ऑनलाइन ट्रक बुकिंग ऐप के माध्यम से ठगी करने वाला अंतर्राज्यीय गिरोह पकड़ा, 25 लाख से ज्यादा की ठगी कबूली
भिण्ड.ShashikantGoyal/ @www.rubarunews.com>> जिले में घटित हो रहे सायबर अपराधों पर पुलिस तहकीकात कर रही थी। इसी स्टिंग के दौरान भिण्ड पुलिस को बड़ी सफलता हाथ लगी है। फरियादी पृथ्वीराज सिंह ढाचा भवन कैलाश नगर दुर्ग भिलाई की रिपोर्ट पर थाना देहात में अपराध धारा 420,34 भादवि कायम किया गया, जिसमें पुलिस द्वारा त्वरित कार्यवाही कर तीन आरोपियों को गिरफ्तार गया तथा शेष तीन आरोपियों की तलाश जारी है, जिनसे पूछताछ के दौरान करीब 40-50 से ज्यादा व्यक्तियों के साथ ठगी करना स्वीकार किया गया है।
इस मामले में पुलिस कर रही थी इन्वेस्टीगेशन
फरियादी पृथ्वीराज सिंह ढाचा भवन कैलाश नगर दुर्ग मिलाई द्वारा रिपोर्ट की कि जय बालाजी कंपनी में मार्केटिंग एज्यूकेटिव के पद पर काम करता हूँ। 26 अगस्त 2021 को वाहक एप पर कंपनी का सामान बैंगलोर से बोकारो जाने के लिए रिक्योआरमेंट मैने वाहक एप पर डाली थी, उसके बाद 26 अगस्त को मेरे मोबाईल पर फोन आया, जिसने बोला कि महेश ग्लोबल फाईट केरियर ट्रांसपोट से बोल रहा हूँ। मैंने आपकी रिक्योआरमेंट वाहन एप पर देखी है। आपको 1,50,000/- रूपये भाड़ा पड़ेगा, जिसमें से 85,000 रूपये गाड़ी लोड होने पर एडवांस देना पड़ेगा तथा उन्होंने मेरे मोबाईल पर गाड़ी का नंबर एवं ड्रायवर का नंबर भी भेजा 27 अगस्त 2021 को जीगनी बैंगलोर जहाँ से माल लोड करना था। वहीं ट्रक आ गया, जिसमें सामान लोड़ करा दिया। मैंने जय बालाजी स्टील कंपनी बंधन बैंक के खाते से ग्लोबल फाईट कॅरियर ट्रांसपोट के पंजाब एण्ड सिंध बैंक खाते में कुल 85,000 रुपये जमा करा दिए। 29 अगस्त 2021 को ड्रायवर के मोबाइल पर बात हुई तथा गाड़ी कहाँ पहुँच गई है तो उसके द्वारा बताया गया कि गाडी ट्रांसपोट पर ही खड़ी है क्योंकि आपने गाडी के भाड़े का पैसा ट्रांसपोर्टर के खाते में नहीं पहुंचा है। तब मुझे पता चला कि पैसा ग्लोबल फाईट केरियर ट्रांसपोट कंपनी के खाते में न पहुँचकर प्रभुदयाल नि0 दीनपुरा भिण्ड के खाते में पहुॅचा है तथा मेरे साथ धोखाधड़ी हो गई है।
सायबर ठगों ने प्लेस्टो पर बनाया खुद का फर्जी एप
आरोपियों द्वारा गूगल प्ले स्टोर वाहक ट्रांसपोर्ट मार्केट नामक एप का इस्तेमाल कर खुद को ट्रांसपोटर के तौर पर रजिस्टर्ड करते थे, जब कोई व्यक्ति एप के माध्यम से गाड़ी की तलाश करता था तो उसकी जानकारी आरोपीगणों तक पहुँच जाती थी, जिसके माध्यम से आरोपीगण ट्रांसपोटर बनकर फोन कर गाड़ी भेजने के नाम एडवांस में पैसा लेकर तथा किसी और ट्रांसपोटर की गाड़ी भिजवाकर पैसो ले लेते थे जब ऑरजीनल ट्रांसपोटर के पास पैसा नहीं पहुंचता था तो वह गाड़ी बडाने से मना कर देता था, जिसके बाद फरियादी को पता चलता था कि उसके साथ धोखाधड़ी हो गई है। आरोपीगण बड़ी बड़ी कंपनियों से माल टांसपोर्ट करने के नाम पर 50,000 से 1,00,000 रुपये तक की ठगी करते थे। रकम छोटी होने के कारण अधिकांश ठगी का शिकार व्यवसायी इसकी रिपोर्ट नहीं करते थे, जिसका फायदा आरोपीगणों द्वारा उठाया जाता था। पूछताछ में तीनों आरोपियों ने अपने नाम प्रभूदयाल, कपूरचन्द्र उर्फ प्रधान एवं आदेश भदौरिया बताए हैं। साथ ही तीनों लोगों के पास से एटीएम कार्ड और 06 मोवाईल जप्त किए हैं।
इस कार्यवाही में आनंद राय नगर पुलिस अधीक्षक भिण्ड, अरविन्द्र शाह उ.प.अ. अजाक भिण्ड, निरी. आर.बी.एस. यादव, था.प्र. देहात, उनि बी.एस. यादव, उनि विजय शिवहरे, उनि शिवप्रताप सिंह कुशवाह, सउनि सत्यवीर सिंह का.प्रआर. प्रमोद पाराशर का.प्र.आर. महेश कुमार, का.प्र. आर. सतेन्द्र यादव का.प्रआर. गुरूदास का.प्र.आर. मृगेन्द्र आर. राहुल यादव, आर. हरपाल, आर. अशीष परमार आर. अनिल जाट की सराहनीय भूमिका रही।