फसल कटाई प्रयोग के दौरान बीमा कंपनी के प्रतिनिधि की रहे मौजूदगी – अक्षय गोदारा
बून्दी.KrishnakantRathore/ @www.rubarunews.com-प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना अंतर्गत जिला स्तरीय निगरानी समिति की बैठक शुक्रवार को जिला कलेक्टर अक्षय गोदारा की अध्यक्षता में आयोजित हुई। इसमें बीमा कम्पनी के प्रतिनिधि तथा कृषि विभाग के अधिकारियों ने प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना तथा जिले में खाद-बीज की उपलब्धता एवं आपूर्ति के बारे में विस्तार से जानकारी दी।
बैठक में जिला कलेक्टर ने जिले में फसल खराबे के संबंध में जानकारी लेते हुए फसल कटाई प्रयोग की समीक्षा की। उन्होंने फेल हुए सैंपलों की संख्या की जानकारी लेकर निर्देश दिए कि फसल कटाई प्रयोग के दौरान बीमा कंपनी का प्रतिनिधि आवश्यक रूप से मौजूद रहे। फसल खराबे की स्थिति में किसानों को बीमा कंपनी से निर्धारित मापदण्डों के अनुरूप क्लेम पारित हो इसकी सुनिश्चितता की जाए। उन्होंने निर्देश दिए कि कैंप लगाकर क्लेम के लंबित प्रकरणों का निस्तारण करवाया जाए।
उन्होंने निर्देश दिए कि जिले में फसल खराबा प्रतिशत को लेकर विवाद होने के स्थिति में कमेटी द्वारा इसका निस्तारण किया जाए। किसानों की समस्या के समाधान के लिए शुरू किए गए पोर्टल की नियमित मॉनिटरिंग की जावे। उन्होंने निर्देश दिए कि प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के संबंध में क्लेम प्राप्त करने की प्रक्रिया के बारे में किसानों को जानकारी दी जावे, ताकि किसान योजना का सुगमता के साथ लाभ ले सकें।
जिला कलेक्टर ने जिले में डीएपी और यूरिया की उपलब्धता की जानकारी ली। उन्होंने निर्देश दिए कि सभी किसानों को उनकी मांग के अनुरूप नियमानुसार डीएपी की आपूर्ति हो। उन्होंने कहा कि डीएपी और यूरिया की पर्याप्त मात्रा में उपलब्धता रहे, ताकि किसानों को किसी तरह की समस्या का सामना नहीं करना पडे।
बैठक में संयुक्त निदेशक कृषि महेश चंद शर्मा, डीडीएच राधेश्याम मीणा, सहायक निदेशक राजेश कुमार शर्मा, बीमा कंपनी के प्रतिनिधि आदि मौजूद रहे।
बैठक में जिला कलेक्टर ने जिले में फसल खराबे के संबंध में जानकारी लेते हुए फसल कटाई प्रयोग की समीक्षा की। उन्होंने फेल हुए सैंपलों की संख्या की जानकारी लेकर निर्देश दिए कि फसल कटाई प्रयोग के दौरान बीमा कंपनी का प्रतिनिधि आवश्यक रूप से मौजूद रहे। फसल खराबे की स्थिति में किसानों को बीमा कंपनी से निर्धारित मापदण्डों के अनुरूप क्लेम पारित हो इसकी सुनिश्चितता की जाए। उन्होंने निर्देश दिए कि कैंप लगाकर क्लेम के लंबित प्रकरणों का निस्तारण करवाया जाए।
उन्होंने निर्देश दिए कि जिले में फसल खराबा प्रतिशत को लेकर विवाद होने के स्थिति में कमेटी द्वारा इसका निस्तारण किया जाए। किसानों की समस्या के समाधान के लिए शुरू किए गए पोर्टल की नियमित मॉनिटरिंग की जावे। उन्होंने निर्देश दिए कि प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के संबंध में क्लेम प्राप्त करने की प्रक्रिया के बारे में किसानों को जानकारी दी जावे, ताकि किसान योजना का सुगमता के साथ लाभ ले सकें।
जिला कलेक्टर ने जिले में डीएपी और यूरिया की उपलब्धता की जानकारी ली। उन्होंने निर्देश दिए कि सभी किसानों को उनकी मांग के अनुरूप नियमानुसार डीएपी की आपूर्ति हो। उन्होंने कहा कि डीएपी और यूरिया की पर्याप्त मात्रा में उपलब्धता रहे, ताकि किसानों को किसी तरह की समस्या का सामना नहीं करना पडे।
बैठक में संयुक्त निदेशक कृषि महेश चंद शर्मा, डीडीएच राधेश्याम मीणा, सहायक निदेशक राजेश कुमार शर्मा, बीमा कंपनी के प्रतिनिधि आदि मौजूद रहे।