौरान विधायक कल्पना देवी ने कहा कि हमें यह सुनिश्चित करना चाहिए कि हर योजना का लाभ अंतिम व्यक्ति तक पहुंचे। हर जरूरतमंद की मदद हमारा दायित्व है, न कि विकल्प। मेरा प्रयास हमेशा यही रहेगा कि क्षेत्र का कोई भी व्यक्ति मदद से वंचित न रहे। सेवा, संवेदना और समर्पण के साथ हम सब मिलकर एक सशक्त और आत्मनिर्भर समाज का निर्माण करें। कार्यक्रम के दौरान अहमदाबाद हादसे के दिवगंत आत्माओं के प्रति श्रद्धाजंलि अर्पित की गई।