निर्वाचन में मतदाता सूची की भूमिका महत्वपूर्ण-कलेक्टर
श्योपुर.Desk/ @www.rubarunews.com>>कलेक्टर एवं जिला निर्वाचन अधिकारी संजय कुमार ने कलेक्ट्रेट सभाकक्ष में आयोजित बैठक के दौरान निर्देश दिये कि निर्वाचन में मतदाता सूची की भूमिका महत्वपूर्ण होती है। इस क्रम में बीएलओ सजग रहकर गंभीरता के साथ स्वस्थ मतदाता सूची तैयार करें। उन्होंने कहा कि बीएलओं अपने-अपने मतदान केन्द्र के क्षेत्र में डोर टू डोर सर्वे कर यह सुनिश्चित करे कि कोई भी मतदाता सूची में नाम जुडने से शेष न रहे और मृतक तथा शिफ्टेड मतदाताओं के नाम सूची में ना रहें।
लोकसभा निर्वाचन को दृष्टिगत रखते हुए फोटो निर्वाचक नामावली के विशेष संक्षिप्त पुनरीक्षण कार्यक्रम अंतर्गत आज मतदाता सूचियों के प्रारूप प्रकाशन को लेकर आयोजित बैठक में अपर कलेक्टर एवं उप जिला निर्वाचन अधिकारी डॉ अनुज कुमार रोहतगी एवं निर्वाचन कार्यालय के कर्मचारी उपस्थित थे। इसके साथ ही श्योपुर और विजयपुर विधानसभा क्षेत्र के बीएलओ गूगल मीट के माध्यम से वर्चुअली बैठक में शामिल रहें।
कलेक्टर एवं जिला निर्वाचन अधिकारी संजय कुमार ने कहा कि आज से मतदाता सूची के पुनरीक्षण का कार्य शुरू हो रहा है। सभी बीएलओ अपने-अपने मतदान केन्द्रों पर मतदाता सूची का प्रकाशन करने के साथ ही वाचन भी करें। उन्होंने कहा कि गत विधानसभा निर्वाचन के दौरान तैयार की गई मतदाता सूची को तीन माह का समय हो गया है, इन तीन माह में 18 वर्ष की आयु पूर्ण करने वाले मतदाताओ के नाम जोडे जायें। 01 जनवरी 2024 की अर्हता तिथि मानकर 18 प्लस मतदाताओ के नाम जोडने की प्रक्रिया की जायें। सांख्यकी आंकडो के अनुसार इसमें दो प्रतिशत की वृद्धि संभावित है। उन्होंने निर्देश दिये कि मतदाता सूची तैयार करते समय ऐसे रिपीट नाम जो सूची में दो जगह दर्ज है, उन्हें एक जगह से हटाया जायें। इसी प्रकार मृतक तथा स्थाई रूप से गांव से बाहर जाने वाले लोगों के नाम हटाये जायें। अस्थाई रूप से बाहर जाने वालो के नाम मतदाता सूची से नही हटाये जायें।
कलेक्टर संजय कुमार ने कहा कि पुनरीक्षण कार्यक्रम अंतर्गत तहसीलदारो द्वारा भी मतदाता सूची का सत्यापन किया जायेगा। कोई भी नाम जुडने से शेष नही रहना चाहिए। इसी प्रकार मृतक एवं शिफ्टेड मतदाताओ के नाम हटाया जाना सुनिश्चित किया जायें। लापरवाही पर कार्यवाही की जायेंगी।
अपर कलेक्टर एवं उप जिला निर्वाचन अधिकारी डॉ अनुज कुमार रोहतगी ने कहा कि मतदाता सूची तैयार करने के दौरान जेण्डर रेश्यो को भी दृष्टिगत रखा जायें। प्रत्येक मतदान केन्द्र में औसतन 942 का रेश्यो होना चाहिए तथा 18 से 19 वर्ष आयु वर्ग के मतदाताओं का रेश्यो 4.2 प्रतिशत होना चाहिए यदि इससे कम है तो एक बार फिर से देखा जाये कि महिलाओ एवं युवाओ के नाम जुडने से शेष तो नही है।