मध्यप्रदेश मानव अधिकार आयोग ने विभिन्न मामलों में लिया संज्ञान
भोपाल.Desk/ @www.rubarunews.com-मध्यप्रदेश मानव अधिकार आयोग के माननीय अध्यक्ष मनोहर ममतानी ने विगत दिवसों के विभिन्न समाचार पत्रों में प्रकाशित प्रथम दृष्टया मानव अधिकार उल्लंघन के ’ 06 मामलों में ’ संज्ञान लेकर संबंधितों से जवाब मांगा है।
खराब खाने की शिकायत पर युवक को पीटा
भोपाल शहर के रेलवे स्टेशन के सामने वाले एक होटल पर भोजन करने पहुंचे एक युवक ने खाना खराब होने की शिकायत की तो होटल कर्मचारी द्वारा युवक के साथ मारपीट करने का मामला सामने आया है। मामले में संज्ञान लेकर मध्यप्रदेश मानव अधिकार आयोग ने पुलिस कमिश्नर, भोपाल से मामले की जांच कराकर की गई कार्यवाही का प्रतिवेदन तीन सप्ताह में मांगा है।
शहर में रेहड़ी माफिया कर रहे गरीबों से अवैध वसूली
भोपाल शहर के न्यू मार्केट, एमपी नगर, अशोका गार्डन समेत सभी जगहों पर ठेले वालों से रेहड़ी माफिया द्वारा अवैध वसूली किये जाने का मामला सामने आया है। इस संबंध में गरीब ठेले वालों ने जिम्मेदार अधिकारियों से कई बार शिकायत भी की है, लेकिन अब तक माफियाओं के खिलाफ कोई ठोस कार्यवाही नहीं हो पाई है। मामले में संज्ञान लेकर मध्यप्रदेश मानव अधिकार आयोग ने कलेक्टर भोपाल एवं आयुक्त नगर निगम, भोपाल से मामले की जांच कराकर अनधिकृत व्यवसाय/अतिक्रमण एवं इस सम्बन्ध में अनधिकृत व्यक्तियों द्वारा की जा रही गतिविधियों को नियंत्रित करने तथा, जनसामान्य के अधिकारों में अनावश्यक हस्तक्षेप को रोकने के लिये की गई कार्यवाही का प्रतिवेदन एक माह में मांगा है। साथ ही निगम से नियमानुसार स्वीकृति प्राप्त अधिकृत ऐसे व्यवसायियों की कार्यस्थल पर पहचान हेतु विशिष्ट दृश्यमान व्यवस्था करने की कार्यवाही कर अनधिकृत व्यवसायियों के विरूद्व विधि अनुसार कार्यवाही सुनिश्चित करें।
सड़क पर फेंका जा फैक्ट्री से निकलने वाला केमिकल युक्त पानी एवं कचरा
ग्वालियर जिले के अधिकांश क्षेत्रों के घनी बस्तियों में फैक्ट्री संचालन किये जाने के मामला सामने आया है। इस कारण फैक्ट्री से निकलने वाला केमिकल युक्त पानी सीधे सड़कों पर एवं लोगों के घर के बाहर जमा हो रहा है। फैक्ट्री से निकलने वाले कैमिकल युक्त कचरे से भी पूरे बस्तियों में प्रदूषण फैल रहा है। मामले में संज्ञान लेकर मध्यप्रदेश मानव अधिकार आयोग ने कलेक्टर एवं आयुक्त, नगर निगम, ग्वालियर तथा क्षेत्रीय अधिकारी, म०प्र० प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड, ग्वालियर से मामले की जांच कराकर की गई कार्यवाही का प्रतिवेदन तीन सप्ताह में मांगा है।
नपती करने पहुंचे तहसीलदार और पटवारी पर की फायरिंग
इंदौर जिले के बाणगंगा थाना क्षेत्र में एक जमीन की नपती करने आये तहसीलदार और पटवारी पर एक सुरक्षा गार्ड द्वारा फायरिंग करने का मामला सामने आया है। मामले में संज्ञान लेकर मध्यप्रदेश मानव अधिकार आयोग ने पुलिस कमिश्नर, इंदौर से मामले की जांच कराकर की गई कार्यवाही के सम्बन्ध में प्रतिवेदन तीन सप्ताह में मांगा है।
झोलाछाप डॉक्टर के इलाज करने से गई छह साल मासूम की जान
श्योपुर जिले के ओछापुरा थाना क्षेत्र में एक झोलाछाप डॉक्टर द्वारा छह साल की मासूम बच्ची का ईलाज करने से उसकी मृत्यु होने की घटना सामने आई है। परिजनों ने झोलाछाप डॉक्टर पर आरोप लगया है कि डॉक्टर के गलत इंजेक्शन देने से बच्ची की तबीयत बिगड़ गई, तबीयत बिगड़ने के बाद परिजन उसे ग्वालियर अस्पताल लेकर पहुंचे, जहां डॉक्टर ने मासूम को मृत घोषित कर दिया। मामले में संज्ञान लेकर मध्यप्रदेश मानव अधिकार आयोग ने कलेक्टर, श्योपुर से मामले की जांच कराकर की गई कार्यवाही का प्रतिवेदन तीन सप्ताह में मांगा है।
बिजली गिरने से मां और बेटी की हुई मौत
छतरपुर जिले के बरेठी गांव में खेत में काम कर रहीं एक मां-बेटी की बिजली गिरने से मृत्यु होने की घटना सामने आई है। बिजली गिरने से सात अन्य महिलायें और एक पुरुष भी बुरी तरह झुलस गया। मामले में संज्ञान लेकर मध्यप्रदेश मानव अधिकार आयोग ने कलेक्टर छतरपुर से मामले की जांच कराकर दोनों मृतकों के उत्तराधिकारियों को तथा अन्य घायलों को शासन की योजना/नियमानुसार देय आर्थिक मुआवजा राशि एवं ईलाज की व्यवस्था के सम्बन्ध में की गई कार्यवाही का प्रतिवेदन एक माह में मांगा है।