पंडित दीनदयाल जयंती अंतर्गत व्याख्यानमाला का आयोजन
. श्योपुर.Desk/ @www.rubarunews.com-म.प्र. जन अभियान परिषद जिला श्योपुर द्वारा पंडित दीनदयाल जयंती के अवसर पर अन्त्योदय/एकात्म मानववाद पर व्याख्यानमाला का आयोजन किया गया।
पंडित दीनदयाल जयंती के अवसर म.प्र. जन अभियान परिषद जिला श्योपुर द्वारा निषाद राज भवन में व्याख्यानमाला आयोजन किया गया जिसमें मुख्य वक्ता पूर्व विधायक महोदय दुर्गा लाल विजय ,पूर्व जिला पंचायत सदस्य अशोक गर्ग , सामाजिक कार्यकर्ता एवं विचारक कैलाश पराशर व जिला समन्वयक श्रीमती नेहा सिंह, विकासखंड समन्वयक श्रीमती नीतू सिंह जी उपस्थित रहे।
कार्यक्रम के मुख्य वक्ता दुर्गालाल विजय द्वारा दीनदयाल उपाध्याय जी की जीवनी पर प्रकाश डालते हुए कहा कि उन्होंने समाज की अंतिम पंक्ति के लोगों की चिंता करते हुए उनके जीवन में परिवर्तन लाने दुनिया को अंत्योदय का विचार दिया। पंडित दीनदयाल ने दुनिया को सांस्कृतिक राष्ट्रवाद का सिद्धांत दिया, जो व्यक्ति को परिवार,समाज, देश-दुनिया और प्रकृति से जोड़ता है। दीनदयाल जी मानते थे कि देश की प्राचीन संस्कृति और मूल्यों के अनुरूप देश के लोकतंत्र का संचालन किया जाना चाहिए। श्री विजय जी ने कहा कि पंडित दीनदयाल उपाध्याय ने एकात्म मानववाद का सिद्धांत दिया। पंडित जी का कहना था कि देश को वर्गाें में नहीं बल्कि एकात्मकता में पिरोकर देखना चाहिये। दुनिया में सब चीजें एक दूसरे से परस्पर जुड़ी हुई हैं। उपाध्याय जी का मानना था कि लोगों को सक्षम बनाना चाहिए, ताकि वे अपनी जरूरतों को पूरा कर सकें। पंडित दीनदयाल उपाध्याय मानते थे कि एकात्म मानववाद संस्कारों से आ सकता है। जिला स्तरीय संगोष्ठी में “मानवीय राष्ट्रीयता का आधार भारत माता है सिर्फ भारत नही। इसमें सिर्फ माता शब्द हटा लेने से भारत जमीन का टुकड़ा मात्र बन कर रह जायेगा। भारत एक परिवार है और हमारे जीवन मे विदेशी पद्धतियां , रीति रिवाज अवरोध पैदा करते है ।और हम जिस मिट्टी में जन्मे है हमे उसके कण कण का ऋणी होना चाहिए।आपने सनातन धर्म की परंपरा का निर्वहन करते हुए सर्वे भवन्तु सुखिन की मनोभावना को बल दिया।
श्री अशोक गर्ग ने बताया अत्यंत अभावो में जीने के बाद भी उपाध्याय जी ने देशप्रेम को जीते हुए भारतीय जन संघ के अध्यक्ष बने ।और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के संगठक भी बने। उपाध्याय जी को उस समय के सर्वकालिक महान लोगो को श्रेणी में रखते हुए कहा कि उन्होंने अपना सारा जीवन राष्ट्र के लिए समर्पित कर दिया और ऐसे समय मे देश के लिए कार्य किया जब सारी अवस्थाये प्रतिकूल थी । राष्ट्र को हम तब खुशहाल देख पाएंगे जब देश के
