ऑखे है तो संसार है, यह ईश्वर का अमूल्य उपहार-श्री अरूण सिंह
श्योपुर.Desk/ @www.rubarunews.com>>विधानसभा अध्यक्ष नरेन्द्र सिंह तोमर की प्रेरणा एवं मार्गदर्शन में अंधत्व निवारण हेतु जिला चिकित्सालय श्योपुर में ईफको के सहयोग से आयोजित निशुल्क विशाल नेत्र परीक्षण एवं मोतियाबिंद ऑपरेशन शिविर का शुभारंभ करते हुए इफको किसान ट्रस्ट नई दिल्ली के संचालक अरूण सिंह तोमर ने कहा कि कहा कि ऑखे है तो संसार है, ऑख नही तो कुछ भी नही, यह ईश्वर का अमूल्य उपहार है। उन्होंने कहा कि हर गरीब व्यक्ति को भी नेत्र चिकित्सा मिलें, निशुल्क ऑपरेशन के माध्यम से आखों को रोशनी प्राप्त हो, इसी दिशा में विधानसभा अध्यक्ष नरेन्द्र सिंह तोमर की पहल एवं प्रेरणा पर विशाल नेत्र शिविर का आयोजन किया गया है। अधिक से अधिक लोग जांच एवं परीक्षण कराकर मोतियाबिन्द के ऑपरेशन कराने का लाभ प्राप्त कर सकते है। शिविर में जांच एवं परीक्षण, ऑपरेशन से लेकर नेत्र रोगियों को लाने-ले जाने, ठहरने, भोजन आदि की व्यवस्थाएं निशुल्क की गई है। ऑपरेशन उपरांत सभी रोगियों को कम्बल, चादर, ताकिये तथा दवाईयां भी निशुल्क प्रदाय की जायेगी।
इस अवसर पर पूर्व विधायक दुर्गालाल विजय ने कहा कि निशुल्क नेत्र शिविर का लाभ जिलेभर के लोगों को मिलेगा, विधानसभा अध्यक्ष नरेन्द्र सिंह तोमर की पहल पर आयोजित इस शिविर में जांच उपरांत ऑपरेशन योग्य पाये गये रोगियों के मोतियाबिंद के ऑपरेशन विशेषज्ञ चिकित्सको द्वारा किये जायेगे।
भाजपा जिला अध्यक्ष सुरेन्द्र जाट ने कहा कि श्योपुर में चिकित्सा के क्षेत्र में बेहतर सुविधाएं विकसित हुई है, नेत्र शिविर के माध्यम से लोगों को नेत्र ज्योति मिलेगी, इसका लाभ अधिक से अधिक लोग उठाये।
जिला पंचायत उपाध्यक्ष नीरज जाट ने कहा कि विशाल नेत्र शिविर के क्रम में सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्रों पर आज और कल नेत्र जांच परीक्षण शिविर लगाये जा रहे है, इनमें चयनित रोगियों के 29 फरवरी एवं 01 मार्च को ऑपरेशन किये जायेगे।
जिला चिकित्सालय परिसर में आयोजित शुभारंभ कार्यक्रम के दौरान पूर्व विधायक दुर्गालाल विजय, भाजपा जिला अध्यक्ष सुरेन्द्र जाट, जिला पंचायत उपाध्यक्ष नीरज जाट, सुजीत गर्ग, नगर मंडल अध्यक्ष दिनेश दुबोलिया, अनुसूचित जनजाति मोर्चा जिला अध्यक्ष पूरण आर्य, श्रीमती नेहा कुलश्रेष्ठ, इफको के उप महाप्रबंधक एसवी सिंह एवं आरकेएस राठौड, क्षेत्रीय प्रबंधक ग्वालियर आरके महोलिया, सीएमएचओ डॉ जेएस राजपूत, सिविल सर्जन डॉ दिलीप सिकरवार, नेत्र विशेषज्ञ डॉ जीके गोयल सहित अन्य जनप्रतिनिधि, इफको के अधिकारी तथा बडी संख्या में किसान उपस्थित थे।
इस अवसर पर इफको के अधिकारियों द्वारा नैनो उर्वरक के संबंध में जानकारी देते हुए बताया कि रसायनिक खाद पर निर्भरता कम करते हुए जैविक खेती और प्राकृतिक खेती की ओर जाना होगा। रासायनिक खाद के उपयोग से भूमि की उर्वरा शक्ति तो कम हो रही है रही, बल्कि इससे उत्पादित अनाज स्वास्थ्य पर विपरित प्रभाव डाल रहा है। जैविक और प्राकृतिक खेती में नाम मात्र की लागत है तथा उत्पादन भी अच्छा है। उन्होने कहा कि बायोफर्टीलाइजर नैनो यूरिया को भी बढावा देने की आवश्यकता है, इफको द्वारा नैनो यूरिया बनाया गया है। इसके साथ ही नैनो डीएपी पर भी रिसर्च चल रहा है। इफको द्वारा सामाजिक क्षेत्र में किये जा रहे कार्यो की जानकारी प्रदान की गई तथा किसानों से जैविक खाद नैनो यूरिया का उपयोग बढाये जाने की अपील की गई। कार्यक्रम का शुभारंभ अतिथियों द्वारा मॉ सरस्वती की प्रतिमा पर माल्यार्पण एवं दीप प्रज्जवलन के साथ किया गया।
जांच परीक्षण शिविर में 283 रोगी चयनित, जिनका 29 फरवरी को होगा ऑपरेशन
इफको के अधिकारियों ने बताया कि आज 28 फरवरी को जिला चिकित्सालय श्योपुर सहित सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र विजयपुर में तथा प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र वीरपुर में नेत्र परीक्षण शिविर के माध्यम से 283 नेत्र रोगियों का चयन ऑपरेशन के लिए किया गया, इन नेत्र रोगियों के मोतियाबिंद के ऑपरेशन 29 फरवरी को जिला चिकित्सालय में होगे। वीरपुर एवं विजयपुर में चयनित किये गये नेत्र रोगियों को लाने-ले जाने की व्यवस्था भी निशुल्क की गई है। जिला चिकित्सालय श्योपुर में 223 लोगों का नेत्र परीक्षण कर 183 रोगियों को चिन्हित किया गया है। वीरपुर में 186 का परीक्षण कर 72 तथा विजयपुर में 92 नेत्र रोगियों का परीक्षण कर 28 का चिन्हांकन ऑपरेशन के लिए किया गया है। इसी प्रकार 29 फरवरी को सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र बडौदा एवं कराहल में तथा जिला चिकित्सालय श्योपुर में प्रातः 09 बजे से सांय 4.30 बजे तक जांच शिविर आयोजित किये जायेंगे, जिसमें चिन्हित नेत्र रोगियों के ऑपरेशन 01 मार्च को होगे।