ऐतिहासिक श्री गोपाल लाल मंदिर में गूंजे आस्था के स्वर, ‘बगीचा नवमी’ पर प्रभु भक्तों संग झूला झूले
बूंदी.KrishnakantRathore/ @www.rubarunews.com- भक्ति और उल्लास का एक अनूठा संगम देखने को मिला जब बूंदी शहर की ऐतिहासिक धरोहर और वल्लभ संप्रदाय की प्रथम पीठ, श्री गोपाल लाल मंदिर (बालचंद पाड़ा) में 3 अगस्त, रविवार को शाम 5 बजे से ‘बगीचा नवमी महोत्सव’ का भव्य आयोजन किया गया । यह वह दुर्लभ अवसर था जब प्रभु स्वयं गर्भगृह से बाहर आकर भक्तों के साथ बगीचे में झूला झूले।
आयोजन समिति के संयोजक एवं वरिष्ठ समाजसेवी पुरुषोत्तम पारीक ने बताया, “यह केवल एक उत्सव नहीं, बल्कि एक दिव्य अनुभव था हर वर्ष की तरह इस बार भी हम सभी भक्तजनों ने मिलकर भगवान श्री गोपाल लाल जी को बगीचे में झूले पर विराजित करवाया। यह एक अद्भुत क्षण था जब हर श्रद्धालुने अपने हाथों से प्रभु को झूला झुलाकर उनसे अपने मन की बात कही और पुण्य का भागी बना।
यह हुए महोत्सव के मुख्य आकर्षण
पंडित मधुसूदन शर्मा द्वारा प्रभु श्री गोपाल लाल को नवीन रेशमी वस्त्र पहनाकर पुष्पों और रत्नों से अलौकिक श्रृंगार किया गया। भगवान को बगीचे में एक सुसज्जित झूले पर विराजित किया गया, जहाँ भक्तजनों ने दर्शन कर उन्हें झूला झुलाया मंदिर परिसर मेदेवराज एंड पार्टी ने भजनों और कीर्तन की अमृत वर्षा की जिसने वातावरण को भक्तिरस से सराबोर कर दिया। महिलाओं ने नृत्य किया,भव्य श्रृंगार और झूला उत्सव के बाद सामूहिक महाआरती का आयोजन हुआ और उपस्थित सभी भक्तों को प्रसाद वितरित किया ।
आयोजन समिति के सदस्य भानु न्याती, भानु शर्मा, सौरभ लखोटिया, सुशील कासट, और देवेंद्र सरोया रघुनंदन राजमुखिया, मदन मोहन दाधीच ने इस महोत्सव को अविस्मरणीय बनाने के लिए कार्यक्रम के अंतिम समय तक मौजूद रहकर जनता जनार्दन की सेवा करते रहे।