हर गरीब को रोटी, ओर रोजगार प्राप्त हो जाएगा ।ये उनकी अवधारणा थी । देश के नेताओ को एकात्म मानववाद से जोड कर सही प्रकार से देश सेवा करने के बारे में बताया ।आपने हम के बजाए में को अहमियत देते हुए देश प्रेम की नसीहत दी । यदि हर व्यक्ति में “में” की भावना जन्म लेगी तो उसे देश प्रेम होगा ओर वह देश को अपना मानेगा । जनता का कल्याण ,आम आदमी का कल्याण दीनदयाल जी उपाध्याय की विचार धारा थी।
तृतीय वक्ता समाज सेवी कैलाश पराशर ने बताया कि पं. उपाध्याय जी का पूरा जीवन प्रेरणादायी है।एकात्म मानववाद के प्रणेता, पंडित दीनदयाल उपाध्याय जी का चिंतन हमेशा समाज के अंतिम छोर के व्यक्ति के उत्थान में ही रहा है। पंडित जी के द्वारा समाज व्यवस्था लागू कर गॉव में लघु उद्योग स्थापित हो इस दिशा में आपका संगठनात्मक चिंतन समाज में बुराईयों से लड़ने एवं सुशासन की व्यवस्था स्थापित हो इस उद्धेश्य से आपका पूरा जीवन दर्शनशास्त्र के आधार पर समाज के उस व्यक्ति को जो समाज से वंचित एवं लाभ से दूर है उसके लिये चिंतन-मनन रहा। एकात्म मानवतावाद के प्रणेता पंडित दीनदयाल उपाध्याय का जीवन विकट परिस्थतियों के बाद भी समाज उत्थान राष्ट्र प्रेम पर संकल्पित रहा।
उनके जीवन से प्रेरणा लेकर अंत्योदय के क्षेत्र में कार्य करने की सभी को आवश्यकता है। पंडित जी ने हमेशा वसुदेव कुटुम्बकम पर जोर दिया है। धर्म सप्रदाय से अलग हट कर उन्होंने समाज के प्रत्येक वर्ग को समान दृष्टि से देखने का विचार सभी के समक्ष दिया है। वर्तमान समय में सनातन धर्म को परिदृष्य रखते हुये हम सबको समाज के अंतिम पंक्ति में रहने वाले वर्ग की सहायता के लिये हमेशा तत्पर रहना चाहिये। सत्ता को केन्द्र में रखते हुये जन प्रतिनिधियों को यह प्रयास करना चाहिये कि सरकार की प्रत्येक योजना का लाभ समाज के अंतिम व्यक्ति तक पहुचे।
कार्यक्रम के प्रारंभ में अतिथिगणों द्वारा दीप प्रज्जलित किया गया एवं अतिथि परिचय जन अभियान परिषद के जिला समन्वयक श्रीमती नेहा सिंह द्वारा दिया गया। कार्यक्रम के दौरान कोरोना काल में जिले में सेवा कार्य करने वाले कोरोना वालेंटियर्स को उपस्थित अतिथियों द्वारा प्रशस्ति-पत्र प्रदान कर सम्मानित किया गया। अंत में आभार प्रदर्शन परिषद के जिला समन्वयक श्रीमती नेहा सिंह द्वारा किया गया। अतिथिगणों का स्वागत श्रीमती नीतू सिंह ब्लॉक समन्वयक कराहल, समाजसेवी श्रीमती नेहा कुलश्रेष्ठ व श्रीमती अंजना मारवाडी द्वारा किया गया।
कार्यक्रम में जिले के प्रतिभागियों ने संगोष्ठी का लाभ और अनुभव प्राप्त किया कार्यक्रम में सभी ब्लॉक समन्वयक ओर मेंटर्स उपस्थित रहे ।श्रीमती नेहा सिंह द्वारा मध्यप्रदेश जन अभियान परिषद की अवधारणा एवं परिषद द्वारा सामाजिक क्षेत्र में किए जा रहे कार्यों के बारे में बताते हुए कहा कि पंडित दीनदयाल उपाध्याय ने अपना पूरा जीवन राष्ट्र और समाज के लिये समर्पित कर दिया।
कोरोना काल एवं टीकाकरण में विशेष योगदान देने वाले कोरोना वॉलिंटियर्स को अतिथिगण द्वारा प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया।