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अस्पतालों में बढ़ाएं सुविधाएं, नशामुक्त अभियान पर तेजी से काम हो – बिरला

कोटा.KrishnakantRathore/ @www.rubarunews.com- लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने संभागीय आयुक्त कार्यालय में आयोजित समीक्षा बैठक में कहा कि अस्पतालों में आमजन को बेहतर चिकित्सा सुविधा उपलब्ध कराना सर्वोच्च प्राथमिकता है। उन्होंने निर्देश दिए कि उपचार में देरी न हो, मरीजों को सभी जांचें समय पर मिलें इसके लिए जरूरी मशीनें और उपकरण बढ़ाए जाएं। उन्होंने मेडिकल रिलीफ सोसायटी को सुदृढ़ करने, सभी पात्र व्यक्तियों को आयुष्मान कार्ड उपलब्ध कराने और अस्पतालों को आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में कार्य करने को कहा।

स्पीकर बिरला ने पुलिस प्रशासन को नशामुक्त कोटा अभियान के लिए टाइमलाइन तय कर इसे तेजी देने को कहा, इसके साथ स्वच्छता और हरियाली बढ़ाने तथा वायु प्रदूषण कम करने के लिए सभी विभागों को समन्वित प्रयास करने के निर्देश दिए। स्पीकर बिरला ने प्रमुख पर्यटन स्थलों और प्रस्तावित इंडस्ट्रियल पार्क को ध्यान में रखते हुए आधारभूत ढाँचा तैयार करने को कहा।

अनावश्यक देरी बर्दाश्त नहीं
समीक्षा बैठक में पीडब्ल्यूडी, चिकित्सा व अन्य विभागों की स्वीकृत, प्रगतिरत और लंबित योजनाओं की समीक्षा की गई। बिरला ने स्पष्ट कहा कि लापरवाही या अनावश्यक देरी बर्दाश्त नहीं होगी, बजट घोषणाओं वाली सभी परियोजनाओं का नियमित फॉलो-अप हो और कार्य समय पर शुरू किए जाएं। सड़क निर्माण की गुणवत्ता सुनिश्चित करने और ढिलाई पाए जाने पर संवेदकों को ब्लैकलिस्ट करने के निर्देश दिए।

मंडी विस्तार, नए कोर्ट परिसर पर भी चर्चा
बैठक में भामाशाह मंडी के विस्तार पर भी चर्चा हुई। बिरला ने कहा कि मंडी की बढ़ती जरूरतों को देखते हुए कार्ययोजना तैयार की जाए, जिससे किसानों और व्यापारियों को बेहतर सुविधाएं मिलें और कृषि व्यापार को बढ़ावा मिले। बिरला ने नए कोर्ट परिसर और कॉटेज वार्ड के निर्माण को भी शीघ्र प्रारंभ करने के निर्देश दिए। उन्होंने वन विभाग और वाइल्डलाइफ की स्वीकृति वाले प्रोजेक्ट को लेकर विभागीय समन्वय मजबूत करने को कहा।

दुर्घटना पीड़ितों को तुरंत राहत मिले
उन्होंने निर्देश दिए कि सड़क दुर्घटनाओं और अन्य आपदाओं में पीड़ित परिवारों को तत्काल आर्थिक सहायता उपलब्ध कराई जाए। बिरला ने जिला प्रशासन और पुलिस को पृथक प्रकोष्ठ बनाने के निर्देश दिए, ताकि संकट की घड़ी में पीड़ित परिवार को परेशानी न हो। पोस्टमार्टम रिपोर्ट के लिए परिवारों को थानों के चक्कर न लगाने पड़ें, इसकी व्यवस्था सुनिश्चित की जाए।