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कौवे की महिमा एवं पंडित जी का ज्ञान विषयक कार्यशाला

बूंदी.KrishnakantRathore/ @www.rubarunews.com-संस्कृति संस्था द्वारा एक निजी होटल में “कौवे की महिमा एवं पंडित जी का ज्ञान” विषय पर आधारित विशेष कार्यशाला का आयोजन किया गया।

इस अवसर पर प्रत्येक सदस्य ने कौवे की महिमा पर अपने-अपने दृष्टिकोण प्रस्तुत किए। वहीं, पंडित जी की भूमिका निभाने वाले सदस्यों ने हरिद्वार, गया जी, बद्री विशाल, पुष्कर, खटकड़ आदि प्रमुख धार्मिक स्थलों का रोचक वर्णन किया।
कार्यक्रम में संस्था अध्यक्ष ने ब्रज क्षेत्र में होने वाले पारंपरिक सांझी उत्सव का महत्व विस्तार से बताया। उन्होंने समझाया कि किस प्रकार राधा रानी ने श्रीकृष्ण को प्रसन्न करने हेतु अपनी सखियों एवं ग्वालबालों के साथ आँगन में सांझी का चित्रण किया। सांझी चार प्रकार से बनाई जाती है—रंगों से, जल से, केले के पत्तों से एवं फूलों से। इसके अतिरिक्त सफेद कपड़े पर 15 दिन तक ब्रजमंडल का चित्रण कर उसकी परिक्रमा दी जाती है, जो 84 कोस की परिक्रमा के रूप में पूर्ण होती है।
सभी सदस्यों ने कौवे की महिमा एवं सांझी के महत्व पर प्रकाश डालते हुए यह संकल्प लिया कि हमारी प्राचीन सभ्यता एवं संस्कारों को जीवित रखना अत्यंत आवश्यक है। संस्कृति संस्था निरंतर लुप्त होते हुए इन संस्कारों को पुनर्जीवित करने का प्रयास कर रही है।
इस अवसर पर संस्था की संरक्षक कमलेश एवं मंजूषा याग्निक गोयल तथा सलाहकार विमलेश सोनी ने सभी को आने वाली नवरात्रि की शुभकामनाएँ दीं और एकजुट होकर कार्यक्रम करने की प्रेरणा दी।
संस्था की सचिव मंजू जिंदल, उपाध्यक्ष उर्मिला आंवल, सांस्कृतिक मंत्री अंजू अजमेर, फाउंडर मेंबर प्रियंका सोलंकी, पुष्पा भाकल, मधु लखोटिया, कामना माथुर, सीमा गर्ग, मनजीत कौर, बॉबी भाटिया, वीना भाटिया, रानी यादव, रुक्मणी जाजू, संतोष सोनी, सरस्वती सोनी, राधा महेश्वरी, संगीता नुवाल, लीला सोनी, आराधना नागर की गरिमामयी