नई पीढ़ी को सांस्कृतिक विरासत से जोड़ना हमारा दायित्व है – जिला प्रमुख
बून्दी.KrishnakantRathore/ @www.rubarunews.com- लहरिया सिर्फ परिधान ही नहीं अपितु यह सदियों पुराने रीति-रिवाजों, कलात्मकता और सांस्कृतिक भावनाओं का प्रतीक है। यह कहना हैं जिला प्रमुख चन्द्रावती कंवर का, वे उमंग संस्थान द्वारा आयोजित लहरिया फोटो कॉटेस्ट के पोस्टर का विमोचन कार्यक्रम में मुख्यअतिथि के रूप में संबोधित कर रही थी। इन्होंने कहा कि नई पीढ़ी को सांस्कृतिक विरासत से जोड़ना हमारा नैंतिक दायित्व है, इसके अभाव में हम हमारी परम्पराओं से दूर होते जाएंगे। विमोचन कार्यक्रम की अध्यक्षता उमंग अध्यक्ष डॉ सविता लोरी ने की तथा विशिष्ट अतिथि मायजा सरपंच निर्मला कंवर रहे।
जिला प्रमुख चन्द्रावती कंवर ने तीज त्यौहारों के मौसम में नई पीढ़ी को सांस्कृतिक विरासत से जोड़ने की दिशा में ऐसे आयोजनों की आवश्यकता जताई और कहा कि लहरिया महिलाओं के सौभाग्य का प्रतीक जीवन में खुशहाली का प्रतीक भी हैं। डॉ. सविता लौरी ने कहा कि तीज त्यौहार, भारतीय संस्कृति के विकास में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं, जो न केवल धार्मिक और सांस्कृतिक मूल्यों को बढ़ावा देते हैं, बल्कि सामाजिक, भावनात्मक, और आर्थिक पहलुओं को भी समृद्ध करते हैं।
हरियाली तीज से कजली तीज तक होंगे विविध आयोजन..…
संस्कृति के रंग तीज त्योहारों के संग कार्यक्रम की संयोजिका अनुराधा जैन ने बताया कि आयोजन के तहत लहरिया फोटो कांटेस्ट के साथ मेहन्दी, राखी मेकिंग, डांस, थाली सज्जा, हरियालो गेम्स, संगोष्ठी सहित कई मनोरंजक गतिविधियां आयोजित होगी। इन्होंने बताया कि लहरिया फोटो कॉन्टेस्ट के तहत प्रतिभागी हरियाली तीज 27 जुलाई से रक्षाबंधन 9 अगस्त तक लहरिया के साथ ली गई अपनी फोटो भिजवा सकते हैं। प्राप्त एंट्री में से सर्वश्रेष्ट एंट्रीज को तोसनीवाल साड़ीज द्वारा आकर्षक उपहार दिए जाएंगे।
शाब्दिक स्वागत करते हुए संस्थान के सचिव डॉ सर्वेश तिवारी ने उमंग आयोजन का प्रतिवेदन प्रस्तुत किया तथा उपाध्यक्ष लोकेश कुमार जैन ने आभार जताया। इस मौके पर सहायक पर्यटन अधिकारी प्रेमशंकर सैनी, गोविन्द सिंह हाड़ा, संस्थान समन्वयक कृष्ण कान्त राठौर, यूथ आईकॉन शक्ति तोषनीवाल, अनुराधा जैन, निधि जैन, पुरूषोत्तम दाधीच, दीपक गौतम मौजूद रहे